सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है. वह दूरसंचार इंजीनियर और बिजनेसमैन हैं. वह डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान और संयुक्त राष्ट्र के लिए प्रधान मंत्री के सलाहकार भी थे.
उनका जन्म पूर्वी भारतीय राज्य ओडिशा के टिटलागढ़ में एक गुजराती परिवार में हुआ था. उनके सात भाई-बहन थे और वह उनमें तीसरे हैं. उनका परिवार महात्मा गांधी और उनके दर्शन से बहुत प्रभावित था. इस कारण, पित्रोदा और उनके भाई को गांधीवादी दर्शन को आत्मसात करने के लिए गुजरात भेजा गया. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा गुजरात के वल्लभ विद्यानगर से पूरी की और वडोदरा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय से भौतिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स में मास्टर डिग्री पूरी की. भौतिकी में अपनी मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद, वह 1964 में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और शिकागो में इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की. 1966 में वे शिकागो में जीटीई के लिए काम करने लगे.
1981 में जब वह भारत आए, तब उन्होंने फैसला किया कि वह भारत की दूरसंचार प्रणाली को आधुनिक बनाने में मदद करेंगे. 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पित्रोदा को भारत लौटने का निमंत्रण दिया. अपनी वापसी पर, उन्होंने एक स्वायत्त दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास संगठन, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स सी-डॉट की शुरुआत की. वह पहले स्वाभाविक रूप से अमेरिकी नागरिक बन गए थे, लेकिन भारत सरकार में काम करने के लिए फिर से भारतीय नागरिकता लेने के लिए उन्होंने अपनी अमेरिकी नागरिकता त्यागनी पड़ी.
वह 1964 से अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ शिकागो, इलिनोइस और दिल्ली में भी रह रहे हैं.
सैम पित्रोदा वर्तमान में पांच प्रमुख गैर सरकारी संगठनों के अध्यक्ष भी हैं.
बीजेपी नेता का आरोप है कि सैम पित्रोदा ने कर्नाटक सरकार के पांच वरिष्ठ अधिकारियों की मदद से बेंगलुरु में अवैध रूप से 12.35 एकड़ की सरकारी जमीन कब्जाई है. इस जमीन की कीमत 150 करोड़ रुपये है.
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं. चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा, और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन की दी गई क्लीन चिट भी शामिल है.'
सैम पित्रोदा ने भारत-चीन सीमा विवाद में मध्यस्थता के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा, 'मैं चीन से खतरे को नहीं समझ पा रहा हूं. मुझे लगता है कि इस मुद्दे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, क्योंकि अमेरिका में दुश्मन को परिभाषित करने की प्रवृत्ति है.'
परिवार और दोस्तों को संबोधित ईमेल में, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रमुख ने उनसे किसी भी अज्ञात मेल आईडी या मोबाइल नंबर से उनके बारे में प्रतीत होने वाले किसी भी ईमेल या संदेश को न खोलने का आग्रह किया. साथ ही किसी भी लिंक पर क्लिक न करने और किसी भी अटैचमेंट को डाउनलोड न करने का आग्रह किया.
आजतक के संवाददाता रोहित शर्मा ने कहा था कि वह डलास में राहुल गांधी का इवेंट कवर करने पहुंचे थे. इवेंट से पहले उन्होंने सैम पित्रोदा का एक संक्षिप्त साक्षात्कार किया था, जिसमें उन्होंने सवाल पूछा था कि क्या राहुल गांधी अमेरिकी सांसदों से अपनी मुलाकात के दौरान बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले का मुद्दा उठाएंगे? रोहित के मुताबिक यह सवाल पूछने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की.
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि इंडिया टुडे के रिपोर्टर रोहित शर्मा के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर से मारपीट की है. देखें सैम पित्रोदा ने इस मामले पर क्या कहा?
सैम पित्रोदा ने कहा कि उन्हें किसी के साथ गलत व्यवहार पसंद नहीं है और उन्होंने स्वतंत्र प्रेस की वकालत की. उन्होंने कहा, "काश रोहित शर्मा सार्वजनिक रूप से सामने आने से पहले मुझसे बात करते. उन्होंने मुझसे बात किए बिना ही सार्वजनिक रूप से सामने आने का फैसला किया."
