राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर मुंबई के कोलाबा (Colaba) विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक हैं. वह महाराष्ट्र विधानसभा के वर्तमान स्पीकर हैं और वह देश के किसी भी राज्य के अध्यक्ष चुने जाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र (उम्र 44) व्यक्ति हैं. नार्वेकर को जून 2016 में राज्यपाल द्वारा नामित सदस्य के रूप में महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए चुना गया था.
पहले, वह शिवसेना पार्टी के सदस्य थे, लेकिन जब पार्टी ने उन्हें 2014 के लोकसभा चुनावों में टिकट नहीं दिया, तो वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और मावल निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और असफल रहे.
राहुल नार्वेकर एनसीपी के वरिष्ठ नेता रामराजे नाइक निंबालकर के दामाद हैं. राहुल के पिता, सुरेश नार्वेकर कोलाबा क्षेत्र से नगर निगम पार्षद थे. राहुल के भाई मकरंद नार्वेकर दूसरी बार नगर निगम पार्षद हैं, जो वर्तमान में वार्ड नंबर 227 से हैं.
राहुल नार्वेकर का जन्म 11 फरवरी 1977 में मुंबई में हुआ था. उन्होंने 2012 में सरोजिनी नाइक निंबालकर से शादी की और दंपत्ति के दो बेटियां हैं.
Rahul Narvekar: महाराष्ट्र विधानसभा में राहुल नार्वेकर को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है. यह निर्णय प्रोटेम स्पीकर कालिदास कोलंबकर ने लिया. राहुल नार्वेकर ने अध्यक्ष पद के लिए अकेले नामांकन दाखिल किया था, जिसके बाद किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया.
शरद पवार के खिलाफ बगावत के बाद से अजित पवार बड़े मजे में लग रहे थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सारा मजा किरकिरा कर दिया. सहयोगी तो साथ छोड़ने ही लगे हैं, बीजेपी की भी दिलचस्पी कम हो गई है - और चुनावी पछाड़ के बाद शरद पवार अब कानूनी पटखनी देने की तैयारी कर रहे हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों के खिलाफ अयोग्यता मामले में फैसला सुनाया. उन्होंने कहा कि शिंदे गुट को अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि शिंदे गुट ही असली पार्टी थी. इस फैसले नार्वेकर के साथ देखिए खास बातचीत.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने उनके समेत गुट के 16 विधायकों को अयोग्य करार देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि, शिंदे गुट ही असली शिवसेना है और उद्धव ठाकरे भी पार्टी नियमों के तहत ही पार्टी के नेता बने थे.
महाराष्ट्र विधानसभा ने मनोज पाटिल के आंदोलन की SIT जांच के आदेश दिए हैं. यह जांच BJP विधायक द्वारा मांगी गई थी. इस जांच के पीछे क्या कोई राजनीतिक ताकत थी? क्या मनोज को मोहरा बनाकर अशांति फैलाने की तैयारी थी? ये सवाल हैं जिनका जवाब SIT को ढूंढना है. विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने जांच के आदेश दिए हैं.
स्पीकर राहुल नार्वेकर ने फैसला दिया है कि अजित पवार गुट ही असली एनसीपी है. उन्होंने कहा, निर्विवाद रूप से अजित पवार के पास 41 विधायकों का विधायी बहुमत है. स्पीकर ने अपना फैसला सुनाते हुए यह अहम टिप्पणी की है.
एनसीपी विधायकों की अयोग्यता मामले में महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने अपना फैसला सुना दिया है. स्पीकर ने शरद पवार गुट को करारा झटका देते हुए कहा कि 'अजित पवार गुट ही असली एनसीपी है'. 'निर्विवाद रूप से अजित पवार के पास 41 विधायकों का विधायी बहुमत है'.
सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेने की समय सीमा बढ़ा दी है. स्पीकर राहुल नार्वेकर ने एनसीपी मामले की सुनवाई में अधिक समय लगने की दलील देते हुए समय सीमा बढ़ाने का निवेदन किया था जिसे कोर्ट ने मान लिया.
उद्धव ठाकरे गुट ने एक फ्रेश याचिका में एकनाथ शिंदे गुट द्वारा बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ट्रांसफर करने की मांग की है. शिंदे गुट ने स्पीकर राहुल नार्वेकर के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी जिसमें स्पीकर ने उद्धव गुट की 14 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग को खारिज किया था.
