नेपच्यून
नेपच्यून (Neptune) सूर्य से आठवां और सबसे दूर ग्रह है (Eighth Planet from the Sun). सौर मंडल में, यह व्यास के हिसाब से चौथा सबसे बड़ा ग्रह है (Diameter of Neptune) और तीसरा सबसे विशाल ग्रह है. यह पृथ्वी के द्रव्यमान का 17 गुना है (Mass of Neptune). नेपच्यून यूरेनस की तुलना में सघन और छोटा है क्योंकि इसका अधिक मास इसके वायुमंडल के अधिक गुरुत्वाकर्षण संपीड़न का कारण बनता है. इसे सौर मंडल के दो बर्फीले विशाल ग्रहों में से एक के रूप में जाना जाता है (Ice Giant Planet).
मुख्य रूप से गैसों और तरल पदार्थों से बना होने के कारण, इसकी कोई "ठोस सतह" नहीं है (Neptune made of Gases and Liquids). ग्रह हर 164.8 साल में एक बार 4.5 अरब किमी या 2.8 अरब मील की औसत दूरी पर सूर्य की परिक्रमा करता है. इसका नाम समुद्र के रोमन देवता के नाम पर रखा गया है. और इसमें खगोलीय प्रतीक है, जो नेपच्यून के त्रिशूल का प्रतिनिधित्व करता है (Symbole on Neptune Trident).
33 साल में पहली बार नेपच्यून ग्रह के छल्लों की तस्वीर आई है. यह स्पष्ट तस्वीर ली है नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने. बर्फीले वायुमंडल वाले नेपच्यून ग्रह की इतनी शानदार तस्वीरें इससे पहले कभी नहीं आई थीं. इन छल्लों की तस्वीर देखकर नासा समेत दुनियाभर के वैज्ञानिक हैरान हैं. इनकी रिंग्स पर स्टडी कर रहे हैं.
धरती के बाद हमारे सौर मंडल में नीले रंग का ग्रह है नेपच्यून (Neptune) यानी वरुण. धरती की तरह ही पिछले 17 सालों से यहां जलवायु परिवर्तन बहुत तेजी से हो रहा है. वैज्ञानिक इससे हैरान हैं. क्योंकि वजह इंसान और प्रदूषण नहीं है.