मुहर्रम (Muharram), इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है. यह वर्ष के चार पवित्र महीनों में से एक है जब युद्ध की मनाही होती है. इसे रमजान के बाद दूसरा सबसे पवित्र महीना माना जाता है. मुहर्रम के दसवें दिन को आशूरा (Ashura) के नाम से जाना जाता है. मुहर्रम को शोक दिवस (Mourning Day) भी कहते हैं. इस दिन शिया मुसलमान (Shi'a Muslims) उसैन इब्न अली (Ḥusayn ibn Ali) के परिवार की त्रासदी का शोक मनाते हैं. इस साल मुहर्रम 17 जुलाई को है.
खुशी की घटनाओं से दूर रहकर शियाओं ने उसैन की शहादत का शोक मनाते हैं. इसके बजाय, शिया मुसलमान इमाम हुसैन के प्रति संवेदना व्यक्त करने और शहीदों को प्रार्थना, प्रार्थना पढ़ने और दान कार्यक्रम आयोजित करते हैं. शिया मुसलमान अशूरा पर जितना हो सके उतना कम खाते हैं. हालांकि, इसे उपवास के रूप में नहीं देखा जाता है (Muharram, Honor the Martyrs).
एलेविस दस या बारह दिन उपवास करते हैं (Alevis fast). प्रत्येक दिन शिया इस्लाम के बारह इमामों में से एक के लिए, इमामों को मनाने और शोक करने के लिए मानाया जाता है. किसी भी तरह के मनोरंजन से बचते हैं, जो उनके हुसैन के शोक के हिस्से के रूप में होता है. इसके अलावा, एक महत्वपूर्ण जियारत किताब है, जियारत अशूरा, जो उसैन के बारे में है. शिया धर्म में, इस तारीख को इस जियारत को पढ़ा जाता है (Muharram, Ziyarat Ashura)
क्या धर्मनिरपेक्षता एक दिखावा है? इस खबर को समझने के लिए प्रेमचंद ने क्या लिखा था, याद करिए... बिगाड़ के डर से क्या ईमान की बात नहीं करोगे? ये लाइन इसलिए याद करा रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश के बरेली में मुहर्रम के जुलूस में विवाद हुआ. एक पक्ष की भीड़ ने दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया. देखें 'खबरदार'.
डीजीपी ने अधिकारियों से कहा कि कहीं किसी नई परंपरा की अनुमति न दी जाए. उनोंने कहा कि कावड़ यात्रा के मार्गों को पूर्व से ही चेक कर लिया जाये तथा मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों व हाट स्पाट पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए.
लखीमपुर खीरी में मोहम्मदी थाना क्षेत्र के गरदहा गांव में हाईवे पर ताज़िया जुलूस निकाला गया था. ताज़िया काफी लंबा था. इस वजह से वहां से गुज़री 33 हजार की लाइन से टकरा गया. देखें वीडियो.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में ताजिया निकालने के दौरान एक शख्स की मौत हो गई और 13 लोग घायल हो गए. बिजली के तार से ताजिया टच हो जाने के कारण ये हादसा हुआ. वीडियो में दिख रहा है कि जैसे ही ताजिया बिजली के तार से छूता है, धमाका हो जाता है. इसके बाद भगदड़ मच जाती है.
बिहार की राजधानी पटना में मुहर्रम के जुलूस के दौरान हंगामे की खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ शरारती तत्वों ने मुहर्रम के जुलूस के दौरान शुभम किराना स्टोर नाम की एक दुकान में तोड़फोड़ और लूटपाट की. सिर्फ इतना ही नहीं, दुकानदार के विरोध करने पर उपद्रवियों ने लाठी डंडे से उसकी पिटाई भी की.
बिहार की राजधानी पटना के राजा बाजार इलाके में मुहर्रम के जुलूस के दौरान हंगामे की खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ शरारती तत्वों ने मुहर्रम के जुलूस के दौरान शुभम किराना स्टोर नाम की एक दुकान में तोड़फोड़ और लूटपाट की. देखें भोजपुरी बुलेटिन.
याद करिए मुहर्रम के समय में सड़कें सूनी हो जाती थी. आज मुहर्रम आयोजित हो रहा है इसका पता भी नहीं लग रहा. ये शब्द उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हैं. ऐसे में मुहर्रम को लेकर उत्तर प्रदेश में योगी की सबसे बड़ी परीक्षा है. देखें.
बिहार के मुंगेर और पटना में मोहर्रम जुलूस के दौरान बवाल की खबर सामने आई है. मुंगेर में मोहर्रम जुलूस के दौरान दो अखाड़ा दल के बीच विवाद हो गया. दोनों पक्षों की ओर से जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसका वीडियो भी सामने आया है. देखिए VIDEO
Muharram 2024: मुहर्रम से इस्लाम का नया साल शुरू होता है. आज यानी 17 जुलाई को मुहर्रम है. इस्लाम धर्म के लोग मुहर्रम के महीने को बेहद पवित्र मानते हैं. मोहर्रम की 10 तारीख को रोज-ए-आशुरा कहा जाता है.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने मंगलवार और बुधवार को मुहर्रम के चलते ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है, ताकि लोगों को आने-जाने में किसी तरह की दिक्कत ना हो और मुहर्रम का जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जा सके.
इमाम हूसैन ने अपने परिवार सहित 72 साथियों के साथ कर्बला के मैदान में शहादत दी थी. इसके लिए हर साल मुहर्रम में उनको याद कर मजलिसों (शोक सभाओं) का आयोजन होता है. शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा कि रातभर चलने वाले नौहा ख्वानी और मजलिसों (शोक सभाओं) को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की जाए.