भारत के पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव (Narasimha Rao) का पूरा नाम पामुलपर्थी वेंकट नरसिम्हा राव था. वह एक वकील भी थे. उन्हें भारत की अर्थव्यवस्था में सुधारक के रूप में भी जाना जाता है. राव को प्रतिभा मूर्ति लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. केंद्र सरकार ने फरवरी 2024 में भारत रत्न देने का ऐलान किया है. पीएम मोदी ने खुद एक्स पर पोस्ट करते हुए इसकी जानकारी दी थी.
नरसिम्हा राव का प्रधानमंत्री के रूप में राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण समय माना जाता है. उन्होंने एक महत्वपूर्ण प्रशासन का नेतृत्व किया, एक बड़े आर्थिक परिवर्तन और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाली कई घरेलू घटनाओं को अंजाम दिया. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राव को भारत में आर्थिक सुधारों का सच्चा जनक बताया है.
नरसिम्हा राव को 9 दिसंबर 2004 को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया जहां 14 दिन बाद 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया.
साल 1931 में नरसिम्हा राव की महज 10 साल की उम्र का विवाह हो गया. उनकी होने वाली पत्नी सत्यम्मा भी 10 साल की थी. दंपत्ति के तीन बेटें और पांच बेटियां हुई. राव की की पत्नी की 1 जुलाई 1970 को निधन हो गया.
उनके सबसे बड़े बेटे, पी. वी. रंगा राव, कोटला विजया भास्कर रेड्डी के मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री और हनामाकोंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे. दूसरे बेटे, पी. वी. राजेश्वर राव, सिकंदराबाद लोकसभा क्षेत्र से 11वीं लोकसभा (15 मई 1996 - 4 दिसंबर 1997) के सांसद थे.
2004 में कांग्रेस के भीतर गहरे मतभेद उभरकर सामने आए जब पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का निधन हुआ. उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद छिड़ा, कांग्रेस और गांधी परिवार के बीच खटास सामने आई. परिवार की दिल्ली में अंतिम संस्कार की इच्छा के बावजूद, राव का अंतिम संस्कार हैदराबाद में हुआ, जिससे पार्टी में तनाव और बढ़ गया.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर करते हुए ये दावा किया जा रहा है कि जब पीवी नरसिम्हा राव के बेटे प्रभार राव अपने पिता का भारत रत्न स्वीकार कर रहे थे, तब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ताली नहीं बजाई. ‘आजतक’ फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल दावा भ्रामक है. देखें फैक्ट चैक वीडियो.
Bharat Ratna 2024: राष्ट्रपति भवन में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, कृषि वैज्ञानिक डॉ एमएस स्वामीनाथन और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. इन सबको मरणोपरांत ये सम्मान दिया गया. सूत्रों के मुताबिक, खराब स्वास्थ्य की वजह से लाल कृष्ण आडवाणी को उनके घर जाकर सम्मान दिया जा सकता है. देखें ये वीडियो.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को लेकर एक बड़ा ऐलान किया गया है. अहा स्टूडियो और अप्लॉज एंटरटेनमेंट जल्द ही भारत रत्न से सम्मानित पूर्व पीएम नरसिम्हा राव की बायोपिक सीरीज लेकर आ रहा है. 'हाफ लायन' के नाम से आने वाली इस सीरीज का नाम नरसिम्हा राव की बायोग्राफी से प्रेरित है. देखें वीडियो.
भारत की अर्थव्यवस्था बदलने के लिए पी वी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. यह सम्मान उनके 1991 से 1996 के कार्यकाल और योगदान को सम्मानित करता है. अहा स्टूडियो और अप्लॉज एंटरटेनमेंट के बैनर तले बन रही इस सीरीज का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता प्रकाश झा कर रहे हैं.
List of recipients of the Bharat Ratna (1954-2024): अपने क्षेत्र में अहम योगदान से देश का गौरव बढ़ाने वाले लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है. साल 2011 से पहले सिर्फ कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए भारत रत्न दिया जाता था, लेकिन 2011 में इसमें संशोधन किया गया और अब इसका कोई क्षेत्र निर्धारित नहीं है.
