शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) बहुजन समाज पार्टी (BSP Leader) की नेता हैं. वह पूर्व सांसद अतीक अहमद (Ateek Ahmad) की पत्नी हैं (Shaista Parveen Husband). अतीक अहमद पर उमेश पाल की हत्या करवाने का आरोप था (Umesh Pal Murder Case).
अतीक अहमद गुजरात के साबरमती जेल (Sabarmati Jail, Gujarat) में बंद था, साथ ही, उसके परिवार के अन्य सदस्य भी अलग - अगल मामलों में जेल में बंद हैं (Ateek Ahmad was Jail). अतीक का भाई अशरफ बरेली जेल में बंद था. उसका बड़ा बेटा मोहम्मद उमर लखनऊ जेल में बंद है और छोटा बेटा अली अहमद प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद है (Shaista Parveen Sons in Jail).
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को अस्पताल ले जाते हुए पुलिस घेरे में तीन युवकों ने गोली मार कर हत्या कर दी (Atiq Ahmed Murder). इससे दो दिन पहले अतीक के बेटे असद को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया था.
इस बीच शाइस्ता परवीन फरार थी और पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी है. अपने बेटे और पति के जनाजे के मौके पर भी वो नहीं आई. शाइस्ता परवीन भी 50 हजार की इनामी अपराधी है जिसकी यूपी पुलिस बड़ी शिद्दत से तलाश कर रही है (Shaista Parveen Missing)
Prayagraj News: बल्ली पंडित हिस्ट्रीशीटर है और अतीक के जेल जाने के बाद शाइस्ता परवीन के साथ साए की तरह सुरक्षा में रहता था. उमेश पाल हत्याकांड से पहले अतीक की पत्नी शाइस्ता ने बल्ली पंडित से मुलाकात भी की थी, जिसका एक वीडियो सामने आया था.
बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद से ही अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है. शाइस्ता के प्रयागराज पहुंचने के इनपुट के आधार पर पुलिस ने देर रात अतीक के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की.
बीते साल 24 फरवरी को यूपी के प्रयागराज में उमेश पाल और उसके दो सरकारी गनर की हत्या कर दी गई थी. उमेश की हत्या के बाद 1 साल कैसे गुजरा, ये बताते हुए उनकी मां शांति पाल फफक-फफककर रोने लगती हैं. वहीं उमेश की पत्नी जया पाल रोते हुए कहती हैं कि इंसाफ अभी बाकी है. उन्हें और उनके परिवार को अभी भी धमकी मिल रही है.
उमेश पाल हत्याकांड में फरार आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एक बार फिर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस ने गुड्डू बमबाज और साबिर के घर पर सीआरपीसी (CrPC) की धारा-83 के तहत कार्रवाई का नोटिस भी चस्पा किया है. साथ ही मुनादी भी कराई है. इससे पहले पुलिस दोनों आरोपियों के घर पर सीआरपीसी (CrPC) की धारा-82 के तहत कार्रवाई का नोटिस भी लगा चुकी है.
ED की चार्जशीट के मुताबिक, लखनऊ के व्यापारी मोहित जायसवाल से जबरन वसूले गए 75 लाख रुपये में से 50 लाख अतीक अहमद के खाते में और 25 लाख रुपये शाइस्ता के खाते में ट्रांसफर किए गए थे. ये रकम मोहित की कंपनी से एक ही दिन में अतीक और उसकी पत्नी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाई गई थी.
UP News: इस्लामिक परंपरा के मुताबिक, कोई भी मुस्लिम महिला अपने शौहर की मौत के बाद 4 महीने 10 दिन तक एकांत में रहती है. 'इद्दत' के समय विधवा महिला, महिलाओं को छोड़ किसी से भी नहीं मिल सकती है. विधवा को बस अपने भाई और बेटे से ही मिलने की इजाजत दी जाती है. विधवा महिलाएं ऐसे कमरे में रहती हैं, जहां सूरज की रौशनी तक नहीं पड़ती.
प्रयागराज में गैंगस्टर अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन और उसके गुर्गों का 180 दिन बाद भी पुलिस पता नहीं लगा पाई है. लेकिन पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी का जो प्लान अब बनाया है उससे लगता है कि फरार आरोपी जल्द ही पुलिस के हत्थे चढ़ेंगे. क्या है पुलिस की प्लानिंग चलिए जानते हैं विस्तार से...
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और गुड्डू मुस्लिम के बाद बदमाश साबिर को भी भगोड़ा घोषित कर दिया गया है. उसने उमेश पाल हत्याकांड में गनर संदीप निषाद को गोली मारी थी. हालांकि, पुलिस अभी तक न तो साबिर को पकड़ पाई है और न ही राइफल बरामद कर पाई है.
