पोप फ्रांसिस (Pope Francis) का असली नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो है. कैथोलिक चर्च के वर्तमान प्रमुख है और रोम के बिशप और वेटिकन सिटी राज्य के संप्रभु हैं (Bishop of Rome and sovereign of the Vatican City State). फ्रांसिस, सोसाइटी ऑफ जीसस के सदस्य बनने वाले पहले पोप हैं. साथ ही, अमेरिका, दक्षिणी गोलार्ध और 8वीं शताब्दी में शासन करने वाले एक सीरियाई ग्रेगरी III के बाद से यूरोप के बाहर के पहले पोप हैं.
उन्हें 1969 में एक कैथोलिक पादरी नियुक्त किया गया था और 1973 से 1979 तक अर्जेंटीना में जेसुइट प्रांत के श्रेष्ठ रहे थें. वह 1998 में ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप बने और 2001 में पोप जॉन पॉल द्वितीय द्वारा कार्डिनल बनाए गए. फरवरी 2013 को पोप बेनेडिक्ट XVI के इस्तीफे के बाद, उन्हें13 मार्च को बर्गोग्लियो को उनके उत्तराधिकारी के रूप में चुना था (Pope Francis).
अर्जेंटीना में जन्मे फ्रासिस एक युवा व्यक्ति के रूप में बाउंसर और चौकीदार के रूप में काम किय है. बाद में उन्होंने एक खाद्य विज्ञान प्रयोगशाला में तकनीशियन के रूप में काम किया (Pope Francis Early Career).
जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो यानी पोप फ्रांसिस का जन्म 17 दिसंबर 1936 को फ्लोरेस में हुआ था (Pope Francis Born). वह मारियो जोस बर्गोग्लियो और रेजिना मारिया सिवोरी के पांच बच्चों में सबसे बड़े हैं (Pope Francis Family).
पोप फ्रांसिस निमोनिया से जूझ रहे हैं और अभी अस्पताल में ही हैं. सोमवार को उन्हें सांस लेने में एक बार फिर से परेशानी हुई. उनके फेफड़े में बलगम जम गया था जिसे वो खांसकर खुद से निकाल नहीं पा रहे थे. बलगम को मैनुअली निकाला गया है.
पोप फ्रांसिस की नाजुक सेहत के बीच चर्चाएं चल रही हैं कि रोमन कैथोलिक चर्च का अगला लीडर कौन हो सकता है. वेटिकन सिटी में अब तक एशियाई या अफ्रीकी मूल के पोप नहीं पहुंचे, जबकि दोनों ही कॉन्टिनेंट्स में ग्लोबल कैथोलिक आबादी का 31 फीसदी हिस्सा बसा हुआ है, वो भी तब जबकि चीन के कैथोलिक्स इसमें शामिल नहीं.
पोप फ्रांसिस फिलहाल रोम के अस्पताल में भर्ती हैं. न्यूमोनिया की वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं. पोप फ्रांसिस रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख हैं. पोप वैसे तो जीवनपर्यंत इस पद पर रहते हैं लेकिन असामयिक मौत या फिर किसी वजह से इस पद से इस्तीफा देने पर नए पोप का चुनाव होता है.
पोप फ्रांसिस फिलहाल रोम के अस्पताल में भर्ती हैं. न्यूमोनिया की वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं. पोप फ्रांसिस रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख हैं. पोप वैसे तो जीवनपर्यंत इस पद पर रहते हैं लेकिन असामयिक मौत या फिर किसी वजह से इस पद से इस्तीफा देने पर नए पोप का चुनाव होता है.
पोप के निजी चिकित्सक डॉ. लुइगी कार्बोन ने कहा कि वे अभी भी खतरे से बाहर नहीं हैं. जैसे सभी कमजोर मरीजों के साथ होता है, उनकी स्थिति कभी भी बिगड़ सकती है.
14 फरवरी, 2025 को पोप फ्रांसिस को रोम के जेमेली पॉलीक्लिनिक में ब्रोंकाइटिस के इलाज और अन्य स्वास्थ्य जांच के लिए भर्ती किया गया है. उन्हें सांस संबंधी समस्या है. वह पहले से ही स्वास्थ्य को लेकर कई समस्याओं का सामना करते रहे हैं. अक्सर उन्हें अपने भाषण को आगे बढ़ाने के लिए सहयोगियों का सहारा लेते देखा जाता है.