मोदी सरकार में शुक्रवार को भारत के 3 दिग्गजों को भारत रत्न देने का ऐलान किया, जिसमें नरसिम्हा राव, किसान नेता चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन का नाम शामिल है. ऐसा माना जा रहा है कि मोदी ने हाल ही में 5 भारत रत्नों का ऐलान करके 400 पार प्लान बना लिया है. देखें
कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को सरकार ने भारत रत्न देने का एलान किया. नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिए जाने का क्या है सियासी समीकरण? देखें रिपोर्ट .
ओबीसी के नेता कर्पूरी ठाकुर से लेकर जाटों और किसानों के नेता चौधरी चरण सिंह तक को भारत रत्न देने का ऐलान किया जा चुका है. पूर्व पीएम नरसिंहा राव और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने का ऐलान हुआ है. इस लिस्ट में लाल कृष्ण आडवाणी भी हैं. क्या भारत रत्न के ऐलान का कनेक्शन बीजेपी की हैट्रिक वाली तैयारी से है? देखें हल्ला बोल
मोदी सरकार ने चुनावी साल में ताबड़तोड़ पांच भारत रत्नों की घोषणा कर दी. नई किस्त में भारत के पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और हरित क्रांति के जनक एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा की गई. विपक्ष की ओर से सवाल उठाया जा रहा है कि चुनावी फायदे के लिए भारत रत्न सम्मान दिया जा रहा है. देखें दंगल.
बीजेपी ने बीते 17 दिन में 5 लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान कर 2024 की राजनीति की अलग बिसात बिछा दी है. आज तो मोदी सरकार ने एक साथ तीन भारत रत्न का एलान किया. सबसे बड़ी बात ये कि तीनों शख्सियत किसी ना किसी रूप में कांग्रेस से जुड़ी रही हैं. देखें शंखनाद.
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और देश में हरित क्रांति के जनक डॉ एमएस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. देखें क्या बोलीं सोनिया गांधी.
Bharat Ratna facts in Hindi: भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा जैसे कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के लिए दिया जाता है. अपने क्षेत्र में अहम कार्य और योगदान से देश का गौरव बढ़ाने वाले लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है.
राम मंदिर उद्घाटन के बाद से ही बीजेपी लगातार मास्टर स्ट्रोक खेल रही है और विपक्षी खेमे को नैरेटिव की लड़ाई में हराने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है. इन प्रयासों में काफी हद तक सफल भी दिख रही है. बीजेपी जानती है कि नैरेटिव की लड़ाई जीतना भी उतना ही जरूरी है, जितना चुनावी मैदान में विपक्ष को हराना. मोदी और राम मंदिर की लहर तो चल ही रही है, लेकिन सीटों का टारगेट छूकर नए रिकॉर्ड बनाना भी किसी चुनौती से कम नहीं है.
देश को आर्थिक सुधारों के युग में प्रवेश कराने का श्रेय नरसिम्हा राव सरकार को ही जाता है. एक किसान और वकील रहे राव ने राजनीति में कदम रखा और कई महत्वपूर्ण पद और विभाग संभाले. नरसिम्हा राव 1951 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य बने और 1957 में मंथनी सीट (अब तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले में) से जीतने के बाद आंध्र प्रदेश विधानसभा पहुंचे.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी सरकार ने एक और बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला है. पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, पूर्व पीएम नरसिम्ह राव और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न का एलान हुआ है. जयंत चौधरी मीडिया के सामने आए और मोदी सरकार को शुक्रिया कहा. न्यूजरूम से देखें बड़ी खबरें.
पीवी नरसिम्हा राव को मोदी सरकार द्वारा भारत रत्न देना भले राजनीतिक फैसला माना जाए, लेकिन आज भारतीय जनता पार्टी जिस रास्ते पर चल रही है उनमें से अधिकतर रास्तों की जमीन पूर्व प्रधानमंत्री राव ने ही तैयार की थी. भारतीय जनता पार्टी वाली केंद्र सरकार ने राव को भारत रत्न देने की घोषणा करके कांग्रेस से एक और आइकॉन छीन लिया है.
केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह औऱ वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का ऐलान किया है. रालोद के मुखिया जयंत सिंह ने अपने दादा चौधरी चरण सिंह भारतरत्न दिए जाने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने पीएम मोदी की पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा, 'दिल जीत लिया.'
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और देश में हरित क्रांति के जनक डॉ एमएस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. इस ऐलान के बाद विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह औऱ वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को को भारत रत्न देने का ऐलान किया है. जिसके बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि सरकार ने किसानों के हित में ये कदम उठाया. देखें