राजस्थान विधान सभा चुनाव 2023 का परिणाम आ चुका है. यहां भाजपा कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए बहुमत के साथ 115 सीटों से आगे है, वहीं कांग्रेस को 69 सीटें मिली. राजस्थान में 199 सीटों के लिए 25 नवंबर को वोटिंग हुई थी (Rajasthan Assembly Election 2023 Result).
Rajasthan Deputy CM Diya Kumari Networth : राजस्थान के सीएम की रेस में शामिल जयपुर राजघराने की राजकुमारी दीया कुमारी को भाजपा आलाकमान ने राज्य का डिप्टी सीएम बनाया है. लंदन से पढ़ाई करने वालीं करोड़पति दीया कुमारी को वसुंधरा राजे के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा था.
राजस्थान के नए सीएम भजन लाल शर्मा भरतपुर के अटारी गांव के रहने वाले हैं. वह काफी लंबे समय से संगठन से जुड़े हुए हैं. वे प्रदेश महामंत्री के तौर पर भी काम करते रहे हैं. बीजेपी ने उन्हें पहली बार जयपुर की सांगानेर जैसी सुरक्षित सीट से चुनावी मैदान में उतारा था.
मध्यप्रदेश का सीएम एक यादव को बनाकर समाजवादी पार्टी और आरजेडी का ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली बीजेपी ने अब कांग्रेस को चिंता में डाल दिया है. आजादी के बाद से ही कांग्रेस देश में ब्राह्मण -दलित और मुसलमानों के नाम पर राज करती रही है. देश की राजनीति में हाशिए पर पहुंच चुके ब्राह्मणों को भजनलाल की नियुक्ति से वास्तव में खुश होने का कारण मिल गया है.
बीजेपी में नेताओं को अब समझ लेना चाहिए कि पॉलिटकल शो बाजी की जगह कार्यकर्ता की तरह काम करने में ही भलाई है. नेता बने, समझो निबटे. कुर्सी के लिए इमेज ब्रैंडिंग करने की जरूरत नहीं है.
बीजेपी ने मंगलवार को ऐलान किया कि दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा राजस्थान के नए उपमुख्यमंत्री होंगे. एक तरफ जहां दीया कुमारी जयपुर के राजघराने से हैं. वहीं, प्रेमचंद बैरवा दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.
देश में हर कोई पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने जा रहे भजनलाल के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहता है. उनकी शिक्षा से लेकर उनके अनुभवों पर बात भी हो रही है. आइए यहां हम आपको उनकी शिक्षा और संघर्ष के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
राजस्थान का रण जीतने के बाद बीजेपी ने अपने सभी विधायकों की सहमति के साथ भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री चुन लिया है. नाम का ऐलान होने से पहले कई नामों पर कयास लगाई जा रही थी. सवाल था कि क्या बीजेपी एक बार फिर वसुंधरा को सीएम की कुर्सी सौपेंगी. इसके अलावा राजस्थान में हिंदुत्व के पोस्टर बॉय बाबा बालकनाथ, गजेंद्र शेखावत, सीपी जोशी, दीया कुमारी, राजवर्धन राठौड़ जैसे नाम भी रेस में थे. लेकिन तस्वीर जब साफ हुई तो भजन लाल शर्मा का नाम सामने आया.
भाजपा ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान में मुख्यमंत्री (Rajasthan CM) के नाम पर जारी सस्पेंस को खत्म कर दिया है. मंगलवार को हुई विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुना गया है. MP-CG की तरह से ही राजस्थान के नए सीएम भी करोड़पति हैं.
बीजेपी विधायकों का उस होटल में जुटना शुरू हो गया है, जहां राजनाथ सिंह ठहरेंगे. इसके बाद राजनाथ सिंह 4 बजे विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे. राजनाथ सिंह के अलावा विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को भी पर्यवेक्षक बनाया गया है. ये तीनों नेता राजस्थान में बीजेपी के नए विधायकों से सीएम चेहरे को लेकर राय लेंगे.
छत्तीसगढ़ और एमपी की तरह राजस्थान में भी बीजेपी ने बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था. बीजेपी इन चुनावों में पीएम मोदी के चेहरे पर जमीन पर उतरी. राजस्थान में 200 में से 199 सीटों पर हुई वोटिंग में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है. पार्टी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की है. ऐसे में नतीजे आने के बाद से सीएम चेहरे पर सस्पेंस बना हुआ है.
