साहित्य आज तक- भारतीय भाषा, साहित्य, कला और मनोरंजन जगत का सबसे बड़ा मेला है. भारत के सबसे तेज और सबसे बड़े हिंदी न्यूज चैनल 'आज तक' द्वारा हर साल सजने वाला यह महाकुंभ एक बार फिर सज रहा है. इस वर्ष 'साहित्य आज तक' लखनऊ में 20 और 21 जनवरी को आयोजित हो रहा है. गीत, संगीत, शायरी, कविता, नाटक, विचार, विमर्श और चिंतन के दिग्गजों से गुलजार इस महासंगम के पीछे 'आज तक' का उद्देश्य आज की युवा पीढ़ी और आम जनता को भारतीय भाषा, कला, संगीत और संस्कृति से सीधे जोड़ना है. 'आज तक' की ख़बरों की तरह ही साहित्य भी जन-जन तक पहुंचे, हमारा यही प्रयास है.
साहित्य के इस महाकुंभ 'साहित्य आज तक' के दौरान इन दो दिनों में देश-दुनिया में मशहूर कवि, लेखक, कलाकार, संगीतकार, नाटककार, अभिनेता, रंगकर्मी, चिंतक और विचारक एक जगह, एक साथ इकट्ठा होंगे. 'साहित्य आज तक' में साहित्य के साथ ही होगा सुर, सजेगी संगीत की महफिल, होगा चिंतन, विचार और सार्थक संवाद भी... साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आज तक' में रजिस्ट्रेशन पर एंट्री फ्री है.
Sahitya AajTak Lucknow 2024: यूपी की राजधानी लखनऊ में शब्द-सुरों का महाकुंभ 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' शुरू हो गया है. यह महामंच आज और कल दो दिन सजा रहेगा. यहां किताबों की बातें होंगी, शायरी की महफिल सजेगी, सवाल-जवाब होंगे और तरानों के तार छिड़ेंगे.
Sahitya Aaj Tak Lucknow 2024: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आज से 'साहित्य आजतक-लखनऊ' के दूसरे संस्करण की शुरुआत हो गई है. 'ये कहानी नहीं पुरानी' सेशन में लेखक शैलेंद्र सागर, रजनी गुप्त और चंद्र शेखर वर्मा ने शिरकत की. सभी ने खुलकर अपने विचार रखे. देखें ये वीडियो.
नए साल 2024 में साहित्य के सितारों का महाकुंभ, अपने नए एडिशन के साथ लखनऊ में शुरू हो चुका है. शनिवार को साहित्य के मंच पर लेखक और कई जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत किया. इस कड़ी में लेखिका, पद्मश्री विजेता डॉ. विद्या विंदू सिंह और लेखक, राजनीतिज्ञ हृदय नारायण दीक्षित ने 'नदी किनारे राम नाम' पर अपने विचार व्यक्त किए.
साहित्य आजतक लखनऊ के दूसरे दिन तुम्हारी लंगी की लेखिका कंचन सिंह चौहान, युवा साहित्य अकादेमी पुरस्कार विजेता और गेरबाज, प्रमेय के लेखक भगवंत अनमोल और मोस्ट वांटेड जिंदगी, जिंदगी अनलिमिटेड के लेखक गौरव कुमार उपाध्याय ने शिरकत की और अपने संघर्षों की कहानी से लोगों को दो-चार कराया.
'साहित्य आज तक- लखनऊ 2024' के दूसरे दिन आज तक के मंच पर कई रचनाकारों ने अपनी रचनाएं साझा कीं. साहित्य आज तक के 'उड़ान हौसलों की' सत्र में मॉडरेटर जय प्रकाश पाण्डेय ने लेखिका कंचन सिंह चौहान, भगवंत अनमोल और गौरव कुमार उपाध्याय से बातचीत की. लेखकों ने अपने संघर्ष और लेखन के बारे में विस्तार से चर्चा की. देखें ये वीडियो.
साहित्य आजतक लखनऊ 2024 के मंच पर टीवी के पॉपुलर एक्टर, लेखक और कवि शैलेश लोढ़ा आए. इन्होंने राम मंदिर पर बात की. आजकल गुडमॉर्निंग की जगह राम-राम कर रहे लोग? नया बदलाव दिख रहा है. लोगों की जुबान पर राम ही राम है. इस पर शैलेश लोढ़ा ने कहा आपके सवाल में ही जवाब छिपा है. राम को जहां होना चाहिए, वो राम सब जगह है. अयोध्या गया कल मैं, वहां जो भगवा रंग लहरा रहे हैं. श्री राम के चित्र हर जगह लगे हैं, जो धुन बज रही है 'मेरे घर राम आए हैं...'.
संत तुलसीदास श्रीराम को ही अपना जीवन आधार मानते हैं और सिर्फ उनसे ही निरंतर अपनी प्रीति लगाए रखनी की बात करते हैं. प्रज्ञा शर्मा ने इस किस्से को आगे बढ़ाते संत तुलसीदास क्यों लोकप्रिय हैं, इस प्रश्न का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 'आचार्य विश्वनाथ त्रिपाठी कहते हैं, तुलसीदास लोकप्रिय हैं. उनकी लोकप्रियता का कारण क्या है? क्या यह कि इस देश की जनता धर्मभीरू है और तुलसी की कविता धार्मिक है.
