संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) को संकटाहार चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. हिंदू कैलेंडर के प्रत्येक चंद्र महीने के कृष्ण पक्ष के चौथे दिन पर पड़ता है. यदि यह चतुर्थी मंगलवार को पड़ती है, तो इसे अंगारकी संकष्टी चतुर्थी कहते हैं (Angajaki Sankashti Chaturthi).
अंगारकी संकष्टी चतुर्थी को सभी संकष्टी चतुर्थी के दिनों में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि अभिषेक महर्षि ने शास्त्रों का ज्ञान प्रप्त कर अपने शिष्य ऐश्वर्य को शिक्षा प्रदान की और अपने विश्वास के परस्पर विरोधी विचारों और बाधा हटाने के अनुष्ठान किया, जो लगभग 700 ईसा पूर्व शुरू किया था (Sankashti Chaturthi Rituals).
संकष्टी चतुर्थी के दिन, भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं. वे गणेश की पूजा करने के बाद चंद्रमा के दर्शन करने के बाद रात में उपवास तोड़ते हैं. प्रत्येक महीने के दौरान, गणेश चतुर्थी एक अलग नाम से पड़ता है. प्रत्येक माह की साकाष्ट चतुर्थी के दिन, 'संकष्ट गणपति पूजा' की जाती है (Sankashti Chaturthi Puja).
Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2025: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी तिथि पर पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-पाठ करने और व्रत रखने से भक्तों पर भगवान गणेश की विशेष कृपा बनती है. हिंदू धर्म में फाल्गुन माह की चतुर्थी तिथि को बेहद शुभ माना जाता है, इस दिन भगवान गणेश के 32 रुपों में से उनके छठे स्वरूप की पूजा की जाती है.
Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2024: गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना की जाती है. इस बार संकष्टी चतुर्थी 18 नवंबर यानी आज मनाई जा रही है. संकष्टी चतुर्थी की तिथि 18 नवंबर यानी शाम को 6 बजकर 55 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 19 नवंबर को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर होगा.
Sankashti Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी का मतलब होता है संकट को हरने वाली चतुर्थी. इस दिन लोग सूर्योदय के समय से लेकर चन्द्रमा उदय होने के समय तक उपवास रखते हैं. कोई भी व्यक्ति अगर संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणपति की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करें, तो उसकी सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं.
Krishnapingala Sankashti Chaturthi 2024: आषाढ़ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है. कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के गजानन एकदंत रूप की पूजा-अर्चना की जाती है. इस दिन व्रत रखने और पूजा-उपासना करने से भगवान गणेश भक्तों के सभी कष्टों को हर लेते हैं.
Krishnapingala Sankashti Chaturthi 2024: भगवान गणेश सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय हैं. सनातन धर्म में भगवान गणेश को मंगलकारी और विघ्नहर्ता कहा गया है. हिन्दू पंचांग में प्रत्येक माह के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है. 25 जून यानी आज कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी का त्योहार मनाया जा रहा है.
Ekdant Sankashti Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी का मतलब होता है संकट को हरने वाली चतुर्थी. संकष्टी चतुर्थी हिन्दू धर्म का एक प्रसिद्ध त्योहार है. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. भगवान गणेश को अन्य सभी देवी-देवतों में प्रथम पूजनीय माना गया है.
Sankashti Chaturthi 2024: इस बार संकष्टी चतुर्थी का व्रत 29 जनवरी, सोमवार को रखा जाएगा. इस दिन भगवान गणेश और सकट माता की पूजा की जाती है. सकट चौथ को संकष्टी चतुर्थी, वक्रतुण्डी चतुर्थी, माही चौथ और तिल कुटा चौथ भी कहा जाता है. मान्यताओं के अनुसार, इस दिन अगर सभी माताएं अपनी संतान के लिए व्रत रखती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना भी करती हैं.
Sankashti Chaturthi 2023: संकष्टी चतुर्थी का मतलब होता है संकट को हरने वाली चतुर्थी. भगवान गणेश अपने भक्तों की सभी परेशानियों को हर लेते हैं. संकष्टी के दिन भगवान गणेश का व्रत करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है. मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन इसकी कथा सुनने से गणपति की कृपा प्राप्त होती है.
Sankashti Chaturthi 2023: इस बार संकष्टी चतुर्थी 03 सितंबर यानी आज मनाई रही है. संकष्टी चतुर्थी को भगवान गणेश की आराधना करने के लिए विशेष दिन माना गया है. संकष्टी के दिन गणपति की पूजा करने से घर से नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं और शांति बनी रहती है. संकष्टी चतुर्थी का दूसरा नाम महास्कंद हर चतुर्थी भी है.
Vibhuvana Sankashti Chaturthi 2023: संकष्टी चतुर्थी हिन्दू धर्म का एक प्रसिद्ध त्यौहार है. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. भगवान गणेश को अन्य सभी देवी-देवतों में प्रथम पूजनीय माना गया है. इन्हें बुद्धि, बल और विवेक का देवता का दर्जा प्राप्त है. इस बार विभुवन संकष्टी चतुर्थी 4 अगस्त यानी आज मनाई जा रही है.
Ekdant Sankashti Chaturthi 2023: भगवान गणेश सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय हैं. सनातन धर्म में भगवान गणेश को मंगलकारी और विघ्नहर्ता कहा गया है यानी कि वो देवता जो सारे दुख, सारे कष्टों को हर लें. हिन्दू पंचांग में प्रत्येक माह के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है. 08 मई यानी आज एकदंत संकष्टी चतुर्थी मनाई जा रही है.