मोनू मानेसर- Monu Manesar उर्फ मोहित यादव बजरंग दल का सदस्य और गौरक्षक है. वह गुरुग्राम के पास मानेसर का रहने वाला है. वह हरियाणा में बजरंग दल की गाय संरक्षण टास्क फोर्स इकाई, गोरक्षा दल के प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका के लिए लिए जाना जाता है. मोनू के सोशल मीडिया प्रोफाइल के अनुसार वह और उसके दल के लोग पुलिस को कथित गौ तस्करों के बारे में जानकारी देते हैं.
हालांकि 16 फरवरी 2023 को भिवानी में जुनैद और नासिर की हत्या का आरोप मोनू मानेसर पर आरोप लगया गया था. इसके बावजूद उसके समर्थन में नारेबाजी की जाती है-.
31 जुलाई 2023 में हरियाणा के नूंह में हिंसा भड़काने के मामले में मोनू मानेसर का नाम शामिल है- Monu Manesar Nuh Violence. मोनू मानेसर के साथ बिट्टू बजरंगी का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ये वीडियो हिंसा से पहले के बताए जा रहे हैं. इस वीडियो में उसको कहते हुए सुना जा रहा है, 'ये बोलेंगे कि बताया नहीं कि हम ससुराल आए और मुलाकात नहीं हुई फूल माला तैयार रखना, जीजा आ रहे हैं. बिलकुल 150 गाड़ियां हैं.'-Monu Manesar Viral Video
मोनू मानेसर, जो इस फरवरी में भिवानी में दो कथित गाय तस्करों की हत्या से जुड़ा था, हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद फिर से चर्चा में है, जिसमें चार लोग मारे गए थे. हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा निकाले गए एक धार्मिक जुलूस के दौरान सोमवार को हुई झड़प में दो होम गार्ड, एक नागरिक और एक इमाम सहित चार लोगों की मौत हो गई और कई पुलिस कर्मी घायल हो गए- Haryana Nuh Mewat Violence.
बिट्टू बजरंगी को हरियाणा से बाहर लोग 2023 के नूंह हिंसा के आरोपी के रूप में जानते रहे हैं, जिसके खिलाफ फरीदाबाद पुलिस ने कई मामले दर्ज कर रखे हैं. हाल फिलहाल वो हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के सपोर्ट को लेकर चर्चा में हैं, जबकि फरीदाबाद की एनआईटी विधानसभा सीट से वो खुद भी चुनाव लड़ रहा है.
मोनू मानेसर को उसकी चार दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तरन्नुम खान की अदालत ने मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर को न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया. पटौदी के सहायक पुलिस आयुक्त हरिंदर सिंह ने कहा, आगे की जांच जारी है.
मोनू का मोबाइल फोन बता रहा है कि वो सिर्फ गौरक्षा के नाम पर अपना गिरोह ही नहीं चला रहा था, बल्कि कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी उसका डायरेक्ट कनेक्शन है. वो लॉरेंस बिश्नोई, जिसके सिर पर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल समेत फिल्म स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने जैसे सैकड़ों गुनाहों के इल्ज़ाम हैं.
जुनैद हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है. उसके मोबाइल की जांच के दौरान पता चला है कि मोनू मानेसर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था. वो सिग्नल ऐप के जरिए अनमोल बिश्नोई से बातचीत किया करता था. दरअसल, वो खुद भी लॉरेंस के गैंग में शामिल होना चाहता था. आपको बता दें कि अनमोल बिश्नोई सिद्धू मूसावला हत्याकांड में वांटेड है और फिलहाल वो अमेरिका में कहीं छुपा हुआ है. अनमोल के खिलाफ दिल्ली और पंजाब में कई मामले दर्ज हैं.
मोनू मानेसर और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के बीच वीडियो कॉल के जरिए बातचीत होती थी. दोनों के बीच हुई वीडियो कॉल का वीडियो सामने आया है. इसके पहले मोनू मानेसर का लॉरेंस के भाई से हुई चैट भी सामने आई थी. नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू इस समय राजस्थान पुलिस की कस्टडी में है.
जुनैद हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है. उसके मोबाइल की जांच के दौरान पता चला है कि मोनू मानेसर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था. वो सिग्नल ऐप के जरिए अनमोल बिश्नोई से बातचीत किया करता था. दरअसल, वो खुद भी लॉरेंस के गैंग में शामिल होना चाहता था. आपको बता दें कि अनमोल बिश्नोई सिद्धू मूसावला हत्याकांड में वांटेड है और फिलहाल वो अमेरिका में कहीं छुपा हुआ है. अनमोल के खिलाफ दिल्ली और पंजाब में कई मामले दर्ज हैं.
राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में आए मोनू मानेसर लॉरेंस को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. खबर के मुताबिक मोनून ने लॉरेंस बिश्नोई के भाई एवं सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी अनमोल बिश्नोई से मोबाइल एप के जरिए बात की थी.
हरियाणा में बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर फिर चर्चा में है. हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को उसे नूंह में सांप्रदायिक नफरत भड़काने का आरोप में गिरफ्तार किया है. उसके बाद उसे राजस्थान पुलिस के हवाले कर दिया गया है. मोनू पर भरतपुर निवासी नासिर-जुनैद की हत्या का आरोप है. इस मामले में गोपालगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. गहलोत सरकार ने दावा किया था कि मोनू की गिरफ्तारी में खट्टर सरकार सहयोग नहीं कर रही है.
हरियाणा के नूंह हिंसा से चर्चा में आए बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है...लेकिन, कौन है मोनू मानेसर? मोनू मानेसर का पूरा नाम मोहित यादव है...वह मानेसर का रहने वाला है...इसलिए वो अपने नाम में मानेसर लगाता है...
हरियाणा में बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर फिर चर्चा में है. हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को उसे नूंह में सांप्रदायिक नफरत भड़काने का आरोप में गिरफ्तार किया है. उसके बाद उसे राजस्थान पुलिस के हवाले कर दिया गया है. मोनू पर भरतपुर निवासी नासिर-जुनैद की हत्या का आरोप है. इस मामले में गोपालगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. गहलोत सरकार ने दावा किया था कि मोनू की गिरफ्तारी में खट्टर सरकार सहयोग नहीं कर रही है.
मोनू मानेसर को नूंह हिंसा मामले में हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन राजस्थान पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर चली गई. मोनू की कस्टडी पर वीएचपी ने कहा कि वह निर्दोष गोभक्त है और राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम वोटबैंक के लिए उसकी गिरफ्तारी की है.
मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था. अब नूंह कोर्ट ने मोनू को राजस्थान पुलिस की कस्टडी में भेज दिया है. राजस्थान के निवासी नासिर-जुनैद के हत्याकांड में मोनू का भी नाम आया था.
हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को हिरासत में लिया है. जानकारी के मुताबिक इसके बाद हरियाणा पुलिस मोनू को राजस्थान पुलिस को सौंपेगी. बता दें कि मोनू नूंह हिंसा का मुख्य आरोपी भी है. हालांकि उस पर ये कार्रवाई नसीर-जुनैद हत्याकांड में की गई है. देखें वीडियो
नूंह में हुई हिंसा के आरोपी मोनू मानेसर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हरियाणा पुलिस मोनू को राजस्थान पुलिस को सौंपेगी. मोनू पर ये कार्रवाई नसीर-जुनैद हत्याकांड में की गई है. मोनू मानेसर पर इन दोनों के मॉब लिंचिंग का भी आरोप है. हरियाणा के मानेसर का रहने वाला मोनू उर्फ मोहित यादव बजरंग दल का सदस्य और गौरक्षक है.
हरियाणा पुलिस की हिरासत में मोनू मानेसर
31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में निकाली गई ब्रजमंडल शोभायात्रा पर पथराव हुआ था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी. बिट्टू बजरंगी और मोनू मानेसर पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा था.
नूंह हिंसा के बाद हरियाणा पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. गुरुवार को अपराध शाखा तावडू को बड़ी कामयाबी मिली है. नूंह हिंसा के दो आरोपियों का पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी के पैर में गोली लगी है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सदन में Quit India समझाने लगे Owaisi, मोनू मानेसर का किया जिक्र
नूंह हिंसा के बाद आज पहला शुक्रवार है. नूंह मेवात समेत आसपास के कई जिलों में हाई सेक्यरिटी डिप्लयॉपमेंट है. किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो. इसलिए सख्त सुरक्षा का पहरा है. नूह दंगों की शुरआती जांच के बाद, नूह पुलिस ने कल तावडू में बुलडोजर की कार्रवाई की थी.
बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू मानेसर अक्सर सुर्खियों में रहता है. बजरंग दल के जिलाध्यक्ष व गोरक्षा दल के सदस्य मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर अब नूंह में भड़की हिंसा को लेकर भी चर्चा में है. जिसके बाद से लगातार बात उठ रही है कि मोनू मानेसर की गिरफ्तारी कब होगी?
मोनू मानेसर और उस जैसे दूसरे नौजवानों के लिए गौ तस्करी रोकने के नाम पर यूं कोहराम मचाने का भला क्या मतलब बनता है. राजस्थान पुलिस ने अब तक क्यों नहीं किया मोनू मानेसर को गिरफ्तार? कांग्रेस प्रवक्ता से जानें.