हरियाणा के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेलने वाले मृणांक सिंह (Mrinank Singh) आज दिल्ली पुलिस के हिरासत में हैं. दरअसल क्रिकेट खेलते-खेलते मृणांक ने ठगी का खेल भी शुरू कर दिया था. कभी खुद को आईपीएल की मुंबई इंडियंस टीम का प्रतिनिधित्व करने की बात कर, तो कभी कर्नाटक का सीनियर आईपीएस अधिकारी होने का झांसा देकर मृणांक सिंह ने कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी की है. इतना ही नहीं, वह भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत को भी ठग चुका है. पंत के साथ उसने 2020-2021 में 1.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी.
25 दिसंबर 2023 को आरोपी मृणांक सिंह को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया. वह हांगकांग के लिए उड़ान भरने की कोशिश कर रहा था. इसके बाद उसे चाणक्यपुरी पुलिस के हवाले कर दिया गया (Mrinank Singh Arrested).
उसने जुलाई 2022 में ताज पैलेस होटल से 5,53,000 रुपये की धोखाधड़ी की थी. तब उसने दावा किया था कि वह आईपीएल की मुंबई इंडियंस टीम का प्रतिनिधित्व कर रहा है. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी मृणांक सिंह ने कर्नाटक के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी होने का झांसा देकर भारत भर में कई लक्जरी होटल के मालिकों और प्रबंधकों के साथ धोखाधड़ी की है. दरअसल मृणांक के इस आचरण का अंदाजा उनके पिता अशोक कुमार सिंह को पहले से ही था. पुछताछ के दौरान उन्होंने पुलिस को बताया कि मृणांक सिंह को अपनी संपत्ति से पहले ही बेदखल कर दिया है. दरअसल, उनका मृणांक पर कोई नियंत्रण नहीं था (Mrinank Singh Father).
पुलिस को गुमराह करने के लिए मृणांक ने अपने पिता के बारे में भी झूठ बोला कि उसके पिता भी एक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं और 1980 से 90 के दशक तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक ऑलराउंडर के रूप में खेले हैं और वर्तमान में वह एयर इंडिया में मैनेजर हैं. फिलहाल मृणांक दिल्ली पुलिस के गिरफ्त में है (Mrinank Singh Delhi Police).
मृणांक सिंह पर करोड़ों की ठगी के आरोप हैं. इस वक्त वो दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में बंद है. वो अपने आप को कभी IPS अफसर तो कभी IPL प्लेयर बताता था. मृणांक हरियाणा से अंडर 19 क्रिकेट भी खेल चुका है. देखें वीडियो.
दो साल पहले की बात है. मृणांक सिंह ने ऋषभ पंत पर डोरे डाले और उन्हें लग्जरी घड़ियां सस्ते दामों में दिलाने का ऐसा झांसा दे डाला कि ऋषभ पंत को दो साल पहले 1.6 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया था.
आमतौर पर शोहरत की ऊंचाइयों की तरफ बढ़ते क्रिकेटरों के कदमों को हिफाजत देने के लिए पुलिस उनके इर्द गिर्द होती है. लेकिन यहां कहानी ही उल्टी है. पुलिस उस चेहरे को हिफाजत देने के लिए नहीं बल्कि न जाने कितने लोगों की हिफाजत की खातिर उसे अपने शिकंजे में लेकर दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने पहुंची.
एक बार जो उसका मुरीद बना तो उसके तिलस्म में पूरी तरह से खो जाता था. और जो भी उसके झांसे में आया तो फिर वो लुटने से नहीं बच पाया. क्रिकेटर से ठग बने मृणांक सिंह की चालबाजियां इतनी सटीक और इतनी चौकस होती थी कि कोई भी उसके रुआब में आए बगैर नहीं रह पाता था. देखें वीडियो.
Thug cricketer Mrinank Singh: वो शातिर है. वो चालबाज़ है. वो ठगी करता है. वो इतना बड़ा झांसेबाज है कि उसने हर जगह के हिसाब से अपना मुखौटा बना रखा था. DU से ग्रेजुएशन, चुरू से MBA; क्रिकेटर से कैसे ठग बना मृणांक सिंह, जानें. देखें वीडियो.
लंच ब्रेक में सबसे पहले बात उस झांसेबाज की जिसने हर जगह के हिसाब से अपना मुखौटा बना रखा था और उसी मुखौटे की आड़ में उसने फरेब का जाल फैला रखा था. लेकिन कहते हैं न बकरे की मां आखिर कब तक खैर मनाएगी. बस उसी तर्ज पर जब उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ तो वो दिल्ली पुलिस के चंगुल में फंसा.
मृणांक सिंह को लग्जरी लाइफ जीने का शौक था. वह महंगे रेस्तरां में खाना खाता था और पांच सितारा होटलों में रहता था. महिलाओं, खेल के सामान से जुड़े अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों को धोखा देने के लिए मृणांक ने खुद को एक आईपीएल क्रिकेटर के रूप में पेश किया था. इतना ही नहीं वह कई जगह खुद को आईपीएस भी बताता था.