नेफ्यू रियो
नेफ्यू रियो (Neiphiu Rio) एक भारतीय राजनेता और नागालैंड के मुख्यमंत्री हैं. रियो ने इससे पहले तीन अलग-अलग कार्यकालों के लिए मुख्यमंत्री के रूप में काम किया है (CM of Nagaland). वे लगातार तीन बार सेवा करने वाले नागालैंड के एकमात्र मुख्यमंत्री हैं (Only Nagaland CM to serve Three-time). वह लोकसभा में नागालैंड से सांसद भी रहे हैं.
रियो का जन्म 11 नवंबर 1950 को कोहिमा जिले के तुओफेमा गांव में गुओलहौली रियो के घर हुआ था (Date of Birth). वे अंगामी नागा जनजाति से संबंध रखते हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बैपटिस्ट इंग्लिश स्कूल, कोहिमा और सैनिक स्कूल, पुरुलिया, पश्चिम बंगाल से प्राप्त की. उन्होंने दार्जिलिंग के सेंट जोसेफ कॉलेज में आगे की पढ़ाई की और बाद में कोहिमा आर्ट्स कॉलेज से स्नातक किया (Neiphiu Rio Education). रियो का विवाह कैसा रियो से हुआ है, और उनकी पांच बेटियां और एक बेटा है (Neiphiu Rio Wife and Children).
रियो पहली बार 1989 में उत्तरी अंगामी-द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस (आई) के टिकट पर नागालैंड विधान सभा के लिए चुने गए थे. उन्हें खेल और स्कूली शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया था. 1993 में रियो फिर से उसी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस (आई) (Congress I) के उम्मीदवार के रूप में चुने गए और निर्माण और आवास मंत्री के रूप में नियुक्त हुए. बतौर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सदस्य, रियो 1998 से 2002 तक नागालैंड के गृह मंत्री थे. इसी दौरान वे इस्तीफा देकर नागा पीपुल्स फ्रंट में शामिल हो गए. उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अन्य नागा क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर डेमोक्रेटिक अलायंस ऑफ़ नागालैंड (DAN) बना. इस गठबंधन ने 2003 के राज्य चुनावों में जीत हासिल की और कांग्रेस पार्टी के 10 साल लंबे शासन को समाप्त किया. रियो ने 6 मार्च 2003 को मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया.
रियो की पार्टी अगले चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और DAN गठबंधन की सरकार बनी. 2013 के नागालैंड राज्य चुनावों के दौरान, एनपीएफ ने प्रचंड बहुमत जीता और रियो को तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में फिर से चुना गया (Neiphiu Rio Political Career).
नगालैंड में नेफ्यू रियो की अगुवाई एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार को एनसीपी और जेडीयू ने बिना शर्त समर्थन दे दिया है. इसके साथ ही नगालैंड विपक्ष मुक्त वाला राज्य बन गया है, लेकिन यह पहली बार नहीं है बल्कि 2015 और 2021 में भी हो ऐसा ही हो चुका है. सवाल उठता है कि आखिर नगालैंड में क्यों सभी एक साथ आ जाते हैं?
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा के साथ गठबंधन का समर्थन करने पर एनसीपी की आलोचना करते हुए कहा, "अगर 'शरद' , 'शादाब' होते तो उन्हें बी टीम कह दिया जाता और 'धर्मनिरपेक्षों' के लिए अछूत कहा जाता.
NCP ने नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो को समर्थन देने की घोषणा की है. साथ ही शरद पवार ने एनसीपी विधायक पिक्टो शोहे को नगालैंड में एनसीपी विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी. NCP ने नगालैंड में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में 12 सीटों में से 7 पर जीत हासिल की थी.
नगालैंड विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत के साथ एनडीपीपी और बीजेपी सत्ता में वापसी करने में कामयाब रही हैं. नेफ्यू रियो मंंगलवार को पांचवी बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं. नगालैंड की सियासत में रियो को जादूगर कहा जाता है जो कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के साथ-साथ सीएम की कुर्सी पर काबिज हैं.
नगालैंड में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है, इसी दौरान सीएम रियो भी वोट डालने पहुंचे और समर्थकों से मुलाकात की.