रिशद प्रेमजी
रिशद प्रेमजी (Rishad Premji) विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी (Azim Premji) के बेटे हैं. उन्हें उनके पिता के उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया गया था. वह हाल तक विप्रो में मुख्य रणनीति अधिकारी के रूप में कार्यरत थे. जुलाई 2019 में विप्रो के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया. वह वर्ष 2018-19 के लिए नैसकॉम (NASSCOM) के अध्यक्ष भी थे.
रिशद प्रेमजी का जन्म 9 जनवरी 1977 को मुंबई में हुआ था (Rishad Premji Age). उनकी मां का नाम यासमीन प्रेमजी है (Rishad Premji Mother). रिशद ने मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से पढ़ाई की है. बाद में वेस्लेयन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया (Rishad Premji Education). 2005 में उन्होंने अपनी बचपन की दोस्त अदिति से शादी की (Rishad Premji Wife) और उनके दो बच्चे हैं रोहन प्रेमजी और रिया प्रेमजी हैं (Rishad Premji Children).
एमबीए करने के बाद रिशद ने बैन एंड कंपनी के साथ दो साल और फिर चार साल तक यूएसए में जीई कैपिटल के साथ काम किया. 2007 में, वह एक व्यवसाय प्रबंधक के रूप में अपने पिता की कंपनी विप्रो में शामिल हो गए. 2014 में, रिशद को उनकी उत्कृष्ट पेशेवर उपलब्धियों, नेतृत्व और समाज के प्रति प्रतिबद्धता के लिए विश्व आर्थिक मंच ने एक युवा वैश्विक नेता के रूप में मान्यता दी थी (Rishad Premji Early Life).
Wipro New CEO Srinivas Pallia : आईटी दिग्गज विप्रो में नए सीईओ बने Srinivas Pallia साल 1992 में कंपनी में शामिल हुए थे और तब से कंपनी में उन्होंने कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाली है.
Wipro की चीफ कल्चर ऑफिसर सुनीता रेबेका चेरियन ने कहा कि हमें अपने विविध और समावेशी कार्यबल पर गर्व है. एकजुटता की हमारी भावना ही हमारी सफलता की जड़ है, India's Best Workplaces for Women 2022 में टॉप रहना अच्छे प्रदर्शन और समावेशी संस्कृति के चलते मिली सफलता का प्रमाण है.
Harsh Goenka On Moonlighting: हर्ष गोयनका ने कहा है कि विप्रो की तुलना स्विगी से नहीं की जा सकती. गौरतलब है कि सिर्फ विप्रो ऐसी कंपनी नहीं है, जो मूनलाइट पॉलिसी के विरोध में है, बल्कि Infosys, TCS और IBM जैसी आईटी कंपनियों ने इसके खिलाफ मोर्चा संभाला हुआ है.