पुरुषोत्तम रूपाला, राजनेता
पुरुषोत्तम खोडाभाई रूपाला (Parshottam Rupala) एक भारतीय राजनेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की केंद्रीय सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री हैं (Parshottam Rupala Minister of Fisheries, Animal Husbandry and Dairying). वह गुजरात से राज्य सभा के सदस्य हैं (Rajya Sabha Member from Gujarat) और भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं (Rupala BJP Leader). वह अमरेली से गुजरात विधान सभा के सदस्य थे और पूर्व में गुजरात सरकार में मंत्री के रूप में कार्यरत थे.
रूपाला का जन्म 1 अक्टूबर 1954 (Rupala Date of Birth) को हरिबेन खोडाभाई और खोडाभाई माधभाई के घर हुआ था (Rupala Parents). रूपाला ने सौराष्ट्र विश्वविद्यालय और गुजरात विश्वविद्यालय से 1976-1977 में बी.एससी. और बी.एड. की डिग्री ली (Rupala Education). रूपाला ने 1979 में सविताबेन (Rupala Wife) से शादी की और उनकी एक बेटी और एक बेटा है (Rupala Children).
राजनीति में प्रवेश करने से पहले, उन्होंने 1977 से 1983 तक उन्होंने हमापुर के मध्य विद्यालय में स्कूल प्रिंसिपल (Rupala School Principal) के रूप में कार्य किया. वह नवंबर 1983 से मार्च 1987 तक अमरेली नगरपालिका के मुख्य अधिकारी रहे.
रूपाला 1988 से 1991 तक अमरेली जिला भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष थे. वह 2002 तक तीन बार गुजरात विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं. वह 4 नवंबर 1995 से 18 सितंबर 1996 तक सिंचाई और जल आपूर्ति मंत्री रहे. 9 अक्टूबर 2001 से 21 दिसंबर 2002 तक कृषि मंत्री रहे. उन्हें 2008-09 में राज्यसभा सदस्य चुना गया. जून 2016 में वे फिर से राज्यसभा के लिए चुने गए. मई 2019 से जुलाई 2021 तक, उन्होंने कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया. जुलाई 2021 में, वह मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री बने (Rupala Political Career).
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @PRupala है. उनके फेसबुक पेज का नाम Parshottam Rupala है. वे इंस्टाग्राम पर parshottam.rupala यूजरनेम से एक्टिव हैं.
चुनावों से पहले क्षत्रिय समुदाय ने पूर्व शासकों के बारे में रूपाला की टिप्पणी को लेकर गुजरात के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया था. हालांकि उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी. अब उन्होंने इस सीट से इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक को हराया है.
गुजरात के राजकोट से बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला मृतकों के परिजनों से मुलाकात करने सिविल अस्पताल पहुंचे थे, जहां उन्हें देखकर परिजनों ने भड़कते हुए कहा कि 25 मई को घटना घटी थी और आप आज लोगों से मिलने पहुंचे हैं.
Gujarat Lok Sabha Election Phase 3 Voting Updates: गुजरात में लोकसभा की कुल 26 सीटें हैं. यहां सूरत सीट पर पहले ही निर्विरोध चुनाव हो गया है. बीजेपी ने मुकेश दलाल ने वोटिंग से पहले ही जीत हासिल कर ली है. मंगलवार को 25 सीटों पर वोटिंग हुई. इसमें 56.98% मतदान हुआ.
मोदी तुझसे बैर नहीं, पर रुपाला तेरी खैर नहीं कहने वाले राजपूत अब और आगे बढ़ चुके हैं. रविवार को बारदोली के क्षत्रिय सम्मेलन में एक बार फिर बीजेपी को हराने के लिए कसमें खाईं गईं हैं. आखिर पार्टी पुरुषोत्तम रुपाला पर एक्शन लेने से क्यों बच रही है जबकि गुजरात से लेकर राजस्थान और यूपी तक नुकसान उठाना पड़ रहा है.
क्षत्रिय समुदाय के लगातार विरोध के बाद भी परषोत्तम रूपाला ने अपना नामांकन वापिस नहीं लिया. उसके बाद से गुजरात में क्षत्रिय समुदाय धर्म रथ निकालकर, भगवे झंडे के साथ बीजेपी के सभी उम्मीदवारों का विरोध कर रहा है. क्षत्रिय पुरुष बीजेपी की सभाओं में पहुंचकर नारेबाजी कर रहे हैं. क्षत्रिय महिलाएं रूपाला के विरोध में उपवास कर रही हैं.
