दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में प्राथमिक और माध्यमिक सुविधाओं के माध्यम से सुलभ स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान कर रहा है. इसके लिए दिल्ली के कई इलाकों में मोहल्ला क्लिनिक (Mohalla Clinic) का निर्माण किया गया है. मोहल्ला क्लिनिक में उपस्थित स्वास्थ्य सुविधाएं न केवल दिल्ली की आबादी की जरूरतों को पूरा करती हैं, बल्कि पड़ोसी राज्यों से प्रवासी और अस्थायी आबादी की भी जरूरतें पूरी करती हैं, जिसमें काफी मरीज हैं.
इसके अलावा, विशेष रूप से जेजे क्लस्टर, झुग्गी-झोपड़ियों, अनधिकृत कॉलोनियों, घनी आबादी वाले क्षेत्रों, ग्रामीण क्षेत्रों आदि में ऐसे कई गैर-सेवित और कम-सेवित क्षेत्र हैं, जहां गरीब और कमजोर आबादी के पास प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक उनकी पहुंच नहीं है. .
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज दोपहर 12:30 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगी. वह दोपहर एक बजे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से और शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी.
बीजेपी सरकार दिल्ली में बने मोहल्ला क्लिनिक को बंद करने जा रही है. ये आरोप पूर्व सीएम आतिशी और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने लगाया है. बीते दिन मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने मोहल्ला क्लिनिक को लूट और फ्रॉड बताया था,
दिल्ली में बीजेपी सरकार ने आम आदमी पार्टी के मोहल्ला क्लिनिकों को "लूट और फ्रॉड" बताते हुए 250 क्लिनिक बंद करने का आदेश दिया है. पूर्व सीएम आतिशी और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस फैसले का विरोध किया है. आतिशी ने कहा, "ये बस शुरुआत है, आगे फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं की फ्री बस यात्रा, फ्री शिक्षा - सब बंद होग."
दिल्ली विधानसभा में पेश की गई सीएजी रिपोर्ट ने केजरीवाल सरकार के दावों पर सवाल उठाए हैं. रिपोर्ट में कोविड-19 से लड़ने के लिए मिले 787 करोड़ में से केवल 582 करोड़ के ही खर्च का जिक्र है. इसमें सरकारी अस्पतालों में बेड की कमी, परियोजनाओं में देरी और मोहल्ला क्लिनिक की स्थिति पर प्रकाश डाला गया है. भाजपा ने आरोप लगाया कि इस धन का कोई हिसाब नहीं है, जबकि आम आदमी पार्टी ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया.
दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं पर सीएजी रिपोर्ट में कई गंभीर खुलासे हुए हैं. इन खुलासों ने दिल्ली की पिछली आम आदमी पार्टी की सरकार के बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा देने के दावे की धज्जियां उड़ा दी है. रिपोर्ट के आने के बाद क्या केजरीवाल और आम आदमी पार्टी फंस गई है?
सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती और वेतन के लिए मिले 52 करोड़ रुपये में से 30.52 करोड़ रुपये खर्च ही नहीं किए गए. इससे साफ है कि दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों की पर्याप्त भर्ती नहीं की, जिससे महामारी के दौरान लोगों को इलाज में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
दिल्ली विधानसभा में आज मोहल्ला क्लीनिक पर सीएजी की रिपोर्ट सामने आएगी. सूत्रों के मुताबिक, इस रिपोर्ट में दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाए गए हैं. इसमें डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी का जिक्र भी है. इसी बीच, AAP के विधायकों के निलंबन के विरोध में अतिशी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगी.
दिल्ली विधानसभा में पेश होने वाली सीएजी की रिपोर्ट स्वास्थ्य सेवाओं पर खुलासे कर सकती है. ये रिपोर्ट आम आदमी पार्टी की मोहल्ला क्लीनिक योजना पर गंभीर सवाल उठाती है. इसमें कई अस्पतालों में आईसीयू, ब्लड बैंक, ऑक्सीजन आपूर्ति और एम्बुलेंस की कमी का जिक्र है. देखें रिपोर्ट.
दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सीएजी रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में कई खामियों और कुप्रबंधन को उजागर किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली के 14 अस्पतालों में आईसीयू नहीं है जबकि 12 अस्पतालों में एंबुलेंस उपलब्ध नहीं है.
