महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में दरार की अटकलों के बीच ठाकरे भाइयों के बार-बार मिलने-जुलने से सियासी हलकों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है, कहा तो ये भी जा रहा है कि राज्य में होने वाले नगर निकाय चुनाव से पहले MNS और उद्धव गुट अपने राजनीतिक मतभेदों को दूर करना चाहते हैं.
मुंबई का एक शादी समारोह महाराष्ट्र की राजनीति में नये कयासों को हवा दे रहा है - क्योंकि, चर्चा ये हो रही है कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे बीएमसी चुनावों में हाथ मिला सकते हैं.
राज ठाकरे के लिए तो सबसे खराब बात ये रही कि उनके बेटे अमित ठाकरे अपना पहला ही चुनाव हार गये, और उनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की वजह से उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपनी सीट बचा ली.
अगर महायुति चुनाव के बाद सरकार बनाने की स्थिति में आती है तो क्या आप उन्हें सपोर्ट करेंगे? इस सवाल के जवाब में मनसे प्रमुख ने कहा कि माहौल देखकर मुझे लग रहा है कि महायुति की सरकार आएगी. इतना ही नहीं, उन्हें हमारे सपोर्ट की जरूरत भी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि अगर बात बीजेपी की करें तो मेरे किसी पार्टी से अच्छे संबंध हैं तो बीजेपी से ही हैं.
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में आजतक के साथ एक विशेष बातचीत में यह व्यक्त किया कि उन्हें लगता है कि महाराष्ट्र में जल्द ही महायुति की सरकार बनने जा रही है. राज ठाकरे ने उल्लेख किया कि इस महायुति सरकार को स्थापित करने के लिए उनके समर्थन की आवश्यकता पड़ेगी.
MNS मुंबई की 36 विधानसभा सीटों में से 25 पर चुनाव लड़ रही है. MNS ने 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था और NDA को बिना शर्त समर्थन दिया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में MNS ताल ठोक रही है. इसके चलते बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) असहज हो गए हैं, क्योंकि MNS ने उनके खिलाफ 22 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं.
उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना यूबीटी ने 65 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. इस पहली लिस्ट में ही उद्धव की पार्टी ने ठाकरे परिवार की रवायत तोड़ दी है. ऐसा तब है जब उनके चचेरे भाई राज ठाकरे ने पिछले चुनाव में बड़ा दिल दिखाया था.
राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का डर नहीं है. मैं इस बात के लिए पुलिस जिम्मेदार नहीं मानता. उनके ऊपर सरकार का दबाव होता है. एक बार राज ठाकरे के हाथ में महाराष्ट्र की सत्ता दो, सरकार कैसे चलाई जाती है मैं दिखाता हूं.
उद्धव ठाकरे फिर से अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के निशाने पर हैं. लगता है महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति के साथ साथ उनको महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से भी दो-दो हाथ करने पड़ेंगे - सवाल ये है कि एकनाथ शिंदे के राजनीतिक उभार के बाद क्या राज ठाकरे की राजनीतिक लाइन प्रासंगिक रह गई है?
महाराष्ट्र में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इस बीच महाऱाष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने चुनाव में अकेले उतरने का ऐलान किया है. उन्होंने ऐलान किया कि महाराष्ट्र की 288 सीटों में से उनकी पार्टी 225 से 250 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ऐसे में सवाल उठता है कि राज ठाकरे का अकेले लड़ना बीजेपी और शिंदे को कितना नुकसान पहुंचाता है.
महाराष्ट्र के फायर ब्रांड नेता राज ठाकरे ने गुरुवार को मनसे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें 20 सीटें क्यों मांगनी चाहिए, हम 200 से 225 सीटों के लिए तैयारियां कर रहे हैं. महाराष्ट्र के लोग मनसे का इंतजार कर रहे है. इस दौरान उन्होंने अपने भाई उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी पर जमकर निशाना साधा.
Mumbai Crime: इस सिलसिले में झवेरी बाजार में सोने का कारोबार करने वाले 55 वर्षीय शख्स ने मामला दर्ज कराया है. शिकायतकर्ता के अनुसार, यह घटना बुधवार को दक्षिण मुंबई में उनके झवेरी बाजार कार्यालय में हुई.
राज ठाकरे और अमित शाह में इस बार सीधी बातचीत हो रही है, ठीक एक साल पहले एकनाथ शिंदे मिलने के लिए उनके घर पहुंच गये थे. तब बात आई गई हो गई, लेकिन अब राज ठाकरे को अपनाकर बीजेपी बाल ठाकरे की बची हुई विरासत के भी साथ हो जाने का दावा पेश करने जा रही है.
महाराष्ट्र में शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार ने कहा, उत्तर और दक्षिण भारत में एक ऐसा राज्य है, जिसे हम महाराष्ट्र कहते हैं. जो संतों की भूमि है. अच्छे व्यक्तित्व के विचारों से प्रेरित है. यहां BJP को महसूस हो रहा है कि लोग उनके साथ नहीं हैं. इसलिए बीजेपी अब छोटी-बड़ी सभी पार्टियों को साथ लेकर वोटों का विभाजन करना चाहती है.
महाराष्ट्र में शरद पवार गुट के नेता और विधायक रोहित पवार ने MNS चीफ राज ठाकरे को ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि, राज ठाकरे साहब एक बड़े नेता हैं. वो थोड़ा सोचें.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे ने कहा कि राज्य में मौजूदा राजनीतिक सिनेरियो फिसलन भरी कीचड़ की तरह हो गया है, जिसमें पार्टी लाइनें धुंधली हो रही हैं. लोगों को यह तय करना चाहिए कि राजनेताओं को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए.
राज ठाकरे ने सरकार को चेतावनी दे दी है कि अगर टोल को फ्री नहीं किया गया तो टोल प्लाजा को आग के हवाले कर दिया जाएगा. इसके बाद उनकी ही पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने मुलुंद टोल बूथ में आग लगा दी. मनसे के कार्यकर्ताओं ने 5 टोल नाकों पर मोर्चा संभाल रखा है.
मुंबई में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. मुलुंड पूर्वी उपनगरीय इलाके में एक मराठी महिला को ऑफिस किराए पर देने से इनकार करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मामला सामने आने के बाद शिंदे सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं.
सीमा हैदर के भारत आने के बाद से ही चर्चा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कुछ दिन पहले ही फिल्म निर्माता अमित जानी ने उसकी कहानी पर फिल्म बनाने का ऐलान किया. इसके बाद MNS से उन्हें धमकी मिलनी शुरु हो गई. इसी मामले पर अमित जानी मुंबई पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने आजतक से बात की.