स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई SFI) लेफ्ट यूनिटी का एक संगठन है जो राजनीतिक रूप से स्वतंत्रता, लोकतंत्र और समाजवाद की विचारधाराओं से जुड़ा है. लेकिन अक्सर इसे सीपीआई (एम) की छात्र शाखा के रूप में लेबल किया जाता है. वर्तमान में, वी. पी. शानू इसके अध्यक्ष और मयूख विश्वास महासचिव के रूप में चुने गए हैं.
22 सितंबर 2023 में डूसू में होने वाले चुनाव में इस बार एसएफआई भी चुनाव में उतरा है.
1970 में, संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक नया राष्ट्रीय छात्र संगठन बनाने के लिए तिरुवनंतपुरम में एक सम्मेलन आयोजित किया, जिलके परिणामस्वरूप स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया का गठन हुआ.
2020-21 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की 24 कार्यकारी राज्य समितियां बन गई. वर्षों से एसएफआई ने भारत भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में छात्र संघों का नेतृत्व किया है, जिनमें गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय, जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, जादवपुर विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, पांडिचेरी विश्वविद्यालय और प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय शामिल हैं.
दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में महाशिवरात्रि के दिन छात्रों के दो गुटों में झड़प हो गई. SFI ने ABVP पर हमले का आरोप लगाया, जबकि ABVP का कहना है कि विवाद SFI ने ही शुरू किया था. छात्रों के गुटों की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें धक्का-मुक्की होती दिख रही है.
दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में महाशिवरात्रि के दिन मेस में नॉनवेज खाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया. एबीवीपी के सदस्यों पर महिला छात्र के बाल खींचने और मारपीट का आरोप लगा है. एसएफआई का कहना है कि एबीवीपी ने तानाशाही रवैया अपनाया. देखें दोनों के बीच झड़प का वीडियो.