तूफान एक प्राकृतिक वातावरण या खगोलीय पिंड के वातावरण की एक अशांत स्थिति है. इस दौरान तेज हवाएं, बवंडर, ओले गिरना, गरज और बिजली के साथ आंधी, बारिश, भारी बर्फीली बारिश या तूफान, चक्रवाती हवाओं का सामना करना पड़ता है (Storm).
तूफान तब बनते हैं जब कम दबाव का केंद्र उसके आसपास के उच्च दबाव की प्रणाली के साथ विकसित होता है. इस स्थित में हवाओं का निर्माण होता है और इसके परिणामस्वरूप क्यूम्यलोनिम्बस (cumulonimbus) जैसे तूफानी बादलों का निर्माण होता है. क्यूम्यलोनिम्बस बादल अक्सर गरज भरे तूफान के समय आकाश में बने घने बादल होते हैं (Creation of Storm).
तूफान केवल पृथ्वी पर ही नहीं आते; पर्याप्त वातावरण वाले अन्य ग्रह भी तूफानी मौसम से गुजरते हैं, खाल कर गैसीय ग्रहों पर. इसका उदाहरण बृहस्पति पर दी ग्रेट रेड स्पॉट (The Great Red Spot) है (Storm on Jupiter).
इराक की राजधानी बगदाद में शनिवार को भयंकर रेतीला तूफान आ गया. जिसकी वजह से दिन में ही अंधेरा छा गया और गाड़ियां सड़कों पर रेंगती हुई नजर आईं. रेतीला तूफान के कारण धूल भरी आंधी चलने लगी, जिसके चलते लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा. देखें दुनिया आजतक.
बृहस्पति ग्रह पर एक नया तूफान आया है. हमारी पृथ्वी से कई गुना चौड़ा तूफान. इस तूफान से हरे रंग की रोशनी निकल रही है. गैस से भरे इस ग्रह पर नया तूफान देखकर वैज्ञानिक हैरान हैं. असल हैरानी हरे रंग की रोशनी देखकर है. वहां हरे रंग की बिजली कड़क रही है.
भारत में साइक्लोन आने का एक सीजन होता है. यानी मौसम. इससे तबाही भी होती है. जान भी जाती है. इसका दर्द भी होता है. इस साल अब तक चार साइक्लोन आए. जिसमें से 2 भयानक थे. इस पूरे साइक्लोनिक सीजन में 278 लोग मारे गए. पांच हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
तमिलनाडु में 'फेंगल' तूफान की वजह से भारी बारिश हो रही है. कई जगहों पर लैंडस्लाइड से तबाही मची है. तिरूवान्नमलाई इलाके में तूफान के बाद भारी बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से 7 लोगों की मौत हो गई. डिप्टी सीएण उदयानिधि स्टालिन ने मौके पर जाकर मुयायना किया और मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया. देखें खबरें सुपरफास्ट.
Cyclone Fengal ने पुड्डुचेरी में बारिश का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. तमिलनाडु के दर्जनों स्कूल-कॉलेजों को बंद करवा दिया. चेन्नई के कई इलाकों को डुबा दिया. हालात खराब हो गई. तस्वीरों में देखिए तूफान का भयानक रूप...
तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत के कई राज्यों में चक्रवात फेंगल का कहर जारी है. मूसलाधार बारिश के कारण तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में लैंडस्लाइड हुआ, जिसकी वजह से मलबे में एक परिवार के सात लोग फंस गए. वहीं, मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
तमिलनाडु के कृष्णा गिरी के बस स्टैंड पर बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. झील के पानी के ओवरफ्लो होने से कई वाहन पलट गए हैं.
'फ़ेंगल' तूफान ने तमिलनाडू में तबाही मचाई. वहां के कृष्णागिरी में भारी बारिश के बाद बस स्टैंड पर बाढ़ जैसे हालात हो गए. भारी बारिश के कारण पास की झील के ओवरफ्लो होने की वजह से सड़क पर खड़ी गाड़ियां बह गईं. देखें ये वीडियो.
