रमन सिंह (Raman Singh) एक राजनीतिज्ञ हैं. वह 2019 से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं. 2008 में वह छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए चुनाव लड़ा और 2004 से 2008 तक डोंगरगांव का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वह 2003 से 2018 तक 15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ के दूसरे और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री हैं. साथ ही, 1999 से 2003 तक वाजपेयी कैबिनेट में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री रहे हैं. रमन सिंह 1990 से 1998 तक कवर्धा से मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य भी थें.
रमन सिंह का जन्म 15 अक्टूबर 1952 को कवर्धा में हुआ था (Raman Singh Born). उनके पिता वकील विघ्नहरण सिंह ठाकुर और मां सुधा सिंह थीं. स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने 1972 में शासकीय विज्ञान महाविद्यालय, बेमेतरा से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. साल 1975 में उन्होंने शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय, रायपुर से आयुर्वेदिक चिकित्सा का भी अध्ययन किया.
उनकी पत्नी का नाम वीणा सिंह है और उनके दो संतान है. उनका एक बेटा अभिषेक सिंह भी एक राजनेता हैं जो भाजपा के सदस्य हैं (Raman Singh Family).
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार जिन VIP लोगों की सुरक्षा में एनएसजी तैनात है, उनकी सुरक्षा के लिए अब सीआरपीएफ को तैनात किया जाएगा. गृह मंत्रालय ने हाल ही में संसद की सुरक्षा ड्यूटी से हटाए गए विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की एक नई बटालियन को CRPF वीआईपी सिक्योरिटी विंग से जोड़ने की मंजूरी दी है.
बीजेपी ने रमन सिंह को छत्तीसगढ़ विधानसभा का स्पीकर बनाकर सेट कर दिया है. शिवराज को भी दक्षिण भारत में बीजेपी के विस्तार की जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा है. अब राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के लिए क्या ऑप्शन है?
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की है. बीजेपी ने हिंदी पट्टी के तीन राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़ी जीत के साथ दो राज्यों में सरकार भी बना ली है. राजस्थान से छत्तीसगढ़ तक सरकार में सीएम के साथ ही दो-दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए हैं. विधानसभा स्पीकर के नाम का भी सीएम और डिप्टी सीएम के साथ ही ऐलान हो गया. सीएम से स्पीकर तक, जातीय समीकरणों का ध्यान रखते हुए पार्टी ने अलग-अलग जाति-वर्ग से आने वाले 12 चेहरों के सहारे बीजेपी ने हिंदी पट्टी के राज्यों का राजनीतिक गणित साधने के लिए रणनीतिक बिसात बिछा दी है.
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी ने नए चेहरों पर दांव लगाया और मुख्यमंत्री बनाया. क्या 2024 लोक सभा चुनावों से पहले बीजेपी का ये मास्टर स्ट्रोक है या उससे भी आगे के लिए कोई विजन है? तीनों राज्यों में सीएम के चुनाव के जरिए बीजेपी ने कितने निशाने साधे हैं? देखें ये स्पेशल एपिसोड.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मानें तो शिवराज सिंह चौहान को उनके कद के हिसाब से कोई न कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी. सवाल है कि ये जिम्मेदारी अभी दी जाएगी, या 2024 के लोक सभा चुनावों के बाद? और ऐसी कौन कौन जिम्मेदारियां हैं जो शिवराज सिंह के कद को सूट करती हैं?
Agenda Aaj Tak 2023: एजेंडा आजतक के महामंच पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की. जब उनसे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम सभी को नया काम सौंपेंगे.
वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के नाम तो वाजपेयी-आडवाणी के जमाने वाले बही खाता में ही दर्ज थे. नये नेतृत्व ने पुराना हिसाब-किताब अपने हिसाब से साफ कर दिया है - और लगे हाथ मोदी-शाह ने योगी आदित्यनाथ जैसे अक्खड़ नेताओं को भी सख्त संदेश देने की कोशिश की है.
छत्तीसगढ़ के नए सीएम होंगे विष्णुदेव साय, रायपुर में हुई BJP विधायक दल की बैठक में लिया गया फैसला. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद बोले विष्णदेव साय आवास योजना मेरी प्राथमिकता होगी, पूरी होगी मोदी की गारंटी. अरुण साव और विजय शर्मा बनेंगे छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम, रमन सिंह होंगे स्पीकर. देखें नॉनस्टॉप 100.
