पुलवामा (Pulwama) कश्मीर में स्थित एक जिला है. इसमें मलिकपोरा, दलीपोरा, चट्टापोरा और डांगरपोरा नामक चार बस्तियां शामिल हैं. शुरू में यह तहसील मुख्यालय था. चारों बस्तियां एक साथ मिलकर शहर के आकार में लाने के लिए इसे एक गांव को बनाया गया. कश्मीरी भाषा में 'एक साथ मिलकर' को पनवन कहा जाता है. यही कारण है कि इसका नाम पनवांगम रखा गया है, जो बाद में बदलकर 'पुलगाम' और फिर 'पुलवामा' हो गया.
यह जिला कश्मीर घाटी के मध्य में स्थित है. जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र पर निर्भर करती है. यह जिला चावल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. चावल उत्पादन के अलावा, पुलवामा जिला दुनिया भर में गुणवत्तापूर्ण केसर उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. यह जिला दूध उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध है, जो केंद्र शासित प्रदेश में सबसे बड़ा है और इसे 'कश्मीर का आनंद' कहा जाता है.
14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी ने पुलवामा में CPRF के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी थी. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इस घटना ने भारत को झकझोर दिया था.
2011 की जनगणना के अनुसार पुलवामा जिले में 327 जनगणना गांव हैं, जिनमें से 08 निर्जन हैं. गांवों को 8 तहसीलों- पुलवामा, अवंतीपोरा, त्राल, पंपोर, काकापोरा, अरिपाल, राजपोरा और लिटर में बांटा गया है. पांच नगर पार्षद - त्राल, पंपोर, ख्रीव, अवंतीपोरा और पुलवामा है.
जिले की कुल जनसंख्या 5.60 लाख है. जिले का भौगोलिक क्षेत्रफल 1090 वर्ग किलोमीटर है. जिले का प्रशासनिक केंद्र पुलवामा में स्थित है, जो श्रीनगर से 31 किलोमीटर दूर है. जिले में 85.65% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में और 14.35% शहरी क्षेत्रों में रहती है.
जिले को पृथ्वी पर सबसे सुंदर स्थानों में से एक माना जाता है, क्योंकि यहां का मौसम बहुत ही अच्छा है, यहां असंख्य झरने, नदियां, झरने, सुगंधित फूल, स्वादिष्ट फल और अन्य प्राकृतिक दृश्य हैं. इसके अलावा, पुलवामा जिला केसर की खेती के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, जो मुख्य रूप से जिले के पंपोर, काकापोरा और पुलवामा ब्लॉकों की करेवा भूमि में उगाया जाता है.
जिले में कुछ महत्वपूर्ण तीर्थस्थल और मंदिर हैं, जिनमें से कुछ का नाम है खानकाह त्राल, जिसे ईरान के महान संत और विद्वान मीर सैयद अली हमदानी आरएच ने बनवाया था. और ख्रेव पुलवामा में जवाला मुखी मंदिर. इसके अलावा, अवंतीपोरा शहर में अवंतीवर्मन के राजा के समय की इमारतों और मूर्तियों के अवशेष मौजूद हैं.
वीरेंद्र सहवाग ने पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली. सहवाग ये जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं. पुलावा हमले में शहीद हुए विजय सोरेंग के बेटे का तो हरियाणा अंडर-19 टीम में सेलेक्शन हुआ है.
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मोबाइल फोन सिम कार्ड के दुरुपयोग और धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए यह अभियान एक सक्रिय प्रयास है, जिसके चलते पुलिस ने कश्मीर के कई जिलों में व्यापक सिम कार्ड सत्यापन अभियान शुरू किया है.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान जिस तरह से लोगों ने बड़ी संख्या में वोट डाले और आतंकवादी कुछ भी गड़बड़ी नहीं फैला सके. उससे आतंकवादी और सीमापार बैठे उनके आका बौखलाहट में हैं. आतंकियों के निशाने पर सुरक्षाबल और गैर-कश्मीर लोग हैं.
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बादल फटने के बाद फ्लैश फ्लड आ गया है. सड़कों और घरों को भारी नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग ने पुलवामा के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बारिश और बादल फटने की चेतावनी जारी की है. स्थानीय लोग अपने घरों को बचाने के लिए पानी की दिशा मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
स्वतंत्रता दिवस से पहले देशभर में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सेना ने तिरंगा यात्रा निकाली. जिसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं शामिल हुईं. 15 अगस्त तक कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में तिरंगा यात्रा का आयोजन होगा. देखें ये रिपोर्ट.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में इन दिनों भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 3 जून को लश्कर कमांडर रियाज डार और उसके सहयोगी रईस डार की हत्या के बाद आगे की जांच के दौरान पुलिस ने मारे गए आतंकवादियों के सक्रिय कार्यकर्ताओं (OGW) के नेटवर्क से विस्फोटक बरामद किए थे.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में तीन दशक बाद फिर से एक मंदिर खुला है. कश्मीरी पंडितों ने मुर्रान गांव में बरारी मौज मंदिर में आज विशेष प्रार्थना की.
1989 में गांव से पलायन करने वाले पंडितों की संपत्ति सुरक्षित है और वे उसी स्थिति में हैं, जिस स्थिति में वे गांव छोड़कर गए थे. आज जब वे हवन में शामिल हुए तो गांव के मुसलमानों ने उनका तहे दिल से स्वागत किया.
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में इस हफ्ते की शुरुआत में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के मामले में अधिकारियों ने बुधवार को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए. अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात पुलिस हिरासत में इम्तियाज अहमद पाला की मौत के बाद सीआरपीसी की धारा 176 के तहत मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है.
दक्षिण कश्मीर में पुलवामा के नेहामा इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है. आतंकी ठिकाने के बारे में वक्त पर मिली जानकारी के आधार पर संयुक्त बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया.
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद कश्मीर में यह पहला बड़ा चुनाव है. अनुच्छेद 370 को साल 2019 में रद्द कर दिया गया, जिससे राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया.
मुफ्ती ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "पुलवामा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई, जो पहले कभी नहीं हुआ. श्रीनगर में जहां चुनाव होने हैं वहां मतदान खत्म होने तक प्रतिबंध लगाए गए हैं.' मुफ्ती ने स्थानीय प्रशासन पर 1987 के चुनावों के दौर को दोहराने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया.