शांति धारीवाल, राजनेता
शांति कुमार धारीवाल (Shanti Kumar Dhariwal) राजस्थान के एक भारतीय राजनेता हैं. वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. धारीवाल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress Party) के सदस्य के रूप में कोटा उत्तर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं (Shanti Dhariwal constituency). वह राजस्थान की 11वीं, 13वीं और 15वीं विधान सभा के सदस्य भी हैं. उन्होंने 1984-89 में कोटा के संसद सदस्य के रूप में भी कार्य किया है.
शांति धारीवाल का जन्म 29 अक्टूबर 1943 को राजस्थान के कोटा जिले में उनके पिता रिखवचंद धारीवाल के यहां हुआ था (Shanti Dhariwal age). उन्होंने 1964 में बीए किया और 1966 में राजस्थान विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री ली. (Shanti Dhariwal education). उनकी पत्नी का नाम कोमल धारीवाल है (Shanti Dhariwal wife).
धारीवाल कांग्रेस पार्टी के टिकट पर में कोटा उत्तर से तीन बार विधायक और कोटा लोकसभा से एक कार्यकाल के लिए संसद सदस्य रहे हैं. 2018 में, उन्होंने राजस्थान विधानसभा के चुनाव में भाजपा के प्रह्लाद गुंजाल को हराया था. दिसंबर 2018 में, उन्होंने शहरी विकास और आवास विभाग, कानून और संसदीय मामलों के विभागों के लिए कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली (Shanti Dhariwal ministry).
सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस नेता शांति धारीवाल के लिए बड़ा झटका, क्योंकि कोर्ट ने एंटी करप्शन ब्यूरो जांच को जारी रखने का आदेश दिया है. आरटीआई एक्टिविस्ट अशोक पाठक की याचिका स्वीकर करते हुए कोर्ट ने राजस्थान हाई कोर्ट के क्लीन चिट के निर्णय पर रोक लगा दी है.
सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस नेता शांति धारीवाल को एक तगड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने एकल पट्टा प्रकरण में आरटीआई एक्टिविस्ट अशोक पाठक की एसएलपी को स्वीकर करते हुए राजस्थान हाई कोर्ट के क्लीन चिट के फैसले पर रोक लगाते हुए गहलोत सरकार के मंत्री रहे शांति धारीवाल समेत 3 अधिकारियों पर एंटी करप्शन ब्यूरो कोर्ट को सुनवाई जारी रखने का आदेश दिया है.
राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई. यहां बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कोटा उत्तर से विधायक शांति कुमार धारीवाल पर सभापति को धमकाने का आरोप है. देखें वीडियो.
लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान के कोटा में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की बैठक में बड़ा हंगामा हो गया. कोटा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रह्लाद गुंजल और पार्टी के नेता शांति धारीवाल मंच पर आपस में भिड़ गए. देखें ये वीडियो.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के कोटा में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने शांति धारीवाल के वायरल वीडियो का जिक्र किया. पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि महिला को वोट के लिए पैसे दिए गए, लेकिन उसने लौटा दिए.
यह मामला कोटा के केशवपुर का है. मजदूरों का आरोप है कि कांग्रेस के एक कार्यकर्ता मनीष ने उनसे वादा किया था कि धारीवाल की नामांकन रैली में जाने नारे लगाने के एवज में उन्हें 500 रुपये दिए जाएंगे और खाना भी खिलाया जाएगा. लेकिन इसके नाम पर उन्हें घंटो बैठाया गया. इसके बाद मजदूरों ने दादावाड़ी थाने में शिकायत की.
राजस्थान चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख से एक दिन पहले कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की. इसमें शांति धारीवाल का नाम था तो वहीं धर्मेंद्र राठौड़ और महेश जोशी जैसे नेताओं का टिकट कट गया. धारीवाल कैसे बच गए और राठौड़-जोशी कैसे नप गए?
कांग्रेस ने सातवीं लिस्ट जारी कर दी है. इसमें 21 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. पार्टी ने शांति धारीवाल को कोटा उत्तर से मैदान में उतारा है. वहीं, बीजेपी ने भी आज अपनी छठवीं लिस्ट जारी कर दी. इसमें तीन नामों का ऐलान किया गया है.
राजस्थान कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में भी कई चर्चित चेहरों के नाम गायब हैं. इनमें तीन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा है और वो हैं- हाईकमान के खिलाफ बगावत करने वाले शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़. ये वही नेता हैं, जिन्होंने पिछले साल सितंबर में कांग्रेस हाईकमान के खिलाफ बगावत की थी. तब इन नेताओं ने कहा था कि वो आलाकमान के आदेश नहीं मानेंगे. हालांकि, पार्टी की अनुशासन समिति ने नोटिस भेजे थे और जवाब मांगा था.