शेर बहादुर देउबा
शेर बहादुर देउबा (Sher Bahadur Deuba) एक नेपाल के एक राजनेता हैं. वह 13 जुलाई 2021 से नेपाल के प्रधानमंत्री हैं (Sher Bahadur Deuba, PM Nepal). 2016 से वह नेपाल के कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं (Sher Bahadur Deuba Member Nepali Congress). देउबा ने पहले चार बार नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. वे दादेलधुरा 1 के संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
1991 में, वे प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए थे और गिरिजा प्रसाद कोइराला के नेतृत्व वाली कैबिनेट में गृह मंत्री के रूप में कार्य किया. 1995 में मनमोहन अधिकारी ने दो साल में दूसरी बार संसद को भंग करने की कोशिश की, जिसके बाद देउबा प्रधानमंत्री बने थें. उन्होंने अपने पहले कार्यकाल के दौरान भारत के साथ महाकाली संधि पर हस्ताक्षर किया था. उनका दूसरा प्रीमियर जुलाई 2001 में माओवादियों के उदय के बीच शुरू हुआ और बाद में उन्होंने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी और नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) को "आतंकवादी संगठन" के रूप में सूचीबद्ध किया. उन्हें अक्टूबर 2002 में राजा ज्ञानेंद्र ने बर्खास्त कर दिया था, लेकिन सार्वजनिक प्रतिक्रिया के बाद, उन्हें जून 2004 में प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. उन्हें राजा ज्ञानेंद्र ने 2005 के तख्तापलट के बाद गिरफ्तार कर लिया था. फरवरी 2006 में सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी गिफ्तारी को अवैध घोषित कर दिया, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया (Sher Bahadur Deuba Political Career).
कांग्रेस और सीपीएन (माओवादी सेंटर) ने एक घूर्णी सरकार बनाने के समझौते के अनुसार, जून 2017 में देउबा ने चौथे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. उनकी सरकार ने 2017 में कई चरणों में सरकार के सभी तीन स्तरों के चुनाव सफलतापूर्वक आयोजित किए. 12 जुलाई 2021 को, सुप्रीम कोर्ट ने 28 घंटे के भीतर देउबा को प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त करने का आदेश दिया और उन्हें राष्ट्रपति द्वारा पांचवें कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया गया (Sher Bahadur Deuba 4rth term PM Nepal).
शेर बहादुर देउबा का जन्म 13 जून 1946 ददेलधुरा के एक दूरदराज के गांव आशिग्राम में हुआ था (Sher Bahadur Deuba Age). देउबा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा दोती में पूरी की. उन्होंने त्रि-चंद्र कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की (Sher Bahadur Deuba Education).
देउबा की शादी आरजू राणा देउबा से हुई है (Sher Bahadur Deuba wife) और उनका एक बेटा है (Sher Bahadur Deuba Son).
पूर्व विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सऊद के मुताबिक, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (CPN-UML) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के बीच सोमवार आधी रात को एक नया गठबंधन बनाने पर सहमति बन गई है.
नेपाल को नया प्रधानमंत्री मिल गया है. पुष्प कमल दहल प्रचंड ने पीएम के रूप में शपथ ले ली है. इस रेस में पहले जरूर शेर बहादुर देउबा का नाम आगे चल रहा था, लेकिन राजनीति ने ऐसी करवट बदली की पीएम की कुर्सी प्रचंड के पास चली गई और केपी ओली को भी साथ में सरकार बनाने का मौका मिल गया.
पुष्प कमल दहल प्रचंड ने नेपाल की राष्ट्रपति बिद्यादेवी भंडारी को सांसदों के समर्थन वाला पत्र भी सौंप दिया है. इस पत्र में बहुमत के लिए प्रचंड के समर्थन में 165 सांसदों के हस्ताक्षर हैं. नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने सभी पार्टियों को प्रधानमंत्री पद के लिए दावा पेश करने के लिए आज तक ही डेडलाइन दी थी.
नेपाली कांग्रेस के सीनियर नेता राम चंद्र पौडेल ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पूर्व पीएम प्रचंड उर्फ पुष्प कमल दहल ने आज दोपहर गठबंधन की बैठक से बाहर निकलते हुए माओवादी पार्टी द्वारा दिए सत्तारूढ़ गठबंधन को दिए गया समर्थन वापस लेने की घोषणा की.
नेपाल को अपना नया प्रधानमंत्री मिल गया है. एक बार फिर नेपाली कांग्रेस के शेर बहादुर देउबा देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. पार्टी द्वारा मीटिंग में उनके नाम पर मुहर लगा दी गई है.
नेपाल में चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद भी कोई दल सरकार नहीं बना सका है. इस वजह से राष्ट्रपति की तरफ से अब सात दिन का अल्टीमेटम दिया जा चुका है. जिस भी दल को अपना दावा पेश करना है, उसके पास 25 दिसंबर तक का समय है.