चक्रवात फेंगल के कारण चेन्नई हवाई अड्डे का संचालन लगभग 12 घंटे तक बंद रहा. इस दौरान कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया गया या उनमें देरी हुई. रविवार को सुबह 5.18 बजे परिचालन फिर से शुरू किया गया और पहली उड़ान कुवैत के लिए रवाना हुई. देखें...
तमिलनाडु और पुडुचेरी में चक्रवात फेंगल का असर दिखने लगा है..चेन्नई और पुडुचेरी में चक्रवात के कारण शनिवार को पूरे दिन बारिश हुई, जिसके चलते बस, ट्रेन और हवाई सेवाएं भी प्रभावित रहीं..
चक्रवाती तूफान 'फेंगल' तट से टकराने के बाद भारी बारिश के साथ आगे बढ़ गया. पुडुचेरी और तमिलनाडु के सात जिलों में इसकी वजह से बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक आज दिनभर उत्तरी तमिलनाडु में बारिश होती रहेगी. तूफान जब से तट से टकराया था तो 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं. देखें न्यूज बुलेटिन.
बंगाल की खाड़ी से उठा फेंगल तूफान आज शाम तमिलनाडु और पुडुचेरी से टकराएगा. इससे पहले तूफान का सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु पर पड़ रहा है. बारिश का सिलसिला जारी है. नागपट्टिनम जिले में करीब 800 एकड़ से ज्यादा की फसल पूरी तरह से जलमग्न हो गई. देखें न्यूज बुलेटिन.
दक्षिण भारत को 'फेंगल' तूफान डरा रहा है. समंदर में लहरें उठ रही हैं, तेज बारिश का अलर्ट है. बंगाल की खाड़ी से उठा फेंगल आज शाम तक पुडुचेरी और तमिलनाडु से टकराएगा. इस दौरान 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी. तूफान से निपटने के लिए कैसी है प्रशासन की तैयारी, देखें ये वीडियो.
उत्तर भारत के कई राज्यों में ठिठुरन वाली ठंड पड़ने लगी है. हालांकि, कुछ राज्यों में अभी भी कड़ाके वाली सर्दी का इंतजार है और नवंबर का महीना खत्म होने को है. वहीं, साउथ-वेस्ट बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना डीप डिप्रेशन चक्रवाती तूफान में बदल गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक, 29 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि रायलसीमा में तेज वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, इस हफ्ते दिल्ली का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जिससे ठंड बढ़ने की संभावना है.
Cyclone Fengal Alert: चक्रवाती तूफान फेंगल अगले 2 दिन में श्रीलंका तट से सटे तमिलनाडु के तटों की तरफ नॉर्थ-वेस्ट की दिशा में बढ़ेगा. IMD के मुताबिक, इस दौरान 75-80 Kmph की स्पीड से हवाएं चलने के साथ तटीय राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बना गहरा दबाव अगले 12 घंटों में चक्रवात फेंगल में तब्दील होने वाला है. इसके चलते तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. तमिलनाडु के नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई और तिरुवरुर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक, आज यानी 27 नवंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है और केरल, माहे व तटीय आंध्र प्रदेश में भी तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है. वहीं, इस सप्ताह दिल्ली का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
IMD के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से चक्रवात और उष्णकटिबंधीय तूफान का खतरा बढ़ता दिखाई दे रहा है, जो इस सप्ताह के अंत तक तमिलनाडु तट के लिए खतरा पैदा कर सकता है. मौसम विभाग ने तमिलनाडु में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है.
ओडिशा से लेकर बंगाल तक 'दाना' साइक्लोन ने कहर बरपाया है. तेज आंधी से कई जगह पेड़ उखड़ गए. कच्चे मकानों को भारी नुकसान पहुंचा. चक्रवात देर रात 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