दिल्ली विधानसभा में आज मोहल्ला क्लीनिक पर CAG की रिपोर्ट पेश होगी. शराब घोटाले के बाद ये दूसरी महत्वपूर्ण रिपोर्ट है. आप विधायकों के निलंबन के विरोध में अतिशी राष्ट्रपति से मिलेंगी. इसी बीच, गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली की कानून व्यवस्था पर एक अहम बैठक करेंगे. देखें रिपोर्ट.
दिल्ली विधानसभा में कल स्वास्थ्य विभाग की ऑडिट रिपोर्ट पेश होने की संभावना है. इस रिपोर्ट में मोहल्ला क्लिनिक पर हुए खर्च का लेखा-जोखा सामने आ सकता है. बीजेपी सरकार द्वारा पेश की जाने वाली यह रिपोर्ट केजरीवाल सरकार के कार्यकाल की जांच करेगी. इससे पहले आबकारी नीति पर भी कैग की रिपोर्ट सदन में पेश की गई थी. देखिए VIDEO
दिल्ली विधानसभा के नए सत्र में CAG की लंबित रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें दिल्ली की शराब नीति में अनियमितताओं का खुलासा हुआ. रिपोर्ट के अनुसार, 2017-18 से 2020-21 के बीच शराब नीति में बदलाव के कारण सरकार को करीब 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. यह पहली बार नहीं है जब CAG रिपोर्ट को लेकर सरकारों को सफाई देनी पड़ी या राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ा.
दिल्ली में 6 फ्लैग स्टाफ रोड स्थित सीएम आवास के रिनोवेशन के लिए जब टेंडर आवंटित हुआ तो अनुमानित लागत 7.91 करोड़ से बढ़कर 8.62 करोड़ रुपये हो गई, जो 13.21 प्रतिशत अधिक था. जब काम पूरा हुआ, तो इस पर कुल 33.66 करोड़ रुपये खर्च हुए, जो एस्टीमेटेड कॉस्ट से 342.31 प्रतिशत अधिक था.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज दोपहर 12:30 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगी. वह दोपहर एक बजे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से और शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी.
दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली सरकार से मोहल्ला क्लिनिक की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार इसे आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बदलने पर विचार कर रही है. ऐसे में दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े बदलाव होने की संभावना है.
दिल्ली में AAP के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहल्ला क्लिनिक का नाम बदला जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में बीजेपी की नई सरकार आने के बाद मोहल्ला क्लीनिक में कुछ बदलाव किए जाएंगे और साथ ही इसका नाम भी बदला जा सकता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, दिल्ली की नई सरकार से मोहल्ला क्लिनिक पर विस्तृत रिपोर्ट मांग सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, दिल्ली सरकार से मोहल्ला क्लिनिक्स की स्थिति के साथ-साथ इस मामले में रिपोर्ट मांगेगा कि उन्हें आयुष्मान आरोग्य मंदिर में बदला जा सकता है या नहीं.मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार, दिल्ली में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना लाने पर भी विचार कर सकती है
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना (AB-PMJAY) के कार्यान्वयन की भी समीक्षा करेगा. सूत्रों के अनुसार, 51 लाख लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड जारी किए जाने की संभावना है. यदि मोहल्ला क्लिनिकों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में बदला जाता है, तो उन्हें योजना के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा.
हेल्थ सचिव ने स्वास्थ्य मंत्री के बयान का खंडन करते हुए कहा कि अपर्याप्त फंड और प्रोजेक्ट कुप्रबंधन दिल्ली के जरूरी स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में बाधा डाल रहे हैं.
दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीते मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के सभी चीफ डिस्ट्रिक्ट मेडिकल ऑफिसर(CDMO) के साथ अहम बैठक की थी. बैठक में बताया गया कि फरवरी में ज्यादातर मोहल्ला क्लीनिक में टेस्ट नहीं हो पा रहे हैं. देखें वीडियो.
दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीते मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के सभी चीफ डिस्ट्रिक्ट मेडिकल ऑफिसर(CDMO) के साथ अहम बैठक की थी. बैठक में बताया गया कि फरवरी में ज्यादातर मोहल्ला क्लीनिक में टेस्ट नहीं हो पा रहे हैं. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा, 'मोहल्ला क्लीनिक में टेस्ट के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, मगर मुफ्त टेस्ट होते रहें. वरना गरीब लोगों की परेशानी और बढ़ेगी'