नंद किशोर यादव, राजनेता
नंद किशोर यादव (Nand Kishore Yadav) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और बिहार सरकार में सड़क निर्माण और स्वास्थ्य के विभाग के पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं. वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सदस्य हैं. वह जून 2013 में महागठबंधन के विभाजन के बाद बिहार सरकार में मंत्री के रूप में शामिल हुए थे. इससे पहले, वह सड़क निर्माण और पर्यटन के लिए कैबिनेट मंत्री थे. वह बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे हैं. यादव बिहार विधानसभा के प्रकाशन समिति के अध्यक्ष हैं.
नंद किशोर यादव का जन्म 26 अगस्त 1953 को पटना में स्वर्गीय पन्ना लाल यादव और स्वर्गीय राजकुमारी यादव के घर हुआ था (Nand Kishore Yadav age). उनके परदादा झालो सरदार उस दौर के प्रसिद्ध जमींदार थे. कहा जाता है कि वह शेरों को पालते थे (Nand Kishore Yadav great grandfather). उन्होंने पटना विश्विद्यालय से बीएससी में दाखिला लिया लेकिन अंतिम वर्ष में पढ़ाई छोड़ दी (Nand Kishore Yadav education).
यादव के राजनीतिक जीवन की शुरुआत जेपी आंदोलन से जुड़ी हुई है. वह 1974-1976 के दौरान 23 सप्ताह के लिए जेल में रहे थे. 25 साल की उम्र में नंद किशोर यादव पटना नगर निगम के पार्षद चुने गए और जनता युवा मोर्चा के पटना जिला प्रमुख भी बने. 1982 में वे पटना नगर निगम के डिप्टी मेयर बने. 1983 में, वह भारतीय जनता पार्टी, पटना महानगर के अध्यक्ष बने. 1995 में, वह पटना पूर्व से बिहार विधानसभा पहुंचे. उन्होंने 1995 के बाद से सभी सात विधानसभा चुनाव लड़े और जीते. वे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने. 2000 में, वह फिर से पटना पूर्व से विधायक चुने गए. फरवरी 2005 में वे तीसरी बार पटना पूर्व से और नवंबर 2005 में चौथी बार उसी सीट से विधायक चुने गए. 2005 में उन्हें बिहार सड़क निर्माण विभाग राज्य में मंत्री बनाया गया. अप्रैल 2008 में, उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का पद संभाला. नवंबर 2010 में वे एक बार फिर सड़क निर्माण विभाग में मंत्री बने. जून 2013 में भाजपा-जदयू गठबंधन टूटने के बाद, उन्हें बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका दी गई. नवंबर 2015 में, वे छठी बार पटना पूर्व से विधायक चुने गए. जुलाई 2017 से यादव नवगठित भाजपा-जदयू गठबंधन सरकार में सड़क निर्माण मंत्री बने (Nand Kishore Yadav political career).
बिहार में पिछले कुछ दिनों से जारी सियासी तल्खी के बीच जब सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव का एक-दूसरे से सामना हुआ, अलग ही तस्वीर नजर आई. नीतीश ने लालू को झप्पी दी तो वहीं तेजस्वी ने विधानसभा स्पीकर निर्वाचित हुए नंद किशोर यादव के पैर छुए.
नंद किशोर यादव विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद जब चेयर की ओर जाने लगे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव अपनी कुर्सी से उठे और आगे बढ़क उनका स्वागत किया. दोनों उन्हें आसन तक छोड़कर आए. इस दौरान तेजस्वी ने नंद किशोर के पांव छूकर आशीर्वाद लिया.