मोहम्मद जुबैर
मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. उन्होंने प्रतीक सिन्हा (Prateek Sinha) के साथ ऑल्ट न्यूज नाम से एक गैर-लाभकारी फैक्ट चेक वेबसाइट की स्थापना की (Alt News, Website). इसे 9 फरवरी 2017 को लॉन्च किया गया था (Alt News, Launch). जुबैर ने इस वेबसाइट के माध्यम से फेक न्यूज की घटना को लोगों के सामने लाने और उससे निपटने के लिए लॉन्च किया था. अप्रैल 2020 तक ऑल्ट न्यूज, इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क के साथ काम कर रहा था (Fact Checker ).
मोहम्मद जुबैर और मुकुल सिन्हा के बेटे प्रतीक सिन्हा को नकली समाचारों को उजागर करने में दिलचस्पी थी. उन्होंने 2013 की शुरुआत में फर्जी खबरों को उजागर करने का विचार आया. 2016 तक सोशल मीडिया के प्रभाव को महसूस करते हुए उन्होंने वेबसाइट शुरू किया. उनकी पहली फेक खबर गुजरात के ऊना में चार दलित लड़कों कोड़ों से मारने वाली न्यूज थी. वेबसाइट लॉन्च करने के बाद से जुबैर और सिन्हा को धमकी मिली थी कि वह वेबसाइट बंद कर दें (Fake News Exposer).
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) को धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया है. जुबैर को दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने सेक्शन 153 और 295A के तहत अरेस्ट किया गया. दिल्ली पुलिस का कहना था कि उनको एक ट्विटर हैंडल की तरफ से अलर्ट मिला था कि मोहम्मद जुबैर ने एक विवादित ट्वीट किया था (Mohmmed Zubair Arrested).
मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव में एक प्राइवेट स्कूल नेहा पब्लिक स्कूल की टीचर तृप्ता त्यागी एक बच्चे को अन्य बच्चों से पिटवा दिया. बच्चे की गलती बस इतनी थी कि उसने पहाड़ा नहीं याद किया था. इसी बात पर टीचर को इतना गुस्सा आया कि बच्चे को बुरी तरह पिटवा दिया.
नोबेल पुरस्कारों के ऐलान से पहले तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि किन संगठनों या व्यक्तियों का नाम इस रेस में सबसे आगे है. द टाइम मैगजीन ने नॉर्वे के सांसदों के जरिए सार्वजनिक किए गए नामांकन के आधार पर बुकमेकर की भविष्यवाणियों, पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (ओस्लो) द्वारा चुने नामों से संभावित विजेता की लिस्ट जारी की है.
फैक्ट चेकर और ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को सुप्रीम कोर्ट से एक बार फिर राहत मिली है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में यूपी के सीतापुर में दर्ज एक एफआईआर को रद्द करने की याचिका दायर की थी. इस पर सुनवाई करते वक्त सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाइकोर्ट को भी जरूरी निर्देश दिए हैं.
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने Alt News के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है. उन्होंने कहा कि अर्शदीप के खिलाफ पाकिस्तान और ISI के खालिस्तानी ट्रेंड की मैं कड़ी निंदा करता हूं. हर भारतीय #arshdeepsingh के साथ खड़ा है. भारत में सिखों को अलग-थलग करने की पाकिस्तान की नापाक कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी.
मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) को तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया है. उनको आज ही सुप्रीम कोर्ट से यूपी में दर्ज छह मामलों में अग्रिम जमानत मिली है.
Mohammed Zubair Gets Bail: मोहम्मद जुबैर को जमानत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणियां भी कीं. कहा गया कि गिरफ्तारी की शक्ति का प्रयोग संयम से करना चाहिए.
Supreme Court on Mohammed Zubair: सुप्रीम कोर्ट ने फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को बड़ी राहत दी है. कोर्ट ने जुबैर के खिलाफ दर्ज सभी मामलों में अंतरिम जमानत दे दी है. इतना ही नहीं कोर्ट ने गिरफ्तारी के आदेश पर भी सवाल उठाए हैं.
मोहम्मद जुबैर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर अपने खिलाफ यूपी पुलिस द्वारा दायर सभी FIR खारिज करने की मांग की है. साथ ही जब तक इस याचिका पर फैसला नहीं हो जाता, तब तक अंतरिम जमानत की भी मांग की गई है.
Alt News के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को जमानत मिल गई है. उनको यह जमानत दिल्ली में दर्ज एक केस से जुड़ी सुनवाई के दौरान मिली.
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने 27 जून को एक सोशल मीडिया यूजर की शिकायत के बाद धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
Alt News के को-फाउंडर और फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर के खिलाफ उत्तर प्रदेश के सीतापुर, लखीमपुरखीरी, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर और हाथरस में केस दर्ज हैं. उन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है.
मोहम्मद जुबैर पर सीतापुर के खैराबाद थाने में महंत बजरंग मुनि उदासी, यति नरसिंहानंद सरस्वती, स्वामी आनंद स्वरूप और राष्ट्रीय हिंदू शेर सेना के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का केस दर्ज है.
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर की सोमवार को लखीमपुर खीरी की कोर्ट में पेशी होनी है. जुबैर इस वक्त सीतापुर की जेल में बंद हैं. जुबैर को सीतापुर में दर्ज एक मामले में जमानत मिलने की एक दिन के बाद यह वारंट जारी हुआ है.
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी. याचिका में जुबैर की ओर से कहा गया था कि उन्हें इंटरनेट पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. याचिका में जुबैर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें उन्होंने एक ट्वीट के लिए दर्ज FIR को रद्द करने से इनकार कर दिया था.
AltNews के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मनी का प्रतिक्रिया देना भारत को रास नहीं आया है. विदेश मंत्रालय की तरफ से दो टूक जवाब दे दिया गया है.
साल 2018 के एक ट्वीट को लेकर ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उन्होंने धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाई है. इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
India Today Conclave East 2022 के दूसरे महुआ मोइत्रा ने डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' और फैक्ट चेकर जुबैर की गिरफ्तारी जैसे पर मुद्दों पर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके लिए काली का मांस और मदिरा स्वीकार करने वाली देवी हैं.
हनुमान भक्त नाम के ट्विटर यूजर ने 19 जून को शिकायत की थी कि मोहम्मद जुबैर के 2018 के ट्वीट ने भगवान का अपमान किया है. जुबैर ने उसकी धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाया है इसलिए जुबैर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके बाद पुलिस ने जुबैर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था.