मुनव्वर राना (Munawwar Rana) उर्दू के मशहूर शायर थें. वह हिंदी और अवधी भाषाओं में भी लिखते थें. मुनव्वर ने कई अलग शैलियों में अपनी गजलें प्रकाशित की थीं. उनको उर्दू साहित्य के लिए 2014 का साहित्य अकादमी पुरस्कार और 2012 में शहीद शोध संस्थान द्वारा माटी रतन सम्मान से सम्मानित किया गया था. उन्होंने लगभग एक साल बाद अकादमी पुरस्कार लौटा दिया था. साथ ही, बढ़ती असहिष्णुता के कारण कभी भी सरकारी पुरस्कार स्वीकार नहीं करने की कसम खाई थी (Munawwar Rana Awards). 15 जनवरी 2024 को मुनव्वर राणा का कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया है.
मुनव्वर राना का जन्म 26 नवंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रायबरेली (Rae Bareli, Uttar Pradesh) में हुआ था (Munawwar Rana Age), लेकिन उन्होंने अपना अधिकांश जीवन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बिताया. उनके पिता अनबर राना और मां आयशा खातून थी (Munawwar Rana Parents). मुनव्वर राना अपनमे परविर के साथ लखनऊ में रहते थें. उनका एक बेटा, तबरेज राना और एक बेटी, सुमैया राना है (Munawwar Rana Children).
उनके बेटे तबरेज राना (Tabrez Rana) को रायबरेली पुलिस ने अगस्त 2021 में अपने चाचा और चचेरे भाई को फंसाने के लिए कथित तौर पर खुद के खिलाफ गोलीबारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस की माने तो यह एक संपत्ति विवाद के संबंध में किया गया था. कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. पुलिस ने यह भी कहा कि मुनव्वर का बेटा तबरेज राना तिलोई से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था और सुरक्षा और मीडिया कवरेज पाने के लिए खुद पर हमले की योजना बनाई थी (Tabrez Rana Arrested).
मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राना समाजवादी पार्टी की सदस्य हैं (Munawwar Rana Daughter SP Leader).
एल्विश को 17 मार्च के दिन नोएडा पुलिस ने कोबरा कांड मामले में गिरफ्तार किया है. एल्विश को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. लेकिन एल्विश की गिरफ्तारी से बिग बॉस 17 के विनर और यूट्यूबर के दोस्त मुनव्वर फारुकी बिल्कुल अनजान थे. अब उनका ये बयान दोनों की दोस्ती को ध्यान में रखकर थोड़ा ज़्यादा शॉकिंग है.
बिग बॉस 17 की ट्रॉफी स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी ने अपने नाम की. उन्हें 50 लाख का चैक और एक चमचमाती कार मिली. बावजूद इसके मुनव्वर बिग बॉस के हाईएस्ट पेड कंटेस्टेंट नहीं हैं.
साफ़गोई, संजीदगी, ख़ालिसी और गहराई के बिना कोई बात कहना सैयद मुनव्वर अली (असल नाम) के लिए मानो ना-क़ाबिल-ए-बरदाश्त था. मौजूदा दौर में महफ़िलों में चल रहे 'बाज़ारूपन' को उन्होंने अपने आसपास भटकने भी नहीं दिया. उर्दू साहित्य के लिए 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजे जा चुके राना साहब की पैदाइश 26 नवंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुई थी.
मुनव्वर राना शायरी में सरल भाषा, नए विषय, नई बातें और बिल्कुल नया रंग लेकर आए. मुशायरों की दुनिया के सुपरस्टार रहे. शायरी को चाहने वालों के लिए मुनव्वर के शेर पूंजी के रूप में याददाश्त में रहेंगे.
लखनऊ पहुंचे जावेद अख्तर ने, शायर मुनव्वर राना के जनाजे को कंधा दिया. राणा के निधन को उन्होंने हिंदुस्तान की तहजीब के लिए बड़ा नुकसान बताया. मीडिया से बात करते हुए जावेद साहब भावुक हो गए और बोले की इस नुकसान की भरपाई अब शायद कभी नहीं हो पाएगी.
