मोरबी
मोरबी (Morbi) भारत के राज्य गुजरात (Gujarat) का एक नया जिला है. इसका प्रशासनिक मुख्यालय मोरबी शहर में है. यह जिला गुजरात के पूर्वोत्तर में स्थित है. इसकी सीमाएं उत्तर में कच्छ के रण, पश्चिम में जामनगर, दक्षिण में राजकोट और पूर्व मे सुरेंद्रनगर जिले से मिलती हैं. इसका क्षेत्रफल 4,871.5 वर्ग किलोमीटर है (Geographical Area).
मोरबी जिले के अंतर्गत कोई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Parliamentary Constituency) नहीं आता लेकिन इस जिले में 3 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र (Assembly Constituency) हैं.
2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक मोरबी जिले की जनसंख्या (Population) 10 लाख है. इस जिले का लिंग अनुपात (Sex Ratio) प्रति 1000 पुरुष 924 महिला है. इस जिले की 84.59 फीसदी जनसंख्या साक्षर है (Morbi Literacy).
मोरबी जिले का निर्माण राजकोट जिले को विभाजित कर किया गया था. इसके स्थापना की घोषणा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 15 अगस्त, 2013 को की थी (Morbi District Formation).
भारत की आजादी से पहले यह पूर्वी कठियावाड़ सबएजेंसी के अधिकार में था. मोरबी के शासक जाडेजा राजपूत थे और यह उनकी राजधानी भी था. 15 फरवरी, 1948 में इसे सौराष्ट्र में मिला दिया गया था. साल 1979 में आई बाढ़ की विभीषिका ने मोरबी को बर्बाद कर दिया था. इस बाढ़ ने इसके सभी घरों और ऐतिहासिक स्मारकों को ध्वस्त कर दिया था, नतीजतन लोग यहां से पलायन कर गए थे. लेकिन मोरबी ने टाइल्स और घड़ी बनाने के कारखानों के दम पर खुद को फिर से खड़ा कर लिया (History of Morbi).
मोरबी शहर मच्छू नदी के किनारे स्थित है, जो 64 किलोमीटर दूर स्थित राजकोट से रेल और सड़कमार्ग से जुड़ा है. मोरबी जिले में कई महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल हैं, जिनमें दरबारगढ़, मणिमंदिर, विलिंगडन सचिवालय, झूलता हुआ पुल, आर्ट डैको महल और दरियालाल वॉटर रिसॉर्ट खास हैं (Tourist Places of Morbi).
Gujarat News: मोरबी में नवलाखी पुल पर एक चलती BMW कार में अचानक आग लग गई जिसमें मेहसाणा से आए चार सदस्यीय परिवार था. शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगने का संदेह है. परिवार ने तुरंत कार्रवाई की और समय पर कार से बाहर निकलकर खुद को सुरक्षित किया. दमकल विभाग ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर आग बुझाई.
गुजरात के मोरबी में प्रेम संबंध के चलते एक युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. विजय नाम के युवक को प्रेमिका के परिजनों ने पीट-पीट कर मार डाला. इस मामले में पुलिस ने प्रेमिका के चाचा समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पहले भी दोनों परिवारों के बीच इस मुद्दे पर झगड़ा हो चुका था.
गुजरात के मोरबी जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां पर कोर्ट ने एक पुलिसकर्मी को 500 रुपये रिश्वत लेने के मामले में दोषी पाए जाने पर 5 साल की सजा सुनाई है. साथ ही कोर्ट ने पुलिसकर्मी पर 1000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
मोरबी में रविवार की देर रात बड़ा हादसा हो गया. जहां ट्रैक्टर ट्रॉली नदी में गिर गई. जिससे 19 लोग नदी में बह गए. मौके पर पहुंची NDRF की टीम ने 10 का रेस्क्यू कर लिया है. जबकि 9 अभी लापता हैं.
हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा कि मोरबी हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारी और पदाधिकारियों पर क्या एक्शन लिया गया. बता दें कि मोरबी के केबल ब्रिज को बहाल करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. इसमें कहा गया था कि टूटा हुआ पुल एक विरासत पुल था, इसे फिर से बनाया जाए.
गुजरात हाई कोर्ट ने लापरवाही के लिए ओरेवा कंपनी को नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही कोर्ट ने फटकारते हुए कहा कि, आप यहां लुका-छिपी खेलने नहीं आए, आप हर वक्त ऐसा कर रहे हैं. पहले कहा गया कि एमडी जेल में हैं और अब दूसरा बहाना बनाया जा रहा है. कोर्ट ने कहा कि, यह स्वत: संज्ञान से की गई सुनवाई है, हम कंपनी की बात सुनने के लिए बाध्य नहीं हैं.
मोरबी में एक नाबालिग लड़की को उसके माता-पिता और बहन ने मिलकर मार डाला. क्योंकि उसका प्रेम-प्रसंग बड़ी बहन की ननद के पति से चल रहा था. इस कारण परिवार वाले परेशान थे. घर वाले बार-बार लड़की को उस व्यक्ति से बात करने से मना करते थे, लेकिन वह किसी की बात नहीं मान रही थी. इस वजह से मृतका की बहन की ननद की शादी टूट गई. इस वजह से नाबालिग की हत्या कर दी गई.
