नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (New Delhi Railway Station Stampede) पर 15 फरवरी 2025 की रात प्रयागराज महाकुंभ (Mahakumbha 2025) जा रहे यात्रियों में मची भगदड़ में 18 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर यात्रियों की भीड़ क्षमता से बहुत ज्यादा हो गई थी. ये यात्री प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे. घटना में 12 गंभीर रुप से घायल लोगों का दिल्ली के LNJP अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. इस दुखद हादसे में मरने वालों में 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 महिलाएं शामिल हैं. मृतकों में 9 बिहार के, दिल्ली के 8 और एक हरियाणा का है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई और कई यात्री दम घुटने के कारण बेहोश हो गए.
दिल्ली के कैलाश नगर इलाके में मोबाइल रिपेयर दुकान चलाने वाले 42 वर्षीय ललित मोहन वर्श्नेय की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. उनकी पत्नी पूनम गुप्ता ने उन्हें LNJP अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस को उनकी मौत की सूचना 24 मार्च को मिली थी. इस मामले में पुलिस ने एक प्रॉपर्टी डीलर को गिरफ्तार किया है.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रविवार रात को अफरातफरी का माहौल बन गया. कुछ ट्रेनों के प्रस्थान में देरी होने की वजह से प्लेटफार्म नंबर 12 और 13 पर भारी संख्या में यात्री एकत्र हो गए. हालांकि किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर फरवरी में हुई दुखद भगदड़ के बाद हटाए गए पांच अधिकारियों में से दो को उत्तरी रेलवे मुख्यालय में नए पदों पर नियुक्त किया गया है. यह पद "पनिशमेंट पोस्टिं" माने जाते हैं, क्योंकि इनका संचालन पर खास प्रभाव नहीं होता. इस दौरान उच्च स्तरीय जांच चल रही है, जिससे जिम्मेदारियां तय की जाएंगी.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए कहा, '15 फरवरी की शाम को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में अपनी जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजन को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.50 लाख रुपये और सामान्य रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गई है.'
महाकुंभ के दौरान मची भगदड़ के बाद होली पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलवे ने बड़ी तैयारी की है. क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम को लागू किया गया है और जो टेंपरेरी वेटिंग एरिया स्टेशन के बाहर बनाया गया था अब इसे परमानेंट वेटिंग एरिया में बदल दिया गया है. यहीं पर टिकट काउंटर की व्यवस्था भी की गई है.
15 फरवरी की शाम नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी, जो प्रयागराज में महाकुंभ मेले में जाने के लिए ट्रेन पकड़ने पहुंची थी. इसी दौरान स्टेशन पर भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे हादसों से सीख लेना ज़रूरी है. भीड़ नियंत्रण, आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और आपातकालीन व्यवस्थाओं को मजबूत करके इन्हें रोका जा सकता है, आशा है सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी ताकि हर वर्ग के यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें.
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है. याचिका में कहा गया है कि रेलवे प्रशासन केवल 18 यात्रियों की मौत का आंकड़ा दे रहा है, जो सही नहीं है. याचिका में सीबीआई जांच और रेलवे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा किया और कुंभ यात्रियों के लिए की गई विशेष व्यवस्थाओं का जायजा लिया. मंत्री ने बताया कि स्टेशन के बाहर 36 टिकट काउंटर और आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें लगाई गई हैं. यह कदम प्रयागराज में हुई भगदड़ के बाद उठाया गया, जिसमें 18 लोगों की जान गई थी. देखिए VIDEO
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात मची भगदड़ के बाद अब रेलवे प्रशासन की ओर से कई बड़े फैसले लिए गए हैं. क्योंकि अभी भी महाकुंभ जाने वालों की भीड़ कम नहीं हो रही है और ये भीड़ 26 फरवरी तक रह सकती है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली स्टेशन पर अब प्लेटफॉर्म टिकट नहीं मिलेंगे.
हादसे को लेकर रेलवे, आरपीएफ और दिल्ली पुलिस तीनों के बयान विरोधाभासी हैं. सभी ने भगदड़ की टाइमिंग और वजह को लेकर अपने-अपने वर्जन पेश किए हैं जिससे हालात की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे को विशेषज्ञ रेल प्रशासन की नाकामी मान रहे हैं. इसमें सबसे बड़ा सवाल भीड़ का कायदे से प्रबंधन न हो पाना रहा. वहीं, रेल प्रशासन की तरफ से मिलने वाली जानकारी भी आधी-अधूरी बताई जा रहा है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ को लेकर रेलवे सुरक्षा बल की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है.
RPF ने रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे की अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात करीब पौने नौ बजे भगदड़ हुई. रिपोर्ट में बताया गया है कि RPF इंस्पेक्टर ने स्टेशन डायरेक्टर को बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेन को जल्दी चलाने की सलाह दी और रेलवे की टीम को तुरंत प्रयागराज के टिकट बेचने पर रोक लगाने को कहा था.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना की RPF (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, कुंभ स्पेशल ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने के अनाउंसमेंट से भगदड़ मची थी. प्लेटफॉर्म 12 से 16 तक भारी भीड़ जमा थी. अनाउंसमेंट के बाद यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई, जिससे फुट ओवरब्रिज पर टकराव हुआ. देखें ये पूरी रिपोर्ट.
15 फरवरी की रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ को लेकर RPF की रिपोर्ट सामने आ गई है.
प्रयागराज जाने के लिए नई दिल्ली स्टेशन पर भारी भीड़ के चलते काउंटर से प्लेटफार्म टिकट बंद कर दिया गया है. उधर भारी के चलते प्रयागराज का संगम स्टेशन भी बद कर दिया गया है. नई दिल्ला रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ हुई थी. वहीं प्रयागराज में भी भारी भीड़ है. इसी के चलते ये फैसला लिया गया.
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को लेकर कहा कि इसमें किसी साजिश का संकेत नहीं मिला है और घटना के समय स्टेशन पर कोई असाधारण भीड़ भी नहीं थी.
RPF के एक जवान ने माइक से घोषणा करते हुए यात्रियों को बताया, 'जिन यात्रियों की ट्रेन लेट है, वे स्टेशन के अंदर और गेट पर न बैठें. उनके लिए बाहर एक पंडाल बनाया गया है, जहां वे आराम कर सकते हैं.'
लालू यादव ने प्रयागराज महाकुंभ पर अपनी जो राय दी है, वो यूं ही नहीं लगती. वो उनका राजनीतिक बयान है. और, साल के आखिर में होने जा रहे बिहार विधानसभा चुनावों के हिसाब से भी महत्वपूर्ण हो जाता है.
दिल्ली पुलिस ने भगदड़ के बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर क्राउड मैनेजमेंट के सिस्टम में बदलवा कर दिया है. पुलिस ने अब भीड़ प्रबंधन के लिए इंस्पेक्टर रैंक के 6 अधिकारियों को तैनात किया है, जिन्हें NDLS में काम करने का पहले से अनुभव है. इनमें से कुछ अधिकारी नई दिल्ली रेलवे पुलिस स्टेशन में एसएचओ के पद पर रह चुके हैं.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के बाद प्रशासन ने बड़ा फैसला देते हुए स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकटों की काउंटर से बिक्री को बंद कर दिया है. प्रशासन ने ये कदम प्लेटफॉर्म पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए उठाया है. साथ ही यात्रियों को असुविधा न हो उसके लिए आरपीएफ और टीटी को हर एंट्री पॉइंट पर तैनात किया गया है.