माइकल लोबो
माइकल विंसेंट लोबो (Michael Vincent Lobo) गोवा के एक भारतीय व्यवसायी और राजनेता हैं. गोवा के मापुसा में जन्मे लोबो एक रोमन कैथोलिक हैं. वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य और कलंगुट से गोवा विधान सभा के विधायक हैं. वह गोवा विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता भी हैं (Michael Lobo, Former Leader of BJP).
गोवा सरकार में समितियां उन्होंने कैंडोलिम में भारत का पहला प्लेबॉय क्लब खोलने का विरोध किया. उन्होंने कलंगुट के लिए विधान सभा के सदस्य के रूप में इस्तीफा दे दिया. इसके बाद वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए और 2022 गोवा विधानसभा चुनाव के लिए कलंगुटे के लिए उन्हें उम्मीदवार बनाया गया.
माइकल लोबो का जन्म 18 जून 1976 को उत्तरी गोवा के मापुसा शहर में हुआ था (Michael Lobo Age). उनके पिता का नाम मेल्कीएड्स विंसेंट लोबो है और मां का नाम अलमीरा लोबो है (Michael Lobo Parents). उन्होंने 1993 में हायर सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट प्राप्त किया (Michael Lobo Education). माइकल लोबो की शादी सांचा डेलिलाह लोबो से हुई है जो पर्रा गांव की सरपंच है (Michael Lobo Wife). उनके दो बच्चे हैं (Michael Lobo Children).
लोबो भारत के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे (Michael Lobo Goa BJP). पार्टी गोवा में सत्ताधारी पार्टी है. उन्होंने उत्तरी गोवा भाजपा के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया. लोबो ने 2012 के गोवा विधानसभा चुनाव में कलंगुट विधानसभा क्षेत्र (निर्वाचन क्षेत्र संख्या आठ) से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उन्होंने कुल 17,751 मतों में से कुल 9,891 मत प्राप्त किए और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार और कलंगुट एग्नेलो के मौजूदा विधायक निकोलस फर्नांडीस के खिलाफ 1,875 मतों से जीत हासिल की. जब वह 7 मार्च 2012 को गठित किया गया था, तब वह गोवा राज्य की छठी विधान सभा के सदस्य बने. उन्होंने 10 जनवरी 2022 को एक मंत्री और विधान सभा के सदस्य के रूप में इस्तीफा दे दिया. वह अपनी पत्नी के साथ 11 जनवरी 2022 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Michael Lobo, Goa Congress) में शामिल हो गए (Michael Lobo Political Career).
गोवा में कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस को इतना बड़ा झटका देने में दिगंबर कामत और माइकल लोबो का नाम सामने आ रहा है. दोनों पुराने भाजपाई रहे हैं. लोबो इसी साल बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए थे, तो कामत तीन बार बीजेपी से विधायक रहे हैं.