राष्ट्रपति चुनाव
भारत के राष्ट्रपति भारत गणराज्य के राज्य के प्रमुख होते हैं. भारत का संविधान लागू होने का बाद 26 जनवरी 1950 को राष्ट्रपति का कार्यालय बनाया गया था (President of India). राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है जिसमें भारत की संसद के दोनों सदनों और भारत के प्रत्येक राज्य और क्षेत्रों की विधानसभाएं शामिल होती हैं (President Election).
हालांकि भारत के संविधान के अनुच्छेद 53 (Article 53) में कहा गया है कि राष्ट्रपति अपनी शक्तियों का प्रयोग सीधे या अधीनस्थ प्राधिकारी द्वारा कर सकता है. कुछ अपवादों के साथ, राष्ट्रपति में निहित सभी कार्यकारी शक्तियां, व्यवहार में मंत्रिपरिषद की मदद से प्रधान मंत्री द्वारा प्रयोग की जाती हैं. राष्ट्रपति संविधान द्वारा प्रधान मंत्री और कैबिनेट की सलाह पर कार्य करने के लिए बाध्य हैं, जब तक कि सलाह संविधान का उल्लंघन नहीं करती है (Power of President of India).
संविधान का अनुच्छेद 58 (Article 58) के तहत राष्ट्रपति के पद के उम्मीदवार होने के लिए प्रमुख योग्यताएं निर्धारित करता है- एक राष्ट्रपति होने के लिए कैंडिडेट को भारत का नागरिक होना चाहिए जिसकी उम्र 35 वर्ष या उससे अधिक हो. साथ ही, वह भारत सरकार या किसी राज्य की सरकार या किसी स्थानीय या अन्य प्राधिकरण के अधीन किसी भी सरकार के नियंत्रण में पदास्थापित न हो. हालांकि, कुछ कार्यालय-धारकों को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में खड़े होने की अनुमति है जैसे वर्तमान उपाध्यक्ष, किसी भी राज्य का राज्यपाल, संघ या किसी राज्य का मंत्री (Candidates for President).
राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच साल का होता है. जब भी कार्यालय खत्म हो जाता है, तो नए अध्यक्ष का चुनाव एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है जिसमें संसद के दोनों सदनों और और भारत के प्रत्येक राज्य और क्षेत्रों की विधानसभाएं शामिल होती हैं. एक गुप्त मतदान प्रक्रिया में लोकसभा, राज्य सभा और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा वोटिंग की जाती है (Voting for President).
चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली (Proportional Representation, PR) के अनुसार इंस्टेंट-रनऑफ वोटिंग (IRV) पद्धति के माध्यम से होता है. मतदान गुप्त मतदान प्रणाली द्वारा होता है. प्रत्येक मतदाता अलग-अलग वोट डालता है. किसी विशेष राज्य द्वारा डाले गए वोटों की वास्तविक गणना राज्य की जनसंख्या को 1000 से विभाजित करके की जाती है और उस संख्या को राज्य के मतदान करने वाले विधायकों की संख्या से विभाजित किया जाता है. संसद के प्रत्येक निर्वाचित सदस्य को समान संख्या में वोट प्राप्त होते हैं, जो संसद के निर्वाचित प्रतिनिधियों की कुल संख्या से विधानसभाओं के सदस्यों के मतों की कुल संख्या को विभाजित करके प्राप्त किया जाता है (Process of Voting for President Election).
श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. वामपंथी अनुरा कुमारा दिसानायके श्रीलंका के नए राष्ट्रपति होंगे. कल हुए राष्ट्रपति चुनाव में 2 साल से सत्ता संभाल रहे रानिल विक्रमसिंघे को मुंह की खानी पड़ गई. 2022 में आए आर्थिक संकट के बाद श्रीलंका में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुआ है. देखें दुनिया आजतक.
दूसरी बार अमेरिका का राष्ट्रपति बनने की इच्छा रखते हुए डोनाल्ड ट्रंप अभी से तैयारियों में जुट गए हैं. जो बाइडेन को हटाते हुए अगर ट्रंप सत्ता में आए तो अमेरिका में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं.
पूर्व डिप्लोमैट रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की रेस में शामिल निक्की हेली ने कहा है कि भारत रूस के साथ नहीं, बल्कि अमेरिका के साथ भागीदार बनना चाहता है लेकिन उसे लीडर के तौर पर अमेरिका पर भरोसा नहीं है. भारत अमेरिका को अभी कमजोर कड़ी के रूप में देख रहा है.
US Presidential Elections: अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप भी इस रेस में शामिल हुए हैं. वो दूसरी बार राष्ट्रपति बनना चाहते हैं. इस रेस में अगर उन्हें टेलर स्फिट का साथ मिल जाए, तो बाजी पलट सकती है.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को कोलोराडो में प्रेसिडेंशियल प्राइमरी बैलेट से रोक दिया गया. देखें यूएस टॉप-10 में अमेरिका की बड़ी खबरें.
कोलोराडो की अदालत ने डोनाल्ड ट्रम्प को अमेरिकी संविधान के विद्रोह खंड के तहत राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किया है. यह मामला अमेरिकी संविधान के गृहयुद्ध के बाद के प्रावधान पर केंद्रित है, जो विद्रोहियों को सार्वजनिक पद पर काबिज होने से प्रतिबंधित करता है.
इस सप्ताह जारी सीएनएन के सर्वे में जॉर्जिया में डोनाल्ड ट्रम्प को जो बाइडन से 5 प्रतिशत अंकों से आगे दिखाया गया था. इस राज्य में बाइडन ने 2020 में लगभग 12,000 वोटों से जीत हासिल की थी. सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि डोनाल्ड ट्रम्प मिशिगन में जो बाइडन से 10 प्रतिशत अंकों से आगे हैं.