राम मंदिर को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर सियासत हो रही है. महाराष्ट्र में ये सियासी घमासान इस हद तक पहुंची कि डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने संजय राउत को मूर्ख कह दिया. जवाब में संजय राउत ने भी मूर्ख वाले हथियार से पलटवार किया. देखें मुंबई मेट्रो.
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर एकनाथ शिंदे या उनके विधायकों को दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य करार देंगे ऐसा राजनीतिक दृष्टिकोण से संभव ही नहीं था. शिंदे अयोग्य करार दिए जाते तो सरकार गिर जाती. ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले ही महाराष्ट्र में बीजेपी ने जितनी मेहनत से तोड़मरोड़ कर जो महायुती बनाई थी उसका विघटन हो जाता.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और उद्धव गुट ने एक-दूसरे के खिलाफ दल-बदल विरोधी कानून के तहत विधायकों को अयोग्य घोषित करने की याचिकाएं दायर की थीं. इस पर दो दिन पहले स्पीकर नार्वेकर ने फैसला सुनाया. उन्होंने शिंदे गुट को असली शिवसेना माना. स्पीकर का कहना था कि शिंदे गुट के विधायकों को अयोग्य घोषित नहीं किया जा सकता है.
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर का फैसला आने के बाद सबसे बड़ी चर्चा यही है कि उद्धव गुट के आदित्य ठाकरे समेत 15 शिवसेना विधायकों का अब क्या भविष्य होगा? इस संबंध में स्पीकर ने आजतक से बातचीत की और व्हिप से लेकर बैठक व्यवस्था पर चर्चा की.
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका देने वाले स्पीकर राहुल नार्वेकर ने आजतक से EXCLUSIVE बातचीत की. उन्होंने कहा कि सिर्फ एक ही शिवसेना है, शिवसेना सरकार में है. शिंदे विधायक दल के नेता हैं. आदित्य ठाकरे को भी शिवसेना का व्हिप मानना होगा। देखें ये वीडियो.
कल प्रधानमंत्री मोदी मुंबई में अटल सेतु का उद्घाटन करेंगे. बता दें कि अटल सेतु देश का सबसे बड़ा पुल है. पीएम मोदी मुंबई से पहले नासिक में होंगे जहां वो यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री महाराष्ट्र को 30 हजार करोड़ से ज्यादा का तोहफा देंगे. देखें मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने बुधवार को शिंदे गुट के सदस्यों की अयोग्यता पर फैसला सुना दिया है. शिंदे ने आजतक से बातचीत में कहा कि ऐसा लगता है कि स्पीकर शायद दबाव में थे क्योंकि उन्होंने उद्धव गुट के विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराया. जो हमारे लिए अनापेक्षित है. देखें वीडियो.
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने शिवसेना विधायकों की अयोग्यता के नोटिस पर बहुप्रतीक्षित फैसला सुना दिया है. स्पीकर के फैसले में चुनाव आयोग का फैसला शिंदे सरकार के लिए 'सेफ पैसेज' बन गया तो वहीं इसमें विरोधाभास भी हैं. जानिए स्पीकर के फैसले में क्या-क्या है?
शिवसेना विधायकों की अयोग्यता से जुड़े मामले में स्पीकर के फैसले से न सिर्फ उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े को बड़ा झटका लगा है, बल्कि अजित पवार गुट के अरमानों पर भी पानी फिर गया है. जानिए कैसे?
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे. विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने उनके समेत गुट के 16 विधायकों को अयोग्य करार देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि, शिंदे गुट ही असली शिवसेना है और उद्धव ठाकरे भी पार्टी नियमों के तहत ही पार्टी के नेता बने थे.
महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी विधायकों की अयोग्यता को लेकर नोटिस पर फैसला आ गया है. अयोग्यता मामले में उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है. महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर के फैसले पर शिवसेना नेता संजय राउत ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि शिवसेना ऐसे खत्म नहीं होगी. देखें वीडियो.
करीब 18 महीने पहले शिंदे समेत 39 विधायकों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसकी वजह से 57 साल पुरानी पार्टी शिवसेना में विभाजन हो गया था और महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी. इस घटना के बाद दोनों गुटों ने एक-दूसरे के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए याचिकाएं दायर की थीं.