सम्राट पृथ्वीराज
फिल्म सम्राट पृथ्वीराज (Samrat Prithviraj) के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी हैं (Samrat Prithviraj Director). इस फिल्म के निर्माता यश राज फिल्म्स है (Samrat Prithviraj Producer). यह एक आगामी हिंदी भाषा की ऐतिहासिक एक्शन ड्रामा फिल्म है जो पृथ्वीराज रासो पर आधारित है (Prithviraj Raso). ब्रज भाषा की एक महाकाव्य है जो पृथ्वीराज चौहान के जीवन के बारे में है.
इस फिल्म में पृथ्वीराज चौहान के रूप में फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार (Akshay Kumar) को दिखाया गया है, जबकि मानुषी छिल्लर (Manushi Chhillar) ने संयोगिता की भूमिका निभाते हुए अपनी हिंदी फिल्म की शुरुआत की है. फिल्म में संजय दत्त (Sanjya Dutt), सोनू सूद (Sonu Sood), मानव विज, आशुतोष राणा और साक्षी तंवर भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं (Samrat Prithviraj Star Cast).
9 सितंबर 2019 को इस फिल्म का एक आधिकारिक मोशन पोस्टर यश राज फिल्म्स ने जारी किया था. इस फिल्म को 2020 दिवाली 2020 पर सिनेमाघरों में रिलीज होनी थी लेकिन COVID-19 महामारी के कारण फिल्म को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था. अब फिल्म 3 जून 2022 को 2डी और आईमैक्स फॉर्मेट में रिलीज होगी (Samrat Prithviraj Release Date).
पृथ्वीराज रासो पर आधारित फिल्म राजपूत योद्धा और चौहान वंश के राजा पृथ्वीराज चौहान की कहानी बताती है, जो घुरिद वंश के एक शासक मुहम्मद गोरी के साथ संघर्ष करते हैं, जिन्होंने हिंदुस्तान की इस्लामी विजय का नेतृत्व किया था (Story of Film Samrat Prithviraj).
बॉलीवुड की हिट मशीन कहे जाने वाले अक्षय कुमार ने कुछ महीनों पहले बयान दिया था कि पीरियड फिल्म होने के बावजूद, उन्हें 'सम्राट पृथ्वीराज' शूट करने में 42-43 दिन का ही वक्त लगा. 40 दिन में फिल्म निपटा देने के बयान पर अक्षय के खूब मजे लिए गए. लेकिन ये तो कुछ भी नहीं है, इतने ही दिनों में एक बार अक्षय की 4 फिल्में रिलीज हो चुकी हैं...
2017 में मिस वर्ल्ड बनीं मानुषी छिल्लर ने इसी साल फिल्म 'सम्राट पृथ्वीराज' से बॉलीवुड डेब्यू किया है. अब उनकी अगली फिल्म 'तेहरान' होगी जिसमें वो जॉन अब्राहम के साथ नजर आने वाली हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म में जान्हवी जोरदार एक्शन करती नजर आएंगी.
देश में भगवान, भाषा और भावनाओं की लड़ाई हो रही है. इनके सहारे राजनीति चलाई जा रही है. आज धर्मशास्त्र से बेहतर नाट्यशास्त्र है. India Today Conclave East 2022 में लेखक, इतिहासकार देवदत्त पटनायक ने ये बातें कहीं.