सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPI-M) के महासचिव थे. येचुरी का निधन 12 सितंबर 2024 को हुआ था (Sitaram Yechury Death). उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. सीताराम येचुरी दिल्ली के AIIMS के आईसीयू में भर्ती थे. वे श्वसन तंत्र के संक्रमण से पीड़ित थे, जिसके कारण जटिलताएं पैदा हो गई थीं.
1992 से सीपीआई (एम) के पोलित ब्यूरो के सदस्य थे. इससे पहले, वे 2005 से 2017 तक पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के सांसद रहे थे. येचुरी 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) में शामिल हुए थे और एक साल बाद, वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में शामिल हो गए थे.
सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को चेन्नई में एक तमिल परिवार में हुआ था. उनके पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी और मां कल्पकम येचुरी आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के मूल निवासी हैं. उनके पिता आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे. उनकी मां एक सरकारी अधिकारी थीं और वर्तमान में काकीनाडा में रहती हैं.
वे हैदराबाद में पले-बढ़े और दसवीं कक्षा तक हैदराबाद के ऑल सेंट्स हाई स्कूल में पढ़ाई की थी. 1969 के तेलंगाना आंदोलन के दौरान वे दिल्ली आ गए थे. उन्होंने प्रेसिडेंट्स एस्टेट स्कूल, नई दिल्ली और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर पहले स्थान पर रहे थे. इसके बाद, उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र में बी.ए. (ऑनर्स) की पढ़ाई की थी. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से अर्थशास्त्र में एम.ए. किया, दोनों में प्रथम श्रेणी हासिल की. उन्होंने अर्थशास्त्र में पीएचडी करने के लिए जेएनयू में दाखिला लिया था, जिसे आपातकाल के दौरान उनकी गिरफ्तारी के साथ रद्द कर दिया गया था.
सीताराम येचुरी के निधन के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) अपने अगले महासचिव की तलाश की प्रक्रिया से गुजर रही है. वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दफ्तर में क्या कुछ बदला हैं, देखिए ये रिपोर्ट VIDEO
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने इस अवसर पर भावुक होकर कहा कि वर्तमान राजनीतिक माहौल में उनका येचुरी पर पूरा भरोसा था. इस श्रद्धांजलि सभा में येचुरी के योगदान और उनके संघर्षों को याद किया गया.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पूर्व महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है उनकी उम्र 72 वर्ष थी. उनका सपना था कि उनके नाम के आगे कभी डॉक्टरेट लगे, लेकिन उनकी यह ख्वाहिश अधूरी रह गई.
Sitaram Yechury Body Donation: CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) का निधन हो गया और परिवार ने पार्थिव देह को एम्स को दान कर दिया है.
अपने समर्थकों के बीच SRY के नाम से लोकप्रिय येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को मद्रास में हुआ था. उनके पिता एक इंजीनियर थे, जबकि उनकी मां एक सरकारी अधिकारी थीं. आंध्र प्रदेश में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्हें अलग तेलंगाना राज्य के लिए आंदोलन के कारण दिल्ली जाना पड़ा.
छात्र राजनीति से शुरुआत, फिर बने देश में लेफ्ट का सबसे बड़ा चेहरा... जानिए सीताराम येचुरी का राजनीतिक सफर.
सीपीआई एम के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद दिल्ली एम्स में निधन हो गया. वो 72 साल के थे. येचुरी पिछले कुछ दिनों से गंभीर हालत में थे और ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था...सीताराम येचुरी के निधन पर तमाम राजनेताओं ने दुख जताया है...लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने X पर एक पोस्ट किया..
सीताराम येचुरी का पीएचडी का सपना अधूरा रह गया. इससे पहले उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की. येचुरी ने अर्थशास्त्र में पीएचडी करने के लिए दाखिला लिया था लेकिन ये पूरी नहीं हो सकी.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है. उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. सीताराम येचुरी दिल्ली के AIIMS के आईसीयू में भर्ती थे. देखिए VIDEO
सीताराम येचुरी भारत में वामपंथ के चोटी के नेताओं में से थे. उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी का नेतृत्व ऐसे वक्त में किया जब इस पार्टी का भारतीय राजनीति में वर्चस्व कम हुआ है. हालांकि सीताराम येचुरी कहते थे कि सीपीएम का संसद और विधानसभा में भले ही प्रतिनिधित्व कम हुआ हो, लेकिन देश का एजेंडा तय करने में अभी भी सीपीएम का अहम रोल है.
सीताराम येचुरी के निधन पर राजनीति के दिग्गजों ने दुख जताया है. लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने X पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि सीताराम येचुरी जी मेरे मित्र थे. भारत के विचार के रक्षक और हमारे देश की गहरी समझ रखने वाले थे. मुझे हमारी लंबी चर्चाएं याद आएंगी.
72 वर्षीय कॉमरेड नेता पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. वरिष्ठ नेता का निधन दोपहर 3.05 बजे हुआ. उनको एक्यूट रेस्पिरेटी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के चलते 19 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी हालत गंभीर थी और उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था.
Sitaram Yechury Death News: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है. उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. सीताराम येचुरी दिल्ली के AIIMS के आईसीयू में भर्ती थे.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है. उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. सीताराम येचुरी दिल्ली के AIIMS के आईसीयू में भर्ती थे. देखिए VIDEO
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी दिल्ली AIIMS के आईसीयू में भर्ती हैं. उनकी हालत 'गंभीर लेकिन स्थिर' बताई जा रही है. सूत्रों ने बताया कि उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है और डॉक्टरों की एक पूरी टीम उनकी स्थिति पर नजर रख रही है.
सीताराम येचुरी की हालत नाजुक बनी हुई है. CPIM ने एक बयान जारी कर कहा,'येचुरी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में भर्ती हैं. उनका तीव्र श्वसन पथ संक्रमण का इलाज हो रहा है. उन्हें श्वसन सहायता पर रखा गया है. डॉक्टरों की एक मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम उनकी स्थिति पर बारीक नजर रख रही है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली की गहन चिकित्सा इकाई में इलाज चल रहा है. उनके फेफड़ों में गंभीर संक्रमण का इलाज चल रहा है. येचुरी की हालत फिलहाल स्थिर है.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद संघ बड़े स्तर पर दर्शन कराने का अभियान शुरू करेगा. नए मंदिर में 26 जनवरी से राम भक्त रामलला के दर्शन कर सकेंगे. आरएसएस राम भक्तों को अयोध्या में राम लला के दर्शन कराने का अभियान 26 जनवरी से 21 फरवरी तक चलाएगा. इसके तहत देश भर से राम भक्तों को अयोध्या लाने से लेकर उनके ठहरने और दर्शन करने की व्यवस्था की जाएगी.
सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि, बेरोजगारी चरम पर है. यह सरकार आंकड़ों में काफी हेराफेरी कर रही है. और अब उन्होंने अवैतनिक श्रम के रोजगार के लिए नयी श्रेणी जोड़ी है. उन्होंने कहा, जहां तक उद्योग का सवाल है, घरेलू मांग की कमी के कारण यह बढ़ने में असमर्थ है. लोगों के पास पैसा या क्रय शक्ति नहीं है.