राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya, Uttar Pradesh) में हो रहा है. जहां इस मंदिर का निर्माण हो रहा है, हिंदू आस्थावान उसे भगवान राम की जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) मानते हैं. मंदिर का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra) द्वारा करवाया जा रहा है. राम मंदिर के लिए भूमि पूजन अगस्त 2020 में हुआ था. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भी शामिल हुए थे.
अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों का अभूतपूर्व सैलाब उमड़ रहा है. भीड़ के दबाव को देखते हुए मंदिर का समय बढ़ा दिया गया है. सुबह से लेकर देर रात तक मंदिर के द्वार खुले रहते हैं. रोज़ाना लगभग 5 किलोमीटर लंबी कतार लग रही है. VIDEO
बीते साल तैयार हुए अयोध्या के राम मंदिर में तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है.अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट मंदिर में आने वाले भक्तों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखकर सुविधाओं में सुधार की योजना पर काम कर रहा है.
अयोध्या पुलिस ने राम मंदिर की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों से अत्यधिक किराया वसूलने के आरोपी बाइकर गैंग के खिलाफ कार्रवाई की है. ये लोग श्रद्धालुओं को 100 रुपये प्रति किलोमीटर के किराए पर शहर में घुमा रहे हैं.
राम मंदिर परिसर में अयोध्या पुलिस ने एक ड्रोन को मार गिराया है. पुलिस ने बताया कि अयोध्या में एंटी ड्रोन सिस्टम की जांच के लिए मॉक ड्रिल की गई, जिसमें राम मंदिर परिसर के गेट नंबर 3 पर एक ड्रोन को मार गिराया है. मॉक ड्रिल में भीड़ में ड्रोन ना गिरने इसको लेकर भी अभ्यास किया गया.
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल से संतुष्ट हैं और उन्हें लगता है कि सरकार सही दिशा में जा रही है और अच्छा काम कर रही है. Mood of the Nation (MOTN) सर्वे में देश में सबसे ज़्यादा 15.2 प्रतिशत लोग अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं. देखिए VIDEO
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन हो गया. उनके निधन से अयोध्या के मठ-मंदिरों में शोक की लहर है. बताया जा रहा है कि उन्हें ब्रेन हेमरेज के बाद लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया था. 3 फरवरी से वह अस्पताल में भर्ती थे. उनका अंतिम संस्कार अयोध्या में किया जाएगा.
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन हो गया है. उन्होंने 85 साल की उम्र में लखनऊ PGI में अंतिम सांस ली. आचार्य सत्येंद्र दास को 3 फरवरी के दिन ब्रेन हेमरेज के बाद गंभीर हालत में लखनऊ PGI के न्यूरोलॉजी वार्ड में भर्ती कराया गया था.
अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का बुधवार को निधन हो गया. लखनऊ के पीजीआई में बुधवार को उन्होंने आंखिरी सांस ली. 3 फरवरी को ब्रेन हैमरेज के बाद से उनका इलाज चल रहा था. सत्येंद्र दास 20 साल की उम्र से ही राम मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे.
अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन हो गया है. लखनऊ के पीजीआई में उन्होंने आखिरी सांस ली. उन्हें 3 फरवरी को ब्रेन स्ट्रोक के बाद भर्ती कराया गया था. सत्येंद्र दास का पार्थिव शरीर अयोध्या ले जाया जा रहा है, जहां सरयू नदी के किनारे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और पूर्व MLC सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया है. जानकारी के मुताबिक, कामेश्वर का निधन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में हुआ. वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. बता दें कि कामेश्वर चौपाल ने ही राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी
अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रामलला के दर्शन और आरती के समय में बदलाव किया है. अब दर्शन सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक होंगे. मंगला आरती सुबह 4 बजे, श्रंगार आरती 6 बजे, संध्या आरती 7 बजे और शयन आरती रात 10 बजे होगी. इस बदलाव से सुबह 1 घंटे 30 मिनट और शाम 30 मिनट अधिक तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे.