राहुल गांधी की टीम ने डलास, टेक्सास में पत्रकार रोहित शर्मा के साथ एक इंटरव्यू के दौरान अभद्र व्यवहार किया, उनके फोन से इंटरव्यू की रिकॉर्डिंग जबरन डिलीट कर दी. यह घटना राहुल गांधी के प्रेस स्वतंत्रता के दावों के विपरीत है.
राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर गए हैं. वहां उन्होंने भारत के हालात पर चर्चा की और मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी और संघ को भी घेरा. राहुल ने भारत में रोजगार की चर्चा की और यहां तक कह दिया कि हिंदुस्तान में सब कुछ मेेड इन चाइना है. अब बीजेपी राहुल पर देश को बदनाम करने का आरोप लगा रही है. सवाल ये कि क्या राहुल का बयान वाकई देश के अपमान या देश को बदनाम करने की कोशिश हैं? देखें.
राहुल गांधी की छवि अब एक तेज तर्रार नेता के तौर पर उभर रही है, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी उन्हें पप्पू कहना छोड़ दिया है. ऐसे समय में उस पुरानी बात को दुहराकर सैम पित्रोदा ने फिर से एक बार राहुल गांधी के पप्पू होने की बात पर बहस छेड़ दी है.
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका में है. यहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत की, राहुल के किस बयान पर हंगामा शुरू हो गया है इस सेगमेंट में देखिए.
राहुल गांधी जब भी विदेश यात्रा पर जाते हैं वो बीजेपी और आरएसएस पर हमलावर होते हैं. ठीक इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी भी उनकी यात्रा का छिद्रान्वेषण करती है. सवाल यही उठता है कि राहुल की विदेश यात्राओं को लेकर बीजेपी इतनी आक्रामक क्यों हो जाती है?
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इस समय तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा पर है. राहुल गांधी के साथ इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा भी थे. इस दौरान सैम ने कहा कि राहुल गांधी पप्पू नहीं हैं. देखिए VIDEO
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी बहुत पढ़े-लिखे और समझदार शख्स हैं. बीजेपी उनके बारे में बीते दस सालों से जो कह रही है, उसके बजाए मुझे राहुल पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि भारत को जुमले की नहीं बल्कि मॉर्डन सोच और युवा नेताओं की जरूरत है.
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी रविवार को तीन दिवसीय यात्रा के लिए अमेरिका पहुंचे. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और भारतीय प्रवासियों ने हवाई अड्डे पर कांग्रेस सांसद का गर्मजोशी से स्वागत किया.
राहुल गांधी के आगामी अमेरिका दौरे के बारे में बात करते हुए पित्रोदा ने कहा कि वह व्यक्तिगत स्तर पर कैपिटल हिल पर विभिन्न लोगों से बातचीत करेंगे. पित्रोदा ने कहा कि इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों से मिलेंगे.
राहुल गांधी के आगामी अमेरिका दौरे के बारे में बात करते हुए पित्रोदा ने कहा कि वह व्यक्तिगत स्तर पर कैपिटल हिल पर विभिन्न लोगों से बातचीत करेंगे. पित्रोदा ने कहा कि इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों से मिलेंगे.
सैम पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी बहुत कम समय के लिए अमेरिका आ रहे हैं. वे 8 सितंबर को डलास में होंगे, जबकि 9 और 10 सितंबर को वाशिंगटन डीसी में होंगे. डलास में राहुल गांधी टेक्सास यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स, शिक्षाविदों और भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत करेंगे.
अपने विवादित बयानों के चलते लोकसभा चुनावों के समय ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से रिजाइन कर चुके सैम पित्रोदा की फिर से वापसी हो गई है. सवाल उठना स्वभाविक है कि आखिर कांग्रेस पित्रोदा को लाने में क्यों इतनी जल्दीबाजी क्यों की है?
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा को दोबारा ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपने विवादित बयानों के बाद पद छोड़ दिया था.
लोकसभा चुनाव के दौरान लगातार विवादों के कारण सुर्खियों में रहे सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन, अब पार्टी ने उन्हें एक बार फिर ये जिम्मेदारी सौंप दी है. अब इस मामले में बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.