संदेशखाली (Sandeshkhali) पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उपखंड में एक गांव है. यह इछामती-रायमंगल मैदान का हिस्सा, जो निचले गंगा डेल्टा में स्थित है.
फरवरी 2024 में संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न का मामला काफी तूल पकड़ा था.
इस क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा सुंदरबन बस्तियों के साथ लगा हुआ है. गांव की केवल 12.96% जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रहती है और 87.04% जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है. भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या 11,155 थी, जिसमें 5,760 (52%) पुरुष और 5,395 (48%) महिलाएं थीं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संदेशखाली पहुंची हैं, जहां वो कई लाभार्थियों से मिलेंगी और उन्हें विभिन्न योजनाओं के प्रमाण पत्र देंगी. ये वही संदेशखाली है, जहां जनवरी 2024 में करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की जांच करने गई ED की टीम पर हमला हुआ था.
संदेशखाली में टीएमसी नेताओं पर जमीन हड़पने और महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद क्षेत्र में हुए बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 30 दिसंबर को पहली बार संदेशखाली का दौरा करेंगी.
निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल की बशीरहाट लोकसभा सीट उपचुनाव का टाल दिया है. इसके बाद रेखा पात्रा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि चुनाव में धांधली हुई थी और दोबारा चुनाव होना जरूरी है. जितनी जल्दी तारीखों की घोषणा की जाए उतना बेहतर है. मैंने निर्वाचन क्षेत्र में फिर से वोटिंग, चुनाव रद्द करने और नए सिरे से मतदान कराने के लिए हाईकोर्ट का रुख किया था.
कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस को लेकर ममता बनर्जी बुरी तरह घिर गई हैं, लेकिन ये कोई पहली बार नहीं है. ममता बनर्जी को 31 साल पहले राइटर्स बिल्डिंग से बाहर खदेड़ दिया गया था, और 18 साल बाद वो मुख्यमंत्री बन कर लौटी थीं - आखिर ममता बनर्जी के पॉलिटिकल पावर का राज क्या है?
ममता बनर्जी का छोटा सा नुकसान भी बीजेपी के लिए बड़ा राजनीतिक फायदा है. कोलकाता रेप-मर्डर केस के मुद्दे पर ममता बनर्जी के खिलाफ खामोश रह कर बीजेपी ने जो फायदा उठाया है, संदेशखाली में पूरी ताकत झोंक कर भी वो हासिल नहीं कर पाई थी.
संदेशखाली मामले की सीबीआई जांच पर रोक लगाने से इंकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जांच रोकने का कोई औचित्य नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से बड़ा सवाल पूछा कि राज्य किसी व्यक्ति को बचाने की कोशिश क्यों कर रहा है.
Basirhat Result: बशीरहाट सीट से टीएमसी के सांसद हाजी नुरुल इस्लाम ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है. उन्हें 3 लाख 33 हजार से अधिक वोट मिले हैं. बीजेपी के लिए ये सीट प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई थी. जिसका सबसे बड़ा कारण संदेशखाली था.
बंगाल के संदेशखाली में चुनाव बीत जाने के बाद भी हिंसा का दौर जारी है. एक दिन पहले वहां एक आरोपी को हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस और स्थानीय निवासियों के बीच धक्का मुक्की हो गई. आज भी उस इलाके में तनाव बरकरार है. RAF की टीमें वहां छापेमारी कर रही हैं. इसके विरोध में महिलाएं सड़कों पर हैं.
बशीरहाट बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है. कारण है संदेशखाली. संदेशखाली को लेकर बीजेपी ने जो आंदोलन चलाया उसी का कारण रहा कि यह जगह पूरे देश में चर्चा का केंद्र बन गया. देश भर में पिछले 3 महीने से चर्चा में आया संदेशखाली अब किसी परिचय को मोहताज नहीं है. बीजेपी ने यहां कुछ खास लोगों द्वारा महिलाओं से रेप और जमीन कब्जे को बड़ा मु्द्दा बनाया.
पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर आखिरी चरण के लिए मतदान हो रहा है. कई जगह से हिंसा की खबरें भी सामने आ रही है. इस बीच बशीरहाट से संदेशखाली की पीड़िता और BJP उम्मीदवार रेखा पात्रा आजतक से खास बातचीत की.
सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में पश्चिम बंगाल की 2 सीटें ऐसी हैं जहां बीजेपी ये मानकर चुनाव लड़ रही है कि उसकी जीत तय है. पर तीसरी सीट बशीरहाट बीजेपी की प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है. क्योंकि संदेशखाली इसी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख ने कोयले की सप्लाई पर अवैध लेवी या टैक्स की वसूली, जमीनों की डील में कमीशन से अपराध की आय, गांव के लोगों से कैश और अन्य कीमती सामान की उगाही की.
सीबीआई ने पांच जनवरी को संदेशखली में ईडी की टीम पर हमले से जुड़े केस में टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके भाई सहित छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है. बशीरहाट स्पेशल कोर्ट में इन सभी पर आपराधिक साजिश रचने और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है.
पश्चिम बंगाल का संदेशखाली वैसे तो बशीरहाट लोकसभा सीट की एक विधानसभा सीट भर है, लेकिन यहां हुए कांड की गूंज पूरे बशीरहाट से लेकर बंगाल और दिल्ली तक सुनाई पड़ती है. बशीरहाट लोकसभा सीट पर इस बार चुनावी टक्कर बीजेपी और टीएमसी के बीच है. क्या है यहां की जनता का मूड? देखें ई-बाइक रिपोर्टर.
आरोपी के पिता ने कहा कि उनके बेटे को फंसाया गया है, क्योंकि वे टीएमसी समर्थक थे. पिता ने कहा, लड़की के परिवार के सदस्य बीजेपी समर्थक हैं. वे हम पर पार्टी में शामिल होने के लिए दबाव डाल रहे हैं. चूंकि हमने उनके आदेश का पालन नहीं किया, इसलिए मेरे बेटे पर यह गंदा आरोप लगाया गया.
सीबीआई जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न के मामले में पीड़िताओं की शिकायत को सुनने के लिए संदेशखाली में एक अस्थायी कैंप स्थापित कर रही है. इस कैंप में जांच अधिकारी पीड़िताओं से सीधे बात करेंगे. इसके अलावा सीबीआई ने शुक्रवार को 2 टीएमसी नेताओं के आवास पर छापेमारी की है.
भाजपा नेता और वकील प्रियंका टिबरेवाल द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक कथित वीडियो में महिला को यह कहते हुए सुना गया कि जब वह कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर बाहर गई तो उसका मुंह बंद कर दिया गया और उसे घर से बाहर खींच लिया गया.
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने स्थानीय टीएमसी विधायक सुकुमार महता को घेर लिया था. उन्होंने महिलाओं पर अत्याचार के बारे में गलत सूचना प्रसारित करने में शामिल होने के आरोप में संदेशखाली में एक स्थानीय टीएमसी कार्यकर्ता की पिटाई भी की.
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में बीजेपी नेता की मुश्किलें तब बढ़ गई जब टीएमसी ने एक स्टिंग वीडियो जारी किया. वीडियो में कथित रूप से एक शख्स दावा करता देखा गया कि संदेशखाली में महिलाओं के साथ उत्पीड़न का मामला 'मनगढ़ंत' था. शख्स के बारे में दावा किया गया कि वह बीजेपी के नेता गंगाधर कयाल हैं, जिन्होंने इस वीडियो मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी.
TMC का कहना है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी और पियाली दास सहित उसके सदस्यों के साथ मिलकर संदेशखाली की निर्दोष महिलाएं और मतदाताओं पर जालसाजी, धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और आपराधिक साजिश जैसे गंभीर अपराध किए हैं.
संदेशखाली प्रकरण को लेकर बीते दिनों के कई वीडियो सामने आई हैं. कथित वीडियो में एक भाजपा कार्यकर्ता पूरे मामले में पार्टी की भूमिका के बारे में दावा कर रहा है, जबकि भाजपा का कहना है कि इस वीडियो से छेड़छाड़ की गई है.