महाकुंभ में अब तक लगभग 20 करोड़ लोग पवित्र स्नान कर चुके हैं. राम मंदिर में पिछले एक साल में 17 करोड़ लोग दर्शन कर चुके हैं. ये संख्या दुनिया के किसी भी देश में, किसी भी धार्मिक आयोजन में होना संभव नहीं है. बुधवार को महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान में 10 करोड़ लोग हिस्सा लेंगे. देखें ब्लैक एंड व्हाइट.
महाकुंभ और अयोध्या के राम मंदिर में उमड़ रही भारी भीड़ ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. भारत वर्तमान समय में दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्ट पावर बन गया है. लाखों-करोड़ों लोग बिना किसी औपचारिक निमंत्रण के अपनी स्वेच्छा से इन स्थानों पर पहुंच रहे हैं. यह आस्था की लहर पूरी दुनिया को हैरान कर रही है और भारत की सांस्कृतिक शक्ति का प्रदर्शन कर रही है.
अयोध्या में इस वक्त लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ मौजूद है. रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन से लेकर हर गली-चौराहे पर लोगों का हुजूम दिखाई दे रहा है. राम मंदिर की ओर जाने वाली हर सड़क फुल पैक है. पैर रखने की भी जगह नहीं बची है. पुलिस-प्रशासन को क्राउड मैनेजमेंट में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
अयोध्या के राम मंदिर में पिछले 30 घंटों में 25 लाख लोगों ने दर्शन किए हैं. यह संख्या गोवा में तीन महीने में आने वाले पर्यटकों के बराबर है. महाकुंभ में भी भारी भीड़ देखी जा रही है. राम मंदिर और महाकुंभ में नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. VIDEO
अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने पहुंचे हैं. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने से पुलिस-प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. राम मंदिर के आसपास की हर गली, चौराहा 'राम भक्तों' से पट गया है.
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योग गुरु रामदेव ने साथ में योगासन किया. दोनों नेताओं ने एक पैर पर खड़े होकर योग किया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं. इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने रामदेव को एक कलश भी भेंट किया. देखिए VIDEO
महाकुंभ में अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति श्रद्धालुओं का विशेष आकर्षण बनी है. इमारत में रामलला की मूर्ति, भगवा ध्वज और गुम्बद समेत नक्काशीयुक्त संरचना है. धार्मिक अनुष्ठानों में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. यह प्रतिकृति प्रयागराज की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करती है और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देती है. देखें...
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद शहर का कायाकल्प हुआ है. पिछले एक साल में लगभग साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे, जिससे यह देश का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बन गया है. भक्तों ने 363 करोड़ रुपये, 20 किलो सोना और 13 क्विंटल चांदी दान में दिए हैं. देखें ये रिपोर्ट
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के एक साल पूरे होने पर अयोध्या में आस्था का महाकुंभ उमड़ा. पिछले एक वर्ष में साढ़े तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए. भक्तों ने ₹363 करोड़ का दान, 20 किलो सोना और 13 क्विंटल चांदी भेंट की. योगी आदित्यनाथ ने प्रतिष्ठा द्वादशी पर तीन दिवसीय उत्सव का शुभारंभ किया. अयोध्या अब देश का सबसे बड़ा धार्मिक केंद्र बन गया है. नए इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास कार्यों से नगरी की कायापलट हुई है. राम मंदिर के साथ अयोध्या की राजनीतिक प्रासंगिकता भी बढ़ी है.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर अयोध्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा. 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी प्राण प्रतिष्ठा. हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष 11 जनवरी को मनाई गई वर्षगांठ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया हिस्सा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने किया त्रिदिवसीय आयोजन. 500 वर्षों के इंतजार के बाद राम मंदिर निर्माण से बदली अयोध्या की तस्वीर. राजनीतिक महत्व भी बरकरार, 2027 के यूपी विधानसभा चुनावों तक दिखेगा प्रभाव.