पेजर (Pager), जिसे बीपर या ब्लीपर के नाम से भी जाना जाता है, एक वायरलेस टेलीकम्यूनिकेशन डिवाइस है जो अल्फ़ान्यूमेरिक मैसेज को आदान-प्रदान करता है. वॉयस/टोन पेजर, अलर्ट प्राप्त होने पर पेजर उपयोगकर्ताओं को रिकॉर्ड किए गए वॉयस संदेश को सुनाने में सक्षम था. पेजर का विकास 1950 और 1960 के दशक में हुआ था और 1980 के दशक से लेकर 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत तक इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हुआ. मोबाइल फोन के बाद पेजर का इस्तेमाल लगभग खत्म हो गया.
लेकिन हाल ही में पेजर डिवाइसों में अचानक विस्फोट के कारण लेबनान में 9 लोगों की मौत और हजारों लोग घायल हो गए. इस घटना के बाद पेजर फिर से चर्चा में है (Pager Blast).
सोशल मीडिया पर पेजर हमले को लेकर काफी हलचल देखने को मिली. यह घटना इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच पहले से चल रहे तनाव को और बढ़ा रही है.
ये धमाके बाट याम में हुए हैं. पुलिस का कहना है कि उन्होंने दो अन्य बसों में भी लगे विस्फोटकों को निष्क्रिय कर दिया. इन हमलों के बाद परिवहन मंत्री मीरी रेगव ने देश में सभी बसों, ट्रेनों और लाइट रेल ट्रेन सेवाएं रोक दी हैं ताकि विस्फोटक डिवाइसों की जांच की जा सके.
लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी ने पेजर हमले में घायल होने की घटना पर खुलकर बात की है. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि जिस पेजर में ब्लास्ट हुआ था. उसे हिज्बुल्लाह ने ही खरीदा था.
लेबनान में सितंबर में सीरियल ब्लास्ट हुए थे. हिज्बुल्लाह द्वारा कम्युनिकेशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर्स में हुए धमाकों में 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे और करीब 40 की मौत हुई थी. घायलों में हिज्बुल्लाह के लड़ाके और स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल थे.
इस साल 17 और 18 सितंबर के बीच ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिज्बुल्लाह के हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके हुए, जिसमें लगभग 40 लोग मारे गए और 3,000 से अधिक लोग घायल हो गए. हिज्बुल्लाह के लड़ाकों द्वारा इस्तेमाल किए गए हजारों पेजर महज 30 मिनट में ब्लास्ट कर गए, जबकि हिज्बुल्लाह के लड़ाके इजरायली रडार से बचाने के लिए ऐसे पेजर का इस्तेमाल कर रहे थे जिनमें जीपीएस, माइक्रोफोन और कैमरे नहीं थे.
इजरायल ने सप्ताह पहले पेजर हमले कर लेबनान में तहलका मचा दिया था. अब पेजर हमले की पूरी डिटेल्स सामने आ गई है. इजरायली एजेंट्स ने बैटरी के अंदर 6 ग्राम सफेद पेंटाइरीथ्रीटॉल टेट्रानाइट्रेट (PETN) नाम का प्लास्टिक विस्फोटक लगाया. इजरायली एजेंट्स ने लीथियम-आयन बैटरी को दो हिस्सों में बांटा. पहला ऊपर और दूसरा नीचे. इसके बीच में प्लास्टिक विस्फोटक लगाया. ये बात हिज्बुल्लाह को समझ नहीं आई. देखें वीडियो.
इजरायली इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद की कितनी भी तारीफ करो. कम है. कई साल की तैयारी. ताइवानी कंपनी से लाइसेंस लेना. फिर नई कंपनी बनाना. उसमें पेजर बनाना. पेजर में कम मात्रा में घातक प्लास्टिक विस्फोटक लगाना. उन्हें हिज्बुल्लाह लड़ाकों तक पहुंचाना. और फिर सही समय देखकर उनमें एक ऑनलाइन संदेश से विस्फोट करना. पढ़िए पेजर ब्लास्ट की पूरी एनाटोमी..
चुनाव आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया. इसके साथ ही उन्होंने ईवीएम को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित है. देखिए Video
लेबनान में पिछले महीने हुए पेजर और वॉकी-टॉकी धमाकों को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. 17 सितंबर के दिन लेबनान में इस्तेमाल किए गए वॉकी-टॉकी को बग करने की योजना 2015 की शुरुआत में ही शुरू कर दी गई थी. वॉकी-टॉकी की बैटरियों में विस्फोटक क्षमता वाली सामाग्री और सर्विलांस उपकरण लगे हुए थे.
लेबनान में पेजर विस्फोट के बाद दुबई की एमिरेट्स एयरलाइंस ने विमानों में पेजर और वॉकी-टॉकी जैसे गैजेट्स कैरी करने पर रोक लगा दी है. बीते दिनों लेबनान में एक बाद एक पहले पेजर्स, फिर वॉकी-टॉकी में विस्फोट की घटना सामने आई थी, जिसमें हजारों लोग घायल हो गए थे और कई की मौत हो गई थी.
