सत्यपाल मलिक
सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू और कश्मीर के तत्कालीन राज्य के राज्यपाल थे (Satya Pal Malik Former Governor Jammu and Kashmir). उनके कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का संवैधानिक निर्णय 5 अगस्त 2019 को लिया गया था. बाद में उन्हें गोवा के 18वें राज्यपाल बनाया गया (Satya Pal Malik Former Governor Goa) और उसके बाद उन्होंने अक्टूबर 2022 तक मेघालय के 21वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया (Satya Pal Malik Former Governor Meghalaya).
एक राजनेता के रूप में उनका पहला प्रमुख कार्यकाल 1974-77 के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य के रूप में था. उन्होंने 1980 से 1986 और 1986-89 तक राज्यसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया. वह जनता दल के सदस्य के रूप में 1989 से 1991 तक अलीगढ़ से 9वीं लोकसभा के सदस्य थे. वह अक्टूबर 2017 से अगस्त 2018 तक बिहार के राज्यपाल रहे थे. 21 मार्च 2018 को उन्हें 28 मई 2018 तक ओडिशा के राज्यपाल के रूप में कार्य करने के लिए अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया था. अगस्त 2018 में, उन्हें जम्मू और कश्मीर राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया था (Satya Pal Malik Political Career).
मलिक का जन्म 24 जुलाई 1946 उत्तर प्रदेश के बागपत के हिसवाड़ा गांव में हुआ था (Satya Pal Malik Age). वह एक जाट परिवार ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने मेरठ कॉलेज से विज्ञान में स्नातक और एलएलबी की डिग्री हासिल की है.1969 में, मलिक ने छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की (Satya Pal Malik Education).
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसानों के मुद्दे पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सवाल पूछे, जिनका जवाब देने से चौहान बचते नजर आए. इस बीच, जम्मू-कश्मीर के पूर्व एलजी सत्यपाल मलिक ने धनखड़ के बयान का स्वागत किया. मलिक ने पहले भी किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा था. देखिए VIDEO
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक के घर और ठिकानों पर गुरुवार को सीबीआई ने छापेमारी की थी. ये छापेमारी कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में की गई थी. इस प्रोजेक्ट में 2,200 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार का आरोप है.
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक के दिल्ली स्थित आवास पर गुरुवार को सीबीआई ने तलाशी ली थी... ये तलाशी कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में की गई थी... इस प्रोजेक्ट में 2,200 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार का आरोप है... कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट की बात करें तो इस प्रोजेक्ट को चिनाब वैली पॉवर प्रोजेक्ट लिमिटेड नाम की कंपनी बना रही है...आरोप है कि इस प्रोजेक्ट से जुड़ा 2,200 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट 2019 में एक प्राइवेट कंपनी को दिया गया...जिसमें धांधली बरतने का आरोप है...
जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के दिल्ली आवास की सीबीआई ने तलाशी ली है. सूत्रों के मुताबिक किरु हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से जुड़े घोटालों के मामले में सीबीआई ने तीस ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया है. पिछले महीने सीबीआई ने दिल्ली और जम्मू कश्मीर के आठ ठिकानों पर छापा मारा था. देखें वीडियो.
जम्मू-कश्मीर के कीरू जल विद्युत परियोजना में कथित भ्रष्टाचार की जांच को लेकर सीबीआई की छापेमारी पर पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की प्रतिक्रिया सामने आई है. सत्यपाल मलिक ने मामले को लेकर एक्स पर पोस्ट में लिखा 'पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं. देखें वीडियो.
सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक से जुड़े 8 परिसरों की तलाशी ली. इनमें गुरुग्राम स्थित उनके तीन फ्लैट शामिल हैं. केंद्रीय एजेंसी ने एशियाड गेम्स विलेज स्थित मलिक के अपार्टमेंट की भी तलाशी ली.
सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया था कि उन्हें राज्य का गवर्नर रहते (तब जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश नहीं बना था) परियोजना से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी. बता दें कि वह 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे.