लखनऊ पहुंचे जावेद अख्तर ने, शायर मुनव्वर राणा के जनाजे को कंधा दिया. राणा के निधन को उन्होंने हिंदुस्तान की तहजीब के लिए बड़ा नुकसान बताया. मीडिया से बात करते हुए जावेद साहब भावुक हो गए और बोले की इस नुकसान की भरपाई अब शायद कभी नहीं हो पाएगी.
आज एक मकबूल आवाज शांत हो गई. मां पर कई रचनाएं लिखने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राना का देर रात कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया. वो कई दिनों से बीमार थे. आजतक पर भी मुनव्वर राना ने सुनाए थ कुछ अशआर. सुनिए.
मशहूर शायर होने के साथ-साथ मुनव्वर राना कवि, लेखक और गीतकार भी थे. मुनव्वर राना का जन्म 26 नवंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के एक गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम अनवर राना और उनकी मां का नाम आयशा खातून है.
उर्दू के मशहूर शायर मुनव्वर राना का कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया है. इन्होंने दुनिया को दिल छू लेने वाली कई ग़ज़लें, नज़्में, कविताएं, शायरी तोहफे में दी हैं. आज उनकी याद में हम आपके लिए उनकी कुछ मशहूर रचनाएं लेकर आए हैं. जरूर पढ़िएगा...
मशहूर शायर मुनव्वर राना का देर रात कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया. वह कई दिनों से बीमार थे. उनका लखनऊ के पीजीआई में इलाज चल रहा था. उन्हें 9 जनवरी को तबीयत बिगड़ने के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
मुस्लिम लीडर सुमैया राणा (Sumaiya Rana) ने आगे कहा कि फिलिस्तीन के लाखों लोग मारे जा चुके हैं. मगर, हमास के एक हमले पर इतना बड़ा हंगामा और बवाल मचा है. मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ षड्यंत्र है. उसी के तहत हमास को आतंकवादी ग्रुप साबित करना कोई बड़ी बात नहीं है. अगर हमास आतंकवादी ग्रुप है तो फिर इजरायल क्या है.
मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) के घर से 40 लाख रुपये की चोरी हुई है. वो लखनऊ के हुसैनगंज थाना क्षेत्र में एफआई ढींगरा अपार्टमेंट के फ्लैट में रहते हैं. इस समय उनकी तबीयत खराब है. इसकी वजह से वो पीजीआई (PGI) में एडमिट हैं और इलाज चल रहा है. आरोप है कि घर में रखी करीब 40 लाख रुपये की ज्वेलरी चोरों ने पार कर दी.
मशहूर शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा ने बताया कि उनके पिता मुनव्वर राणा अब पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं लेकिन अभी भी अस्पताल में वेंटीलेटर पर हैं. उन्हें किडनी में संक्रमण और गॉल ब्लैडर में पथरी की समस्या है. हालांकि डॉक्टरों की टीम द्वारा अच्छा इलाज किया जा रहा है. देखें ये रिपोर्ट.
मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) की तबीयत खराब हो गई है जिसके बाद उन्हें लखनऊ के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है और डॉक्टरों ने अगले 72 घंटे उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद अहम बताए हैं.
पीएम मोदी की मां का शुक्रवार को निधन हो गया. ऐसे में मां पर शायरी लिखने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राणा भी रो पड़े. बातचीत में कई बार वो रोते हुए भी दिखाई पड़े और खुद को संभालते हुए कहा कि वह 70 वर्ष के ऊपर हो गए हैं लेकिन आज जब भी बुखार आता है तो हम ना अल्लाह को पुकारते हैं ना किसी को पुकारते हैं, बस अम्मा-अम्मा-अम्मा और अम्मा पुकारते रहते हैं.