लेबनान में पेजर धमाके के बाद अब ईरान में आईफोन विस्फोट की आशंका जताई जाने लगी है. ईरान के पूर्व कम्युनिकेशन मंत्री और सांसद रेजा टैगिपुर ने यह चेतावनी दी. देखिए video
लेबनान और सीरिया के सीमावर्ती इलाकों में पिछले महीने धड़ाधड़ पेजर्स में धमाके हुए थे. लेबनान की राजधानी बेरूत और दक्षिणी लेबनान के कई इलाकों विशेष रूप से पूर्वी बेका वैली में पेजर में सीरियल ब्लास्ट होने शुरू हुए थे. इसके बाद लेबनान में वॉकी-टॉकी के अलावा सोलर पैनल और हैंड हेल्ड रेडियो में भी ब्लास्ट हुए थे.
लेबनान में हुए पेजर धमाकों में 42 लोग मारे गए हैं और पैंतीस सौ से ज्यादा जख्मी हुए.इन हमलों का मकसद हिज्बुल्लाह लड़ाकों को हिट करना था, लेकिन हमले में हिज्बुल्लाह के सिर्फ 1500 लड़ाके ही ज़ख़्मी हुए. बाकी आम नागरिक थे.
इजरायल-मोसाद के पेजर और वॉकी-टॉकी धमाके में हिज्बुल्लाह के लड़ाके कम, आम नागरिक ज्यादा मारे गए. ये खुलासा न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने किया है. हमले में करी 3500 लोग जख्मी हुए. 42 लोग मारे गए. मरने वालों में लड़ाके कम थे. हिज्बुल्लाह ने अपने 1500 जख्मी लड़ाकों को फिलहाल छुट्टी दे रखी है.
हिज़्बुल्ला ने खुलासा किया है कि पेजर और वाकी टॉकी में हुए विस्फोट के बाद उसके 1500 लड़ाके घायल हो गए हैं. यह हिज़्बुल्ला की तरफ से पहला कबूलनामा है कि उसके लड़ाके अब युद्ध के लिए काबिल नहीं हैं. देखिए VIDEO
लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों पर हुए पेजर अटैक के बीच ईरान में अलग ही चर्चा जोर पकड़ चुकी. वहां के एक सांसद ने दावा किया कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत भी पेजर ब्लास्ट से हुई थी. इसी मई में हेलीकॉप्टर क्रैश होने से रईसी की जान गई थी. इसके बाद अटकलें लगने लगीं कि ये हादसा नहीं, साजिश है जिसमें इजरायल का हाथ है.
हिज्बुल्लाह के लगातार हमलों के बाद इजरायल ने सोमवार को उसके खिलाफ सबसे बड़ा हमला किया. इजरायल ने दक्षिणी लेबनान के 1600 ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें करीब 585 लेबनानी मारे गए हैं. वहीं, बताया जा रहा है कि लेबनान के रेडियो सिस्टम को इजरायल ने हैक कर दिया और इलाके को खाली करने की चेतावनी जारी की गई. देखें वीडियो.
लेबनान में हुए पेजर अटैक से ईरान भी खौफ में आ गया है. डर की वजह से ईरान रेवोल्यूशनरी गार्ड्स ने अपने सभी सैनिकों को संचार यंत्र इस्तेमाल न करने का आदेश दिया है.ईरान को इस बात का डर है कि हिजबुल्लाह की तरह ऑपरेशन किया जा सकता है. ईरान में सभी डिवाइस की जांच के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है. देखें वीडियो.
केरल के कई मीडिया आउटलेट्स ने शुक्रवार को बताया कि रिनसन जोस का जन्म वायनाड में हुआ था और एमबीए पूरा करने के बाद वे नॉर्वे चले गए. कुछ स्थानीय टीवी चैनलों ने उनके रिश्तेदारों से भी बात की. रिनसन के पिता, जोस मूथेडम, एक दर्जी हैं और उन्होंने मनंतावडी में एक दर्जी की दुकान में काम करते हैं.
पहले 3000 से ज्यादा पेजर में ब्लास्ट हुआ. 12 मौतें हुईं और 3000 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. फिर वॉकी-टॉकी में ताबड़तोड़ धमाके हुए. 20 लोग मारे गए और 450 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. अब सोलर सिस्टम में भी धमाके होने लगे. जिसकी वजह से अब तक 6 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
लेबनान में सिलसिलेवार धमाकों से लोगों के दिल में खौफ बैठ गया है. वो हर इलेक्ट्रॉनिक सामान को शक के नजरिए से देख रहे हैं. लेबनानी अधिकारी भी हर उस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को नष्ट कर रहे हैं जो संदिग्ध प्रतीत हो रही है.
कतर एयरवेज ने लेबनान की फ्लाट्स में यात्रियों के पेजर और वॉकी-टॉकी ले जाने पर रोक लगा दी है. एयरलाइन ने यह कदम लेबनान के तीन इलाकों में वॉकी-टॉकी, हैंडहेल्ड रेडियो और पेजर सेट्स में हुए विस्फोट के बाद उठाया है.