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक चर्चा में हैं. कारण है सीबीआई. दरअसल, जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने गुरुवार सुबह पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के दिल्ली स्थित आवास और दफ्तर की तलाशी ली.
CBI ने दिल्ली में 30 जगहों पर छापेमारी की है. इनमें सत्यपाल मलिक का घर और दफ्तर भी शामिल है. सत्यापल मलिक जम्मू-कश्मीर और बिहार के पूर्व गवर्नर हैं. पूरा मामला दिल्ली-कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट का है. देखें वीडियो.
राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से अपनी बातचीत का वीडियो अपनी यूट्यूब चैनल पर शेयर किया है. राहुल ने बातचीत के दौरान सत्यपाल से जम्मू कश्मीर, पुलवामा, अडानी, किसानों के मुद्दों समेत तमाम सवाल पूछे.
जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी से कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का वादा है कि वे राज्य का दर्जा वापस करेंगे. इसलिए इन्हें जल्द से जल्द जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस करना चाहिए और वहां चुनाव कराने चाहिए.
मणिपुर की घटना को लेकर मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बीजेपी की मोदी सरकार को घेरा है.
सत्यपाल मलिक लगातार केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ निशाना साध रहे हैं. उन्होंने पुलवामा हमले पर कहा है कि 2019 का लोकसभा चुनाव सैनिकों के शवों पर लड़ा गया था. अगर मामले की जांच हुई होती तो तत्कालीन गृह मंत्री को इस्तीफा देना पड़ता.
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने रविवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला. कहा कि पीएम अपनी नांक के नीचे भ्रष्टाचार करवाते हैं. अगर, पुलवामा हमले की जांच होती तो गृहमंत्री का इस्तीफा होता और काफी अफसर जेल में होते.
सीबीआई ने जिन लोगों के घर छापा मारा है उनमें जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन गवर्नर सत्यपाल मलिक के मीडिया सलाहकार भी शामिल हैं.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सीबीआई ने शुक्रवार को रिलायंस जनरल इंश्योरेंस घोटाला मामले में पूछताछ की. इस मामले में उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी. पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान मलिक ने इस घोटाले का जिक्र भी किया था.
सत्यपाल मलिक ने राजस्थान के सीकर में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'यह कहना गलत है कि मैंने इस मुद्दे को तब उठाया जब मैं सत्ता से बाहर था.' उन्होंने कहा कि हमले के दिन उन्होंने इसे उठाया था. एक सवाल के जवाब में मलिक ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री पद के लिए 'गंभीर उम्मीदवार' हैं और 'अगर यह उनकी किस्मत में है तो वह बन जाएंगे.'
जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक थाने में धरने पर बैठ गए. कुछ ही देर में अफवाह फैल गई कि पुलिस ने मलिक को अरेस्ट कर लिया. हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि ना तो मलिक को थाने बुलाया गया. ना ही उनकी गिरफ्तारी हुई है. मलिक के समर्थन में हरियाणा से कुछ किसान नेता दिल्ली में उनके आवास पर पहुंचे थे. वहां बिना इजाजत मीटिंग की जा रही थी.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिल्ली पुलिस से बहस होने के बाद अपने समर्थकों के साथ थाने में धरना शुरू कर दिया है. पुलिस का कहना है कि मलिक आरकेपुरम सेक्टर 12 में स्थित पार्क में बिना परमिशन के मीटिंग कर रहे थे. इसको लेकर उनसे पूछताछ की गई थी.
गृह मंत्री अमित शाह ने पुलवामा हमले को लेकर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक के आरोप पर पलटवार किया है. अमित शाह ने उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्यपाल मलिक की बात अगर सही है तो जब वे गवर्नर थे, तब चुप क्यों रहे?
कांग्रेस ने आरएसएस नेता राम माधव पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के राम माधव पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि सीबीआई या ईडी राम माधव के दरवाजे पर क्यों नहीं दस्तक दे रही है.