शिप्रा नदी (Shipra River) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) राज्य में एक नदी है. नदी की धाराएं जिले के उत्तर में निकलती है और मालवा पठार के पार उत्तर में बहती हुई मंदसौर जिले में एमपी-राजस्थान सीमा पर चंबल नदी में मिल जाती है. इसे क्षिप्रा नदी (Kshipra River) के नाम से भी जाना जाता है.
यह पवित्र नदियों में से एक है. इसके पूर्वी तट पर पवित्र शहर उज्जैन (Ujjain) स्थित है. हर 12 साल में, कुंभ मेला (Kumbh Mela) शिप्रा नदी के घाटों पर लगता है. देवी क्षिप्रा नदी का वार्षिक उत्सव भी मनाया जाता है. शिप्रा नदी के किनारे सैकड़ों हिंदू मंदिर हैं.
शिप्रा एक बारहमासी नदी है. पहले नदी में भरपूर पानी हुआ करता था. अब मानसून के कुछ महीनों बाद ही नदी के बहाव में काफी गिरावट आ जाती है.
भारी बारिश के कारण उज्जैन की क्षिप्रा नदी उफान पर है. जल का स्तर तेजी से बढ़ रहा है. सैलाब में कई घाट और मंदिर डूब चुके हैं. प्रशासन ने क्षिप्रा नदी के घाट पर स्नान करने पर पाबंदी लगा दी है. प्रशासन ने लोगों से नदी के पास न जाने की अपील की है.
गंगा, गोदावरी, नर्मदा समेत देश की 12 प्रमुख नदियों में पानी पिछले साल की तुलना में कम है. दक्षिण भारत की 13 नदियों में तो पानी है ही नहीं. इस बार गर्मी भी बहुत ज्यादा पड़ने वाली है. जब तक बारिश होगी, तब तक देश में पानी को लेकर हाहाकर मच जाएगा. अधिकांश नदियों के बेसिन में 40 फीसदी से कम जल भंडारण देखने को मिला है.