सोमवार और मंगलवार को कई बीजेपी विधायकों ने राजे से मुलाकात की थी और इन मुलाकातों को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा गया था. वह हाल ही में दिल्ली में थीं, जहां उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. पार्टी ने विधायक दल की बैठक की निगरानी के लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह समेत तीन पर्यवेक्षकों की घोषणा पहले ही कर दी है.
5 राज्यों के जिन विधानसभा चुनावों को 2024 के लिए सत्ता का सेमीफाइनल कहा जा रहा था. उन चुनावों में 3 राज्यों में बीजेपी ने जीत दर्ज की. जबकि कांग्रेस को हार मिली. इन नतीजों के बाद इंडिया गठबंधन के भीतर तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं. देखें ये स्पेशल एपिसोड.
Balmukund Acharya: राजस्थान के जयपुर के हवामहल सीट से बीजेपी विधायक स्वामी बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. एक दलित की जमीन पर कब्जा और मारपीट करने के मामले में कोर्ट के आदेश के बाद केस दर्ज किया गया है. एसीपी झोटवाड़ा सुरेंद्र सिंह राणावत को इस केस की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए रंधावा ने कहा कि परिणामों की विस्तृत समीक्षा की गई और विभिन्न मुद्दों की जांच की गई. उन्होंने कहा, इस बात का भी विस्तृत विश्लेषण किया जाएगा कि क्या कमियां रहीं जो हार का कारण बनीं और उन्हें कैसे दूर किया जाए.
बीजेपी ने शुक्रवार को राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को लेकर एक सूची तो जारी की, लेकिन इसमें इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों का नहीं, बल्कि उन्हें चुनने वाले केन्द्रीय पर्यवेक्षकों का नाम था, जो इन राज्यों में जाकर विधायकों के साथ बैठक करेंगे और फिर इसके बाद सीएम के नामों का ऐलान किया जाएगा. देखें ब्लैक एंड व्हाइट
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के चुनावी नतीजे आए छह दिन पूरे हो गए. आज तीनों राज्यों में विधायकों की राय लेकर मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए पर्यवेक्षक चुन लिए गए हैं. सीएम की रेस में नए नाम आगे होने की सुगबुगाहट दिल्ली से भोपाल, जयपुर, रायपुर तक चली है. देखें 10 तक.
चुनावी नतीजे आने के बाद ईवीएम पर फिर सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने ईवीएम में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है. वहीं, बीजेपी का कहना है कि जब कांग्रेस हार जाती है तो ईवीएम पर सवाल उठाने लगती है. ऐसे में जानते हैं ईवीएम की अब तक की पूरी कहानी...
जयपुर से दिल्ली तक, राजस्थान के सीएम को लेकर, राजनीति गर्म है. बुधवार रात को वसुंधरा राजे दिल्ली आईं, और अभी तक दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं. अब पर्यवेक्षकों के नाम तय हो चुके हैं, इसमें राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े, सरोज पांडे शामिल हैं. ऐसे में हाईकमान किसके नाम को हरी झंडी दिखाता है, ये बड़ी बात है.
राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सीएम का काउंटडाउन शुरु हो चुका है, क्योंकि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं. राजस्थान के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति बहुत सोच समझ कर की गई है, क्योंकि तीन राज्यों में अगर मुख्यमंत्री को लेकर सबसे ज्यादा सियासत कहीं हो रही है, तो वो राजस्थान ही है. देखें स्पेशल रिपोर्ट.
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. बीजेपी ने तीनों राज्यों में पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं. पुराने या नए चेहरे के बीच फैसला करना बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण नजर आ रहा है. सीएम पद पर जारी इस गहमागहमी पर देखिए सो सॉरी.
राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सीएम पर सस्पेंस जारी है. बीजेपी ने इसकी जिम्मेदारी अब पर्यवेक्षकों को सौंप दी है. आखिर तीन राज्यों में सीएम की रेस में कौन आगे चल रहा है. सोमवार को मध्यप्रदेश में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. वहीं रविवार को राजनाथ सिंह जयपुर जाएंगे, जहां विधायकों के साथ मुलाकात करेंगे. देखें शंखनाद.