Sahitya AajTak Lucknow 2024: 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' के मंच पर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने ओवैसी के मस्जिद बचाने वाले बयान पर कहा कि मुझे ये नहीं पता कि पत्रकार बंधु उस व्यक्ति का नाम क्यों लेते हैं. कौन है ये व्यक्ति. ऐसे व्यक्ति को आजीवन बैन कर देना चाहिए. देखें वीडियो.
Sahitya Aajtak Lucknow: 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी शामिल हुए. इस दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अयोध्या के बाद जब तक मथुरा और काशी में मंदिर का निर्माण नहीं होगा, तब तक सनातन संस्कृति को पूरी आजादी नहीं मिलेगी. देखें ये वीडियो.
साहित्य के महामंच पर दूसरे दिन ' राम से बड़ा राम का नाम' सेशन में स्पिरिचूअल लीडर, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी शामिल हुए. क्या राम मंदिर के नाम पर हो रहा धर्म का राजनीतिकरण? देखें क्या बोले देवकीनंदन ठाकुर.
Sahitya AajTak Lucknow 2024: 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' के आयोजन के दूसरे दिन कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भी शिरकत की. इस दौरान उन्होंने 'राम से बड़ा राम का नाम' पर अपने विचार रखा. उन्होंने ने बताया कि भगवान शंकर ने कैसे राम नाम का सृजन किया. उन्होंने इसके महत्व को भी समझाया. देखें वीडियो.
Sahitya AajTak Lucknow 2024: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शब्द और सुरों के मेले यानि 'साहित्य आजतक-लखनऊ' के दूसरे दिन भजन गायक अनूप जलोटा के राम भजनों की प्रस्तुति के साथ हुआ. उनके अलावा सिंगर अनुराधा पौडवाल ने भी कई भजनों की प्रस्तुति दी. देखें वीडियो.
Sahitya Aaj Tak Lucknow 2024: 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' के दूसरे दिन कई नामी-गिरामी शायरों ने शिरकत की. इस दौरान फहमी बदायूँनी,अंजुम रहबर, फरहत एहसास, शकील आजमी, मदन मोहन दानिश, मोहम्मद अली साहिल, कुँवर रणजीत सिंह चौहान, जुबैर अली ताबिश और अभिषेक शुक्ला ने बेहतरीन कलाम सुनाये. देखें ये वीडियो,
कवि मनोज मुंतशिर शुक्ला ने साहित्य आजतक के मंच पर भगवान राम के जीवन के बारें में काफी बातें बताई. उन्होंने राजनैतिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें राम राज्य आता दिखाई दे रहा है. देखें वीडियो.
लखनऊ में साहित्य आजतक के मंच पर कवि मनोज मुंतशिर ने शिरकत की. मगर इस दौरान कुछ ऐसा हुआ कि उनकी आंखें नम हो गई. उन्होंने कहा कि रामलला के दर्शन करने पर उन्हें अत्यंत खुशी होगी. देखें वीडियो.
Sahitya AajTak Lucknow 2024: उत्तर प्रदेश की राजधानी में शब्द-सुरों का महाकुंभ 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' का आयोजन किया गया. कई नामी-गिरामी कलाकार, साहित्यकार, लेखक साहित्य के इस मंंच पर शिरकत करने पहुंचे. इस कार्यक्रम के दूसरे दिन कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी पहुंचे.
Sahitya AajTak Lucknow 2024: 'साहित्य आजतक-लखनऊ' के दूसरे संस्करण में मशहूर किस्सागो और किस्सा-किस्सा लखनऊआ के लेखक हिमांशु वाजपेयी ने शिरकत की, उनके साथ प्रज्ञा शर्मा ने भी किस्सागोई की प्रस्तुति दी. तुलसी रघुनाथ गाथा नाम से हुए सत्र में हिमांशु वाजपेयी और प्रज्ञा श्रमा ने श्रीरामचरित मानस के लेखक संत तुलसीदास के जन्म और बचपन की मार्मिक कथा को सामने रखा.
Sahitya Aaj Tak Lucknow 2024: 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' के दूसरे दिन आध्यात्मिक गुरु और कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भी शिरकत की. 'राम से बड़ा राम का नाम' सेशन में उन्होंने भगवान राम से लेकर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के न्योते पर हो रही राजनीति पर बेबाकी से अपनी बात रखी. देखें ये वीडियो.
अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया ने लखनऊ में साहित्य आजतक कार्यक्रम में शिरकत की. यहां अरुण और दीपिका ने अपने शो रामायण, राम-सीता का रोल करने पर मिली पॉपुलैरिटी, अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने पर रिएक्ट किया है.
Sahitya Aaj Tak Lucknow 2024: 'साहित्य आजतक लखनऊ 2024' के दूसरे दिन टीवी शो रामायण के राम-सीता यानी अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया ने शिरकत की. इस दौरान 'सीता राम चरित अति पावन' सेशन में दोनों ने अपने शो रामायण के अनसुने किस्से बयां किये. देखें ये वीडियो.
साहित्य आजतक लखनऊ 2024' में गीतकार और लेखक मनोज मुंतशिर ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि क्या हम राम मंदिर मक्का में मांग रहे थे, मदीना में मांग रहे थे. हम तो ये अयोध्या में मांग रहे थे. उन्हें तो ये प्यार से दे देना चाहिए था. देखें ये वीडियो.