गुजरात सरकार के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और भाजपा के संगठन महामंत्री रत्नाकर ने क्षत्रिय समुदाय प्रभावित 10 जिलों में डेमेज कंट्रोल के लिए बैठकें कीं. सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं ने पार्टी के क्षत्रिय नेताओं को यह जिम्मेदारी दी है कि चुनाव के दौरान कोई बड़ी घटना ना हो और साथ ही मतदान के वक्त समाज का ज्यादातर मतदान भाजपा के उम्मीदवार के पक्ष में हो.
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने गुजरात के राजकोट से नामांकन दाखिल किया. नामांकन से पहले राजकोट की सड़कों पर विजय संकल्प रैली और रोड शो निकाला गया. इस मौके पर भारी संख्या में समर्थक उमड़े. देखें गुजरात से जुड़ी बाकि खबरें गुजरात आजतक में.
रूपाला का विरोध कर लोग कांग्रेस के समर्थन का भी दावा नहीं कर रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि रूपाला के बयान के तीन हफ्तों बाद भी कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की. इस हफ्ते पार्टी ने अपने पूर्व नेता प्रतिपक्ष परेश धनानी, लेउवा पाटीदार नेता, को अपना उम्मीदवार घोषित किया.
गुजरात में बीजेपी कैंडिडेट पुरुषोत्तम रूपाला के राजपूत समाज को लेकर दिए बयान पर घमासान मचा है. कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे है. महिलाएं जौहर करने की धमकी दे रही हैं. इस बीच राजपूत करणी सेना ने देश भर में मुहिम छेड़ने की चेतावनी दी. राजपूत समाज कह रहा है कि रूपाला का टिकट काटा जाए. देखें गुजरात आजतक.
केंद्रीय मंत्री और राजकोट से बीजेपी उम्मीदवार पुरुषोत्तम रूपाला के खिलाफ क्षत्रिय समाज का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर-शहर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. क्षत्रिय समाज रूपाला का टिकट रद्द करने की मांग पर अड़ा है तो बीजेपी पीछे हटने को तैयार नहीं है. बीजेपी ने साफ कर दिया कि रूपाला राजकोट से ही चुनाव लड़ेंगे. देखें गुजरात आजतक.
क्षत्रिय समाज राजकोट सीट से बीजेपी उम्मीदवार पुरूषोत्तम रूपाला का टिकट रद्द करने की मांग पर अड़ा है. रूपाला के विरोध का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. इस बीच अखिल वैष्णव समाज ने रूपाला के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है. हालांकि दिल्ली से अहमदाबाद लौटे बीजेपी नेता ने दावा किया कि वो इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. देखें गुजरात आजतक.
परषोत्तम रूपाला के बयान को लेकर क्षत्रिय समाज की तरफ से लगातार आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है. बीजेपी भी इससे परेशान दिख रही है, जिसके चलते पार्टी के गुजरात अध्यक्ष सीआर पाटिल ने अपने गांधीनगर आवास पर सीएम भूपेंद्र पटेल की मौजूदगी में क्षत्रिय समाज के नेताओं की बैठक बुलायी है.
गुजरात में परषोत्तम रूपाला पर क्षत्रिय समाज की नाराजगी बीजेपी पर भारी पड़ती नजर आ रही है. क्षत्रिय समुदाय के खिलाफ परषोत्तम रूपाला ने बयान दिया जो अब बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है. रूपाला के बयान के विरोध में अब क्षत्रिय समुदाय के नेता राज शेखावत ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. देखें गुजरात आजतक का ये एपिसोड.
राजकोट लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार पुरुषोत्तम रूपाला की बार-बार माफी भी क्षत्रिय समाज के लिए नाकाफी हो रही है. पार्टी आलाकमान की तमाम कोशिशों के बाद भी क्षत्रिय नेता टस से मस नहीं हो रहे. क्षत्रिय समाज रूपाला के विवादित बयान को अपमानजनक बता कर उनकी उम्मीदवारी खत्म करने की मांग कर रहा है. देखें गुजरात आजतक.
सदन में सत्र के आखिरी दिन भारत रत्न को लेकर काफी हंगामा हुआ. कांग्रेस ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने पर आवाज उठाई, जिसके जवाब में केंद्रिय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने चिल्लाते हुए कहा कि किसान की आवाज को दबाने वाला पैदा नहीं हुआ. देखें
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला को ले जा रही एक नौका ओडिशा की चिल्का झील में करीब दो घंटे तक फंसी रही. घटना के बाद प्रशासन ने सतपाड़ा से एक और नौका भेजी और उसके बाद केंद्रीय मंत्री और उनके सहयोगी अपने गंतव्य तक पहुंच सके.