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर पोप फ्रांसिस ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका समृद्ध होगा, लेकिन साथ ही चेतावनी दी है कि नफरत और भेदभाव को कोई स्थान नहीं मिलना चाहिए. VIDEO
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में बताया कि उन्होंने पिछले तीन वर्षों में पोप फ्रांसिस से दो बार मुलाकात की है. सबसे हाल की मुलाकात इटली में जी सेवेन शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी. इससे पहले 2021 में वेटिकन में मुलाकात हुई थी. मोदी ने कहा कि उन्होंने पोप को भारत आने का निमंत्रण दिया है.
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री कुरियन उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे जो शनिवार को आयोजित होने वाले समारोह में आर्कबिशप जॉर्ज जैकब कूवाकड को पोप फ्रांसिस द्वारा कार्डिनल के रूप में नियुक्त करने में भाग लेने के लिए वेटिकन पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि भारत ने पहले ही पोप को आधिकारिक रूप से आमंत्रित किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सीधे निमंत्रण दिया है.
पोप ने कहा कि श्री नारायण गुरु ने अपने संदेश के माध्यम से सामाजिक और धार्मिक जागृति को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. पोप ने कहा कि गुरु ने अपने संदेश में कहा था कि सभी मनुष्य, चाहे उनकी जातीयता, उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराएं कुछ भी हों, लेकिन एक ही मानव परिवार के सदस्य हैं.
पोप फ्रांसिस दुनिया की सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में हैं. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भवन में दिए अपने भाषण में उन्होंने धार्मिक अतिवाद के खिलाफ चेतावनी दी. पोप ने जकार्ता में स्थानीय कैथोलिकों से भी मुलाकात की.
G7 में पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर वायरल होने के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने तंज कसते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट किया. इस पोस्ट में कहा गया कि आखिरकार, पोप को God से मिलने का मौका मिल गया! दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के पिछले बयान के संदर्भ में ये पोस्ट की गई थी, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें भगवान ने किसी विशेष उद्देश्य के साथ धरती पर भेजा है.
हाल ही में इटली के अपुलिया में G7 समिट हुई. वहां प्रधानमंत्री मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात हुई. इसे लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हो गए हैं. दरअसल, G7 में पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात की एक तस्वीर वायरल हुई. इसे लेकर कांग्रेस की केरल इकाई ने एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी.
पोप फ्रांसिस ने एलजीबीटी समुदाय के लिए कथित रूप से अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था. वह पिछले हफ्ते इटली में थे जब एक बंद कमरे में इटालियन बिशपों के साथ मीटिंग के दौरान उन्होंने समलैंगिक लोगों के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी. अब उनकी तरफ से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने माफी मांगी है.
स्वीडन में बीते हफ्ते एक शख्स ने स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने कुरान की एक प्रति को आग के हवाले कर दिया. इस घटना की मुस्लिम देशों और मुस्लिम संगठनों ने कड़ी निंदा की है. अब पोप फ्रांसिस ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पोप फ्रांसिस ने एक डॉक्यूमेंट्री में कहा है कि सेक्स एक खूबसूरत चीज है. उन्होंने गर्भपात पर बात करते हुए कहा है कि चर्च को गर्भपात कराने वाली किसी महिला के प्रति दया दिखानी चाहिए लेकिन गर्भपात को सही नहीं ठहराया जा सकता है. उन्होंने एलजीबीटी समुदाय और मास्टरबेशन पर भी बात की है.
तीन दिन तक अस्पताल में रहने के बाद पोप फ्रांसिस अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं. वह ब्रोंकाइटिस का इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती हुए थे. उन्होंने डिस्चार्ज होने के बाद मजाकिया अंदाज में कहा कि मैं अभी जिंदा हूं.
पोप फ्रांसिस की तबीयत ठीक नहीं है. वेटिकन के प्रवक्ता ने बताया कि सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जांच में पता चला है कि पोप को श्वसन संक्रमण है. हालांकि यह संक्रमण कोरोना वायरस से जुड़ा नहीं है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लोगों से पोप के लिए दुआ मांगने को कहा है.