मुखर्जी नगर (Mukherjee Nagar), उत्तरी दिल्ली (Northern Delhi) का एक इलाका है. इसका नाम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सम्मान में रखा गया था. मुखर्जी नगर कई कोचिंग संस्थानों का गढ़ है. यहां काफी संख्या में सरकारी जॉब्स के इच्छुक स्टूडेंट्स रहते हैं (Mukherjee Nagar Coaching Hub).
छात्रों की एक बड़ी संख्या से भरे, मुखर्जी नगर में आए दिन छात्र एजेंडा को लेकर विरोध प्रदर्शन होता रहता है. 2013 में यूपीएससी और 2017 में एसएससी के खिलाफ भी राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन हुआ था (Mukherjee Nagar Students Agenda).
इस इलाके के सड़कों पर किताबों की कई बड़ी दुकानें, पुस्तकालय, किराये के मकान और कोचिंग सेंटर्स हैं. चुकि यहां स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है जिसके कारण भोजनालयों और ढाबों की भी भरमार है (Mukherjee Nagar Area).
मुखर्जी नगर सीधे किसी मेट्रो लाइन पर नहीं है. यह दक्षिण में गुरु तेग बहादुर नगर (GTB Nagar), उत्तर में जीटी करनाल रोड, पश्चिम में निरंकारी कॉलोनी और पूर्व में यमुना नदी से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है. इसके बीच से कोई रेलवे स्टेशन या रेलवे लाइन नहीं गुजरती है. मुखर्जी नगर का निकटतम मेट्रो स्टेशन गुरु तेग बहादुर नगर है (Mukherjee Nagar Nearest Metro Station).
छात्रों द्वारा मुखर्जी नगर इलाके में कैंडल मार्च निकाला गया और दीपक मीना के लिए मौन रखा गया. इस मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा. कैंडल मार्च निकाल रहे छात्रों ने पुलिस प्रशासन पर कई सवाल उठाए साथ ही मांग की है कि जल्द दोषियों को ढूंढा जाए व कड़ी सजा दी जाए.
दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी कर रहे एक शख्स ने सुसाइड कर लिया. उसका शव 20 सितंबर को जंगल में फंदे से लटकता हुआ मिला था. मृतक युवक राजस्थान का दौसा का रहने वाला था और उसने प्रीलिम्स का एग्जाम भी क्लीयर कर लिया था.
दिल्ली के मुखर्जी नगर में ज्वेलरी के शोरूम पर बदमाशों ने पिस्टल से हमला कर दिया. बाइक पर सवार होकर फरार हो गए. वहीं पश्चिम विहार में एक नाबालिग से पानी गिर जाने के बाद हुई लड़ाई में एक लड़का घायल हो गया, जिसका इलाज चल रहा है. तिलक नगर में भी बदमाशों ने मिठाई की दुकन पर हमला किया था.
राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की मौत पर मुखर्जी नगर के स्टूडेंट्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां स्टूडेंट्स ने सड़क जाम कर कहा कि जितनी गलती कोचिंग सेंटर चलाने वाले मालिकों की है, उतनी ही गलती नगर निगम और अन्य संबंधित विभाग की है. उन पर भी एक्शन होना चाहिए.
जीवन के करीब 27 साल सिविल सर्विसेज की तैयारियों को समर्पित कर चुके पुष्पेंद्र श्रीवास्तव को भले ही अभी तक सफलता नहीं मिल पाई, लेकिन उन्हें इसके लिए किसी से शिकायत नहीं है. चेहरे पर वही कॉन्फिडेंस और सफलता हासिल करने की लगन साफ झलकती है.
Delhi Crime: सीसीटीवी में दिखाई दे रहा है कि कार का अगला टायर बच्चे पर चढ़ गया. मासूम के माता-पिता ने दौड़कर बच्चे को उठाया और लहूलुहान हालत में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. पुलिस ने आरोपी महक बंसल को भी गिरफ्तार कर लिया है.
कोचिंग सेंटर्स को लेकर सरकार की नई गाइडलाइन आई है. इन गाइडलाइंस में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि छात्रों को पढ़ाई के वक्त किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े. नए नियम के बाद कोचिंग संस्थानों की मनमानी पर लगाम लगने की उम्मीद है.
कोचिंग सेंटर की ओर से दलील पेश करने वाले वकील ने दावा किया कि वे मानदंडों का पालन कर रहे हैं, तो दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से कहा गया कि यह अधिकारियों को देखना है कि वे नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं.
इमारत से सुरक्षित बचाई गई ढाई साल की बच्ची का नाम अंबी है. उसे दिल्ली फायर सर्विस के जवान अजमेर में इमारत से बाहन निकाला था. धुएं के कारण अंबी बेहोश हो गई थी. अजमेर खुद अपनी गोद में लिए हुए अंबी को इलाज के लिए अस्पताल की तरफ दौड़े थे.