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में सीएम पद पर नाम का ऐलान कर दिया है. विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) को प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है. बड़ा दांव खेलते हुए बीजेपी ने आदिवासी नेता को सूबे का चेहरा बनाया है. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने विष्णुदेव साय का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया है. इस तरह तमाम अटकलों पर विराम लग गया है. विष्णुदेव छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. देखें पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा ने क्या कहा.
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के सीएम पद पर नाम का ऐलान कर दिया है. विष्णुदेव साय को प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है. विष्णुदेव छत्तीसगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2 साल 68 दिन तक उन्होंने इस जिम्मेदारी को निभाया. साथ ही रायगढ़ सीट से सांसद भी रहे हैं.
विधायक दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा और दुष्यंत कुमार गौतम के अलावा छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर भी मौजूद हैं. भाजपा विधायक दल की बैठक में सीएम का नाम फाइनल हो चुका है. आदिवासी समुदाय से आने वाले विष्णुदेव साय ही राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे.
छत्तीसगढ़ में सीएम को चुनने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनेवाल, राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम रायपुर पहुंचे हैं. यहां उनका काफी ही धूम धाम से स्वागत हुआ. ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही अब सीएम का नाम सामने आ जाएगा. देखें शतक आजतक.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि हम सोमवार को अशोक गहलोत की इच्छा पूरी करेंगे. 5 साल तक उनकी सरकार में सिर्फ भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और आपसी मतभेद ही देखने को मिला. दरअसल, अशोक गहलोत कहा था कि बीजेपी 7 दिन में मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं कर पाई है.
तीन राज्यों में अभी भी सीएम को लेकर चर्चाएं तेज हैं. बीजेपी ने कल ही तीन राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है, जिससे लग रहा है कि अब जल्द दी सीएम नाम पर से पर्दा हटने वाला है. देखें
तीन राज्यों में अभी भी सीएम को लेकर चर्चाएं तेज हैं. बीजेपी ने कल ही तीन राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है, जिससे लग रहा है कि अब जल्द दी सीएम नाम पर से पर्दा हटने वाला है. देखें
तीन राज्यों में शानदार बहुमत मिलने के बावजूद बीजेपी अभी तक सीएम के चेहरों को लेकर कोई फैसला नहीं कर सकी है. नए मुख्यमंत्री को लेकर दिल्ली में कई दौर की बैठक के बाद अब केंद्र के पर्यवेक्षक राज्यों में जाएंगे और विधायक दल की बैठक के बाद सीएम के चेहरे पर मुहर लगेगी.
राजस्थान में बीजेपी नेतृत्व के लिए वसुंधरा राजे की राजनीतिक बाड़बंदी उतनी ही जरूरी थी जितना चुनाव जीतना. वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर भले न माना जा रहा हो, लेकिन मोदी-शाह को अब ऐसे फैक्टर के फिक्र की बहुत जरूरत नहीं रही - आखिर बेटे का भविष्य भी तो वसुंधरा राजे की कमजोर कड़ी ही है.
कहा जा रहा है कि राजस्थान-मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी पुराने चेहरों को सीएम पद के लायक नहीं समझ रही है. आखिर पार्टी क्या सोचकर नए चेहरों पर बाजी लगाने जा रही है.
आज सुबह में सबसे पहले रूख करते हैं उस रेस ट्रैक की ओर जहां 3 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की दौड़ चल रही है. 6 दिन हो गए हैं लेकिन रेस बाकी है. पूरी हलचल जयपुर-भोपाल-रायपुर से दिल्ली शिफ्ट हो गई है. मुलाकातों का दौर है, अटकलों का बाजार है, बिना दावेदारी की अपनी-अपनी चालें हैं.
राजस्थान में बीजेपी ने अभी तक मुख्यमंत्री एलान नहीं किया है. दिल्ली में बैठकों का दौर चलता रहा है, लेकिन निर्णय कुछ नहीं निकला. वसुंधरा राजे भी दिल्ली आई गई हैं. दिल्ली में कई सारे नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. देखें नॉनस्टॉप खबरें.
राजस्थान में बीजेपी ने अभी तक मुख्यमंत्री एलान नहीं किया है. दिल्ली में बैठकों का दौर चलता रहा है, लेकिन निर्णय कुछ नहीं निकला. वसुंधरा राजे भी दिल्ली आई गई हैं. इस बीच बीजेपी के पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि वसुंधरा के बेटे दुष्यंत ने कुछ विधायकों को रिजॉर्ट में रखा है.