ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री थे. 20 दिसंबर 2024 को उनका निधन हो गया. वे इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के चीफ थे. वह भारत के 6वें उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे थे. वह रिकॉर्ड चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे. चौटाला ने 2 दिसंबर 1989 से 22 मई 1990 तक, 12 जुलाई 1990 से 17 जुलाई 1990 तक, फिर 22 मार्च 1991 से 6 अप्रैल 1991 तक और अंत में 24 जुलाई 1999 से 5 मार्च 2005 तक हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था. राजनीतिक रूप से, वह राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए और तीसरे मोर्चे (गैर-एनडीए और गैर-यूपीए मोर्चा) का हिस्सा रहे थे.
2020 में रिहा होने से पहले, उनके नाम दिल्ली की तिहाड़ जेल के सबसे बुजुर्ग कैदी होने का रिकॉर्ड था. दरअसल जून 2008 में ओपी चौटाला और 53 अन्य लोगों पर 1999-2000 के दौरान हरियाणा राज्य में 3,206 जूनियर बेसिक शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में आरोप लगाए गए थे. जनवरी 2013 में नई दिल्ली की एक अदालत ने चौटाला और उनके बेटे अजय सिंह चौटाला को आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत दस साल की कैद की सजा सुनाई. चौटाला को 3,000 से अधिक अयोग्य शिक्षकों की अवैध रूप से भर्ती करने का दोषी पाया गया था. चौटाला को 10 साल की जेल की सजा में से साढ़े नौ साल की सजा काटने के बाद 2 जुलाई 2021 को तिहाड़ जेल से रिहा किया गया था. उनकी जल्दी रिहाई दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के लिए जेल की आबादी को कम करने के निर्णय के कारण हुई थी.
ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 में हुआ था.
जेपी नड्डा ने कहा, 'चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का निधन हम सभी के लिए हृदयविदारक है. चौटाला जी किसान, मजदूर समेत हर वर्ग की आवाज बनकर खड़े रहे. मुख्यमंत्री के रूप में हरियाणा के विकास में उनका योगदान सदा याद किया जाएगा.'
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. इस दुखद घटना पर कई बड़े नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे, जिन्होंने उनके राजनीतिक करियर और योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
चौटाला अपने राजनीतिक कौशल जाने जाते थे. जेल में रहते हुए उन्होंने 82 वर्ष की आयु में 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की थी. उनकी इस उपलब्धि पर बॉलीवुड फिल्म "दसवीं" भी बनाई गई. उनके राजनीतिक जीवन में कई विवाद भी जुड़े.
इंडियन नेशनल लोकदल के चीफ और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का 89 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने गुरुग्राम में स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली. बता दें कि उन्होंने 87 साल की उम्र में 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की थी.
देवी लाल के बेटे ओमप्रकाश चौटाला भी भारतीय राजनीति के दिग्गजों में से एक थे. ओम प्रकाश चौटाला हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल के बेटे थे. सिरसा जिले की डबवाली तहसील का चौटाला गांव चौटाला परिवार की जन्मभूमि और कर्मभूमि दोनों रही है.
ओम प्रकाश चौटाला ने शुक्रवार को गुरुग्राम स्थित आवास पर अंतिम सांस ली. शिक्षक भर्ती घोटाले में ओम प्रकाश ने सजा काटी और फिर राजनीति में सक्रिय हो गए थे. उन्होंने आखिरी बार 2005 में रोड़ी विधानसभा से चुनाव लड़ा था.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का आज निधन हो गया है. उन्होंने गुरुग्राम स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली. चौटाला परिवार हरियाणा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. वे एक चर्चित और प्रभावशाली नेता थे. चौटाला खानदान का राजनीतिक इतिहास लंबा और प्रभावशाली रहा है. देखें वीडियो.