पुतिन पहली बार 1999 में रूस के राष्ट्रपति बने थे. उन्होंने बोरिस येल्तिसन के बाद यह पद संभाला था. पुतिन दरअसल जोसेफ स्टालिन के बाद किसी अन्य रूसी शासक की तुलना में लंबे समय तक देश के राष्ट्रपति पद पर रहे हैं. इससे पहले लियोनिड ब्रेजनेव 18 सालों तक रूस के राष्ट्रपति रहे थे लेकिन पुतिन ने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया.
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिस मामले में फंसे हैं, वह साल 2016 में उनके राष्ट्रपति बनने से ठीक पहले का है. आरोप है कि ट्रंप ने एडल्ट स्टार को अपना मुंह बंद रखने और अपने साथ अफेयर होने की बात सार्वजनिक न करने के एवज में 1.30 लाख डॉलर का भुगतान किया था.
पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को मुंह बंद रखने की एवज में दी गई रकम वाले केस ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को इस कदर उलझाया है कि वह राष्ट्रपति चुनाव से एक साल पहले मुश्किलों में फंस गए हैं. ट्रंप को आपराधिक मामला चलाया जाएगा, इस दौरान उन्हें जिन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ सकता है, उन्हें छह कानूनी शब्दों द्वारा समझा जा सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक साल भर पहले डोनाल्ड ट्रंप मुश्किल में फंस गए हैं.पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को अफेयर की बात छिपाकर रखने के लिए रकम देने के मामले में उन पर दस्तावेजी हेरफेर का मामला चलाया जा सकता है. मंगलवार को वह आत्मसमर्पण कर सकते हैं या फिर उनकी गिरफ्तारी हो सकती है.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मुश्किलों में घिर गए हैं. पोर्न स्टार केस में ज्यूरी ने जांच के बाद आपराधिक केस चलाने को मंजूरी दे दी है. यह मामला 2016 के पहले का है. आरोप है कि ट्रंप ने पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को मुंह बंद रखने के लिए बड़ी रकम दी थी, ताकि वह ट्रंप से अफेयर की बात सार्वजनिक न करे.
द्रौपदी मुर्मू ने आज 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले लीं. वो देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं. द्रौपदी मुर्मू देश की प्रथम नागरिक हैं और उनके पास इतनी शक्तियां हैं कि वो कुछ भी कर सकतीं हैं. अब मुर्मू ही तीनों सेनाओं की सुप्रीम कमांडर होंगी. मुर्मू का कार्यकाल 24 जुलाई 2027 तक होगा. अगर इससे पहले उन्हें पद से हटाना है, तो सदन में महाभियोग प्रस्ताव के जरिये ही हटाया जा सकता है.
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम पर फर्जी पोस्ट वायरल हो रही है. इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि कोविंद ने कांग्रेस की तारीफ करते हुए ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने आज राष्ट्रपति पद की शपथ ली है. वह देश की पहली ऐसी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने आजाद भारत में जन्म लिया. मुर्मू 64 साल की हैं. वह इस पद पर बैठने वाली सबसे युवा राष्ट्रपति हैं. मुर्मू ने अपने संबोधन में कुछ ऐसी बातें कहीं जो आपको उम्मीद प्रेरणा और शक्ति से भर देंगी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) का पुराना इंटरव्यू सामने आया है. इसमें उन्होंने बताया कि द्रौपदी उनका असली नाम नहीं है. इंटरव्यू में उन्होंने अपना असली नाम भी बताया और नाम बदलने के पीछे की कहानी भी बताई. मुर्मू ने सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के बाद आदिवासियों की सरना धर्म कोड लागू होने की उम्मीद बढ़ गई है. झारखंड के आदिवासी लंबे समय से अपने लिए अलग से धर्म कोड लागू करने की मांग कर रहे हैं. झारखंड सरकार ने धर्म कोड का बिल पास भी किया था, लेकिन अभी इसे केंद्र सरकार से मंजूरी नहीं मिली है. सरना धर्म कोड का पूरा मामला क्या है? और क्या आदिवासी हिंदू नहीं हैं? जानें इससे जुड़ी सारी बातें.
द्रौपदी मुर्मू (64 साल) अब तक की सबसे युवा राष्ट्रपति हैं. वे ऐसी पहली राष्ट्रपति हैं, जिनका जन्म आजाद भारत में हुआ. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमणा ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. सेना के गार्ड ऑफ ऑनर से इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी.
Droupadi Murmu: द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं. वे देश की सबसे युवा राष्ट्रपति (आजाद भारत में जन्मीं पहली राष्ट्रपति) भी हैं. राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने देश के सांसदों और विधायकों का आभार जताया. उन्होंने कहा, ये लोकतंत्र की शक्ति ही है कि वे राष्ट्रपति बनी हैं.
द्रौपदी मुर्मू ने आज देश के राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली. शपथ ग्रहण समारोह संसद के सेंट्रल हॉल में हुआ था. उन्हें चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने शपथ दिलवाई. राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू ने 64 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल किए थे. मुर्मू देश की पहली ऐसी राष्ट्रपति हैं, जो आदिवासी समुदाय से आतीं हैं. जानें आदिवासी समुदाय से पहली बार टॉप पोस्ट किसने संभाली?
द्रौपदी मुर्मू (64 साल) ने 25 जुलाई यानी सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. वे देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमणा ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं. वे इससे पहले झारखंड की राज्यपाल भी रही हैं.