मुखर्जी नगर के एक पीजी में बुधवार शाम लगभग 7.47 बजे उन्हें आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद दमकल विभाग की 20 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया. यह आग मुखर्जी नगर के सिग्नेचर अपार्टमेंट के पीजी में लगी थी.
सिर्फ कोटा ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए घर बार छोड़ कर चंद किताबों के साथ खुद को बंद कर लेते हैं. राजधानी दिल्ली के मुखर्जी नगर में भी एक कोटा बसता है. सपना और उसकी सहेली भी मुखर्जी नगर में प्रतियोगी परीक्षाएं क्रैक करने की उम्मीद पाले हुए हैं लेकिन सपना को लगता है कि परिवार की उम्मीदें और समाज का डर बच्चों के सपनों पर भारी हो रहा है.
विक्रांत मैसी 12वीं फेल के लीड एक्टर हैं, जो फिल्म में UPSC की तैयारी करने वाले छात्र की भूमिका निभा रहे हैं. 12वीं फेल की कहानी कॉम्पिटिटिव एग्जाम UPSC के लिए ट्राई करने वाले लाखों छात्रों की सच्ची कहानियों से प्रेरित है.
मामले में दायर स्टेट्स रिपोर्ट में, दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे 583 कोचिंग संस्थानों में से केवल 67 के पास दिल्ली अग्निशमन सेवाओं की एनओसी है. मुखर्जी नगर अग्निकांड के बाद दिल्ली नगर निगम लगातार एक्शन ले रहा है.
सोमवार को नोटिस जारी कर DIOS ने इन सभी कोचिंग सेंटर को दो दिन के अंदर यानी 21 जून तक रजिस्ट्रेशन करवाने और फायर सेफ्टी एनओसी लेने के का समय दिया था. नोटिस मिलने के बाद और रजिस्ट्रेशन का डेट बीतने के बाद भी 10 कोचिंग सेंटर ने DIOS को कोई जवाब नही सौंपा.
Mukherjee Nagar Fire Accident: मुखर्जी नगर में स्थित ज्ञान बिल्डिंग में 15 जून 2023 को आग लगने से छात्रों की जान खतरे में पड़ गई थी. बताया गया कि जिस वक्त इस बिल्डिंग में आग लगी उस वक्त बिल्डिंग के अलग-अलग कोचिंग सेंटर पर में 300 छात्र मौजूद थे. इस हादसे में 61 छात्रों को चोट आई थी.
Korba News: छत्तीसगढ़ के कोरबा में दिल्ली के मुखर्जी नगर जैसा अग्निकांड देखने को मिला है. यहां एक कमर्शियल काम्प्लेक्स में भीषण आग लग गई. जान बचाने के लिए कई लोगों ने पहली मंजिल से छलांग लगा दी. इस अग्निकांड में तीन लोगों की मौत हो गई है.
दिल्ली का मुखर्जी नगर इलाका आज स्टूडेंट्स का मक्का कहा जाता है जहां पूरे देश से छात्र यूपीएससी या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं. कभी यह इलाका बहुत खुला खुला रिहाइशी इलाका था. जानिए- आखिर क्यों मुखर्जी नगर इतना बड़ा कोचिंग हब बन गया?
मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में गुरुवार को लगी आग की घटना का दिल्ली हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. इस मामले में दिल्ली सरकार, फायर सर्विस, पुलिस और नगर निगम से जवाब तलब किया है. इस संबंध में नोटिस जारी किया गया है. कोर्ट ने जवाब देने के लिए दो हफ्तों की मोहलत दी है. उसके बाद मामले में सुनवाई की जाएगी.
Mukherjee Nagar Fire: मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में अचानक लगी आग में 61 छात्र घायल हो गए, जिन्हें तीन अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया. घटनास्थल की कई ऐसी तस्वीरें अब सामने आईं, जिनमें छात्र रस्सी और पाइरप के सहारे नीचे उतरते नजर आ रहे हैं.
मुखर्जी नगर में गुरुवार को जब आग लगी, उस वक्त वहां मौजूद छात्रों ने aajtak.in से आपबीती सुनाई. उसी बिल्डिंग में उनकी कोचिंग चल रही थीं. धुएं और लोगों के शोर से उन्हें आग का पता चला. इससे क्लास में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. घुटन से बचने के लिए कुछ छात्रों ने कमरे की खिड़की तोड़ी और स्टाफ की मदद से एसी को निकाला गया.
दिल्ली के मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में आज आग लग गई, जिसके बाद छात्रों को रस्सी के सहारे कूदकर जान बचानी पड़ी. मौके पर दमकल की कई गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाया गया. वहीं चश्मदीदों ने बताया कि चार मंजिल की बिल्डिंग में एक ही एंट्री प्वाइंट है. वह ब्लॉक हो गया था, जिस वजह से बच्चे कूद गए.