जरात में एक और फर्जीवाड़े का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. मोरबी वांकानेर हाईवे पर एक फर्जी टोल प्लाजा खोल कर पिछले डेढ साल में करोड़ों रुपए की हेराफेरी की खबर है. शिकायत मिलने के बावजूद आरोप है कि स्थानीय प्रशासन कार्रवाई नहीं करता था.
गुजरात के मोरबी में एक नौजवान के साथ एक महिला ने कुछ ऐसी हरकत की कि उसकी हालत देख कर पुलिसवाले भी हैरत में पड़ गए. इस तमाम जुल्मो-सितम के पीछे कुछ और नहीं बल्कि महज 15 दिन के पगार जैसी एक मामूली वजह थी. क्या है पूरा मामला? देखें वारदात.
गुजरात में अपने ही कर्मचारी को सैलरी मांगने पर पीटने वाली और उसने मुंह में सैंडिल डालने वाली बिजनेसवूमन विभूति पटेल उर्फ रानीबा फिलहाल फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. लेकिन अब उसके कई ऐसे वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देख यूजर कह रहे हैं कि ये बिजनेसवूमन है या लेडी डॉन.
गुजरात के मोरबी से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक दलित कर्मचारी की सिर्फ सैलरी का पैसा मांगने पर बुरी तरह पिटाई की गई. इतना ही नहीं कंपनी की करोड़पति मालकिन ने उसके मुंह में जूता डालकर माफी मांगने को कहा. घटना के बाद से सभी आरोपी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.
गुजरात के मोरबी जिले में एक दलित युवक की पिटाई का मामला सामने आया है. पीड़ित युवक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 15 दिन की बकाया सैलरी मांगने पर कंपनी की मालकिन और 11 लोगों ने उसके साथ मारपीट की और उसके मुंह में चप्पल डालकर माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया. देखें वीडियो
मोरबी के रहने वाले युवक ने ऑनलाइन FIR दर्ज कारवाई है. इसमें कहा है कि वो रानीबा इंडस्ट्री के एक्सपोर्ट विभाग में काम करता था. 2 अक्टूबर को उसे काम पर रखा गया था. 18 अक्टूबर को निकाल दिया गया. कंपनी हर 5 तारीख को सभी कर्मचारियों को सैलरी देती है.
गुजरात के मोरबी में 6 महीने पहले केबिल ब्रिज टूटकर नदी में गिरने से बड़ा हादसा हो गया था. इस दुर्घटना में 135 लोगों की मौत हो गई थी. ये ब्रिज 100 साल से ज्यादा पुराना था. इस पुल के संचालन का काम अजंता ओरेवा कंपनी को सौंपा गया गया था. पुल के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया गया और बड़ा हादसा हो गया. अब बिहार के भागलपुर में पुल गिरने से मोरबी ब्रिज हादसा चर्चा में आ गया है.
संभलकर खाएं फराली आटे के पकवान, गुजरात के मोरबी में 25 लोग पहुंच गए अस्पताल
मोरबी ब्रिज हादसे के पीड़ित परिवारों के लिए गुजरात हाईकोर्ट ने अहम आदेश दिया है. हाईकोर्ट ने प्रत्येक मृतक के पीड़ित परिवार को 10 -10 लाख रुपए और घायलों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा देने का आदेश दिया है. पिछले साल 30 अक्टूबर को हुए हादसे में 135 लोग झुलतो पुल टूटने से जिंदा नदी में समा गए थे. देखें गुजरात बुलेटिन.
गुजरात हाई कोर्ट ने मोरबी ब्रिज हादसे में ओरेवा कंपनी को पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है. बीते साल 30 अक्टूबर को हुए हादसे में 135 लोगों की मौत हुई थी.
मोरबी का 765 फीट लंबा और 4 फुट चौड़ा पुल 143 साल पुराना था. इस पुल का उद्घाटन 1879 में किया गया था. इस केबल ब्रिज को 1922 तक मोरबी में शासन करने वाले राजा वाघजी रावजी ने बनवाया था. वाघजी ठाकोर ने पुल बनाने का फैसला इसलिए लिया था, ताकि दरबारगढ़ पैलेस को नजरबाग पैलेस से जोड़ा जा सके.
बीजेपी सांसद मनसुख वसावा ने फिर से क्यों साधा गुजरात सरकार पर निशाना? मोरबी नगरपालिका को क्यों दोबारा भेजा गया कारण बताओ नोटिस? क्यों गिरा दिया गया वडोदरा का व्हाइट हाउस? और कहां करोड़ों की संपत्ति दान कर पूरा परिवार बना संन्यासी? देखिए गुजरात से जुड़ी हर बड़ी खबर गुजरात बुलेटिन में.
गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे के मामले में ओरेवा ग्रुप के प्रबंध निदेशक (एमडी) जयसुख पटेल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. जयसुख पटेल की कंपनी पर ही मोरबी पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी थी. बीते 31 जनवरी को उनके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था. इसके बाद पटेल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.
मोरबी में हुए पुल हादसे में पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है. पुलिस ने अपनी चार्जशीट में ओरेवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल समेत 10 लोगों को आरोपी बनाया है. इस मामले में पुलिस ने अबतक 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.