भारत के पड़ोस का एक सिरा विद्रोह की आग से जल रहा है. स्थिति ऐसी है कि यहां एक नए राष्ट्र का उदय हो सकता है. विद्रोही सेनाएं म्यांमार सरकार से एक के बाद एक भौगोलिक क्षेत्र छीनते जा रहे हैं. यहां विद्रोहियों की स्थिति ऐसी है कि अपने करोड़ों डॉलर के निवेश को सुरक्षित रखने के लिए भारत और चीन को दखल देना पड़ा है.
मिजोरम के चम्फाई जेल दो कैदी जेल प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर भाग गईं, जिसके बाद पूरे जेल में हड़कंप मच गया. पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.
अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट भारत में नशे की खेप लाने के लिए अलग-अलग रास्तों का फायदा उठा रहे हैं. गुजरात का मुंद्रा पोर्ट, पंजाब बॉर्डर, नेपाल और म्यामांर के रास्ते भारत में ड्रग्स लाई जा रही है. जिनमें समुद्री मार्गों के ज़रिए से तस्करी की जाने वाली अफगान हेरोइन भी शामिल है.
म्यांमार में सत्तारूढ़ सैन्य जुंटा (तातमादॉ) और विभिन्न जातीय विद्रोही समूहों के बीच चल रहे संघर्ष ने देश को गृह युद्ध की स्थिति में धकेल दिया है. रेखाइन (पूर्व में अराकान) प्रांत, जहां भारत की महत्वाकांक्षी कलादान मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट (केएमटी) परियोजना का एक बड़ा हिस्सा स्थित है, पर अब बर्मी सेना का नियंत्रण कमजोर पड़ता दिख रहा है.
वीडियो में कीचड़ भरी जमीन पर शवों के ढेर बिखरे हुए दिख रहे हैं और उनके आसपास पड़े हुए उनके सूटकेस और बैकपैक दिखाई दे रहे हैं. जीवित बचे तीन लोगों ने कहा कि 200 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि एक अन्य शख्स ने कहा कि 70 से अधिक लोगों की मौत हुई है.
मणिपुर में म्यांमार बॉर्डर पर सीमा का निर्माण करने के विरोध में बड़ा प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शनकारियों ने FMR रद्द करने के विरोध में सड़कों पर नारेबाजी की.
कुछ वक्त पहले कच्चातिवु द्वीप को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा था कि इस भारतीय आइलैंड को तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने श्रीलंका को दे दिया था. ये बहस थमी भी नहीं कि नया विवाद उठ खड़ा हुआ. कोको द्वीपसमूह के बारे में कहा जा रहा है कि इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने म्यांमार को दे दिया था.
देश में सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (CAA) लागू होते ही रोहिंग्या मुसलमानों पर अलग बहस छिड़ चुकी. सेंटर ने एक याचिका के जवाब में सुप्रीम कोर्ट से कहा कि अवैध ढंग से आए रोहिंग्याओं को अगर रुकने दिया जाए तो देश की सुरक्षा खतरे में आ सकती है. साथ ही यह भी कहा कि हमारे यहां अलग से रिफ्यूजी एक्ट नहीं है, जो हमें किसी को शरणार्थी मानने पर बाध्य कर सके.
अवैध रोहिंग्याओं को वापस उनके देश म्यांमार भेजने की शुरुआत मणिपुर से हो चुकी है. इस बीच, सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के बीच रोहिंग्याओं को शरणार्थी का दर्जा देने पर ठन गई है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई.
भारत सरकार ने रोहिंग्या मुस्लिमों की पहली खेप को म्यांमार भेज दिया. ये वे लोग थे, जो अवैध तरीके से सीमा पार करके आए और मणिपुर में रह रहे थे. इस बीच, म्यांमार से सटी भारतीय सीमाओं की घेराबंदी की जा रही है. मगर, कौन हैं रोहिंग्या और ये म्यांमार से भागे क्यों? दरअसल, ये सुन्नी मुस्लिम हैं, जो म्यांमार के रखाइन प्रांत में रहते आए थे.
भारत सरकार ने रोहिंग्या मुस्लिमों की पहली खेप को म्यांमार भेज दिया. ये वे लोग थे, जो अवैध तरीके से सीमा पार करके आए, और मणिपुर में रह रहे थे. घुसपैठ कर चुके रोहिंग्याओं को उनके देश भेजने से कुछ पहले ही एक और बड़ा फैसला लिया गया. इसके तहत म्यांमार से सटी भारतीय सीमाओं की घेराबंदी की जाने वाली है.
म्यांमार और भारत के बीच मुक्त आवाजाही खत्म कर दी गई है. गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को इसपर आदेश जारी किया. दोनों देशों के बीच करीब 1600 किलोमीटर लंबा बॉर्डर है, जिससे लोग बिना वीजा अंदर आ-जा सकते हैं. रिश्ते बनाए रखने के लिए जारी ये बंदोबस्त भारत के लिए मुसीबत बन चुका था.
भारत की सीमाओं को अभेद्य बनाने की तैयारी चल रही है. 1643 km लंबी भारत-म्यांमार पर बाड़ लगने वाला है. यह बात खुद गृहमंत्री अमित शाह ने बताई है. इसके साथ एक पेट्रोलिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा. 10 km की बाड़ मणिपुर के मोरेह में लग चुकी है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि म्यांमार में रहने की योजना बना रहे सभी भारतीय नागरिकों (अल्पकालिक पर्यटकों को छोड़कर) को यांगून स्थित भारतीय दूतावास के साथ खुद को पंजीकृत करने की सलाह दी जाती है. दूतावास के साथ पंजीकरण से नागरिकों को किसी भी आपातकालीन स्थिति में या ऐसी आवश्यकता उत्पन्न होने पर उठाए जाने वाले उपायों की सुविधा मिलेगी.
म्यांमार के सैनिकों को लेने के लिए आया विमान मिजोरम के लेंगपुई एयरपोर्ट पर क्रैश हो गया. वह प्लेन रनवे से फिसलकर नीचे खाईं में गिर गया. इससे दो लोग जख्मी हुए हैं. जबकि 12 अन्य लोगों को मामूली चोटें आई हैं. यह प्लेन भारत में भागकर आए म्यांमार सेना के जवानों को लेने आया था.
प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या में जिस तरह से विकास कार्य हुआ है आने वाले दिनों में इस शहर के एक बड़े बिजेनस हब के रूप में उभरने की उम्मीद है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि म्यांमार की तरफ से घुसपैठ को रोकने के लिए देश की सीमाओं पर फेंसिंग लगाई जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रामेश्वरम पहुंचे और समुद्र में डुबकी लगाई. पढ़ें आज की पांच बड़ी खबरें.
म्यांमार के एक विद्रोही गुट अराकान आर्मी (AA) ने दावा किया कि उसने म्यांमार के पलेतवा शहर पर कब्जा कर लिया. करीब 30 हजार लड़ाकों वाला ये समूह जिस शहर पर कंट्रोल पाने की बात कर रहा है, वो भारत और बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ है. जानिए, क्या है अराकान आर्मी, और क्यों पड़ोसियों के लिए खतरा बन सकती है.
म्यांमार में लगभग 90 फीसदी आबादी बौद्ध है. उन पर गैलप ने एक सर्वे किया है. चैरिटीज एड फाउंडेशन ने इसके आधार पर एक रिपोर्ट जारी की. इसमें माना गया कि म्यांमार के रहने वाले लोग आमतौर पर दान में भरोसा करते हैं. जबकि यहां बड़ी आबादी गरीबी रेखा से नीचे जी रही है. दरअसल, इसकी बड़ी वजह है म्यांमार के लोगों की धार्मिक प्रैक्टिस.
यूनाइटेड किंगडम की संस्था चैरिटीज एड फाउंडेशन लगभग हर साल एक लिस्ट निकालती है, जिसमें बताया जाता है कि कौन सा मुल्क सबसे ज्यादा दान करता है. इसके अनुसार म्यांमार दुनिया का सबसे बड़ा दानवीर देश है. कुल 142 देशों के सर्वे में अमेरिका और यूरोप जैसे अमीर इलाके काफी पीछे रहे. डोनेशन के मामले में म्यांमार अक्सर ही बाजी मारता है.
आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मणिपुर की स्थिति के साथ मिलकर सेना स्थिति पर नजर रख रही है. सेना के पास असम राइफल्स की करीब 20 बटालियन हैं, जो भारत-म्यांमार सीमा पर तैनात हैं.
मिरोजम के मुख्यमंत्री ने दिल्ली दौरे से लौटने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि म्यांमार से आए शरणार्थियों और मणिपुर से जातीय हिंसा के बाद विस्थापित कर आए लोगों की मदद करेगा. केंद्र इस मुद्दे पर हमारी सरकार के साथ मिल कर काम करने के लिए तैयार है.