नाग पंचमी - Nag Panchami) पूरे भारत (India) और नेपाल (Nepal) में मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, श्रावण के चंद्र महीने के शुक्ल पक्ष (Shukla Paksha) के पांचवें दिन पूजा की जाती है. कुछ भारतीय राज्य, जैसे कर्नाटक, राजस्थान और गुजरात में नाग पंचमी को उसी महीने के कृष्ण पक्ष पर मनाते हैं (Nag Panchami in India).
पंचमी चंद्रमा के ढलने के पंद्रह दिनों में से पांचवां दिन है. नाग पूजा का यह विशेष दिन हमेशा चंद्र हिंदू महीने श्रावण जुलाई या अगस्त में चंद्रमा के घटने के पांचवें दिन पड़ता है. इसलिए इसे नाग पंचमी कहा जाता है. इस साल यह 21 असगस्त को मनाया जाएगा (Nag Panchami 2023).
नाग पंचमी के दिन चांदी, पत्थर, लकड़ी या सांपों की पेंटिंग से बने नाग देवता को दूध से स्नान कराया जाता है और परिवार के कल्याण के लिए उनका आशीर्वाद मांगा जाता है. इस दिन जीवित सांपों, विशेष रूप से कोबरा की भी पूजा की जाती है (Nag Panchami, Worship of Cobra Snake).
इस दिन से जुड़ी एक कथा प्रचलित है. माना जाता है कि महाभारत महाकाव्य में, राजा जनमेजय के नागों के बलिदान को रोकने के लिए ऋषि अस्तिका की खोज, सर्वविदित है, क्योंकि इस बलिदान के दौरान महाभारत को सबसे पहले ऋषि वैशम्पायन ने सुनाया था. यह यज्ञ यज्ञ जनमेजय द्वारा नाग की जाति को नष्ट करने के लिए किया गया था ताकि सांपों के राजा तक्षक के घातक काटने के कारण अपने पिता परीक्षित की मृत्यु का बदला लेने के लिए अस्तित्व में हर सांप को मार दिया जा सके. जिस दिन आस्तिक के हस्तक्षेप के कारण यज्ञ रोक दिया गया, वह दिन श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन था. तब से उस दिन को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाने लगा (Story Behind the Nag Panchami).
नाग पंचमी पवित्र नाग पूजा का त्योहार हैं और इसके शुभ अवसर पर प्रसिद्ध उडुपी वैद्य ने सद्गुरु सन्निधि, चिक्काबल्लापुर में नाग मंदिर में नाग मंडल पूजा का आयोजन किया. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने मंदिर में आरती करके इस प्रक्रिया की शुरुआत की. इस अनुष्ठान में भाग लेने वाले लोगो को नाग मंदिर में अर्पण का अवसर भी मिला.
Nag Panchami 2023: पंचांग के अनुसार, सावन महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी मनाई जाती है. इस साल नाग पंचमी का यह पावन पर्व 21 अगस्त यानी आज मनाया जा रहा है. नाग पंचमी पर भगवान शिव की पूजा-आराधना के साथ उनके गले की शोभा बढ़ाने वाले नाग देवता की विधिवत पूजा-अर्चना होती है.
24 साल बाद नाग पंचमी और सावन सोमवार का संयोग बना है...देशभर में भोले के भक्तों ने महादेव का दूध, शहद और दही से अभिषेक किया...वहीं नाग पंचमी के मौके पर नाग देवता की पूजा-अर्चना भी की...
नाग पंचमी पर उज्जैन के मंदिर में हुई पूजा
सावन के सातवें सोमवार पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी...भक्तों ने महादेव का दूध, शहद, घी से अभिषेक किया...जबकि नाग पंचमी के मौके पर नाग चंद्रेश्वर मंदिर में भी खासी भीड़ उमड़ी.
Nag Panchami 2023: 21 अगस्त यानी आज नाग पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी का त्योहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. देश के हर हिस्से में नाग पंचमी अलग अलग तरीकों से मनाई जाती है. आइए जानते हैं नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.
इस बार नाग पंचमी पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनने जा रहा है, जिससे कई राशियों को फायदा मिलेगा.
नाग पंचमी का त्योहार हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस बार नाग पंचमी 21 अगस्त को मनाई जाएगी.
Nag Panchami 2023: नाग पंचमी का त्योहार हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस बार नाग पंचमी 21 अगस्त को मनाई जाएगी. मान्यतानुसार, नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिक शक्ति, अपार धन और मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है.