यूपी पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रही अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को भगोड़ा घोषित कर दिया है. ऐसे में जानते हैं कि किसी आरोपी को भगोड़ा कब घोषित किया जाता है? और भगोड़ा घोषित किए जाने का मतलब क्या होता है?
यूपी पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रही अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को भगोड़ा घोषित कर दिया है. इस साल फरवरी में उमेश पाल की हत्या हो गई थी. तब से ही शाइस्ता फरार चल रही है. ऐसे में जानते हैं कि किसी आरोपी को भगोड़ा कब घोषित किया जाता है? और भगोड़ा घोषित किए जाने का मतलब क्या होता है?
पुलिस को जानकारी मिली थी कि लखनऊ के एक होटल में कोई बड़ी डील होने वाली है, जिसका संबंध अतीक अहमद गैंग और उसके परिवार से है. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने उस होटल में छापेमारी की और अतीक के वकील विजय मिश्रा को गिरफ्तार किया.
उमेश पाल की हत्या के मुख्य संदिग्ध गुड्डू मुस्लिम को मंगलवार को भगोड़ा घोषित किया जाएगा. साथ ही गुड्डू मुस्लिम के शिवकुटी इलाके वाले घर पर धूमनगंज पुलिस 82 की कार्रवाई करेगी. इससे पहले सोमवार को गैंगस्टर अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को भगोड़ा घोषित किया गया है.
पुलिस को जानकारी मिली थी कि लखनऊ के एक होटल में कोई बड़ी डील होने वाली है, जिसका संबंध अतीक अहमद गैंग और उसके परिवार से है. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने उस होटल में छापेमारी की और अतीक के वकील विजय मिश्रा को गिरफ्तार किया.
माफिया अतीक और अशरफ की पत्नियां शाइस्ता और जैनब माफिया की बेनामी संपत्तियों को बेचना चाहती थीं, लेकिन सीमा हैदर की भारत में अवैध एंट्री से दोनों का प्लान धरा रह गया. दरअसल, नेपाली माफिया के साथ संपत्तियों की डील हुई थी, जो सीमा हैदर मामले के बाद नेपाल से यूपी नहीं आ सका. इसी बीच वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी भी हो गई.
लखनऊ में जेठ अतीक अहमद और पति अशरफ की बनाई बेनामी संपत्तियों को बेचने में रूबी उर्फ जैनब का नाम सामने आया है. जिसके बाद से वह फरार है. ऐसा कहा जा रहा है कि पुलिस जल्द ही रूबी उर्फ जैनब पर इनाम घोषित कर सकती है.
माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है. विजय लखनऊ में अशरफ की बीवी जैनब के साथ होटल हयात में अतीक की बेनामी संपत्ति की डील कर रहा था. इस संपत्ति की कीमत 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इससे जुड़े कुछ कागजात भी सामने आए हैं. साथ ही ये भी पता चला है कि विजय लगातार शाइस्ता और जैनब से मुलाकात कर रहा था.
UP News: लखनऊ में जिस बेनामी संपत्ति की डील से 12 करोड़ रुपए मिलते, उस रकम को जैनब और शाइस्ता तक पहुंचाना वकील विजय मिश्रा का असल मकसद था. पता चला है कि इस रकम की मदद से अशरफ और अतीक की बेगम विदेश भागने की फिराक में थीं.
UP News: यूपी पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी वकील विजय मिश्रा, उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद की बेनामी संपत्तियों का सौदा करने में जुटा था. पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रयागराज के ही एक सफेदपोश नेता के जरिए बेनामी प्रॉपर्टी की डील होनी थी.
UP Police के सूत्रों की मानें तो अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की दोनों बेटियां उंजेला और मंतशा को भी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश की जानकारी थी. लिहाजा, अब आयशा के साथ-साथ दोनों बेटियां भी केस में आरोपी बनाई गई हैं. फिलहाल मां और बेटियां फरार हैं.
अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब और भाई सद्दाम ने अलग गुट बना लिया है, जबकि शाइस्ता परवीन और उसके जेल में बंद बेटों ने अलग गुट बना लिया है. दोनों गुटों में आर्थिक साम्राज्य के कब्जे को लेकर आपस में जंग भी छिड़ गई है. परिवार में संपत्ति को लेकर हुए विवाद के बाद शाइस्ता अब अकेली पड़ गई है.
उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस ने पहली चार्जशीट दायर कर दी है. उमेश पाल हत्याकांड में दायर पहली चार्जशीट सदाकत अली के खिलाफ दायर की गई है जिसे 27 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था. सदाकत अली के खिलाफ दायर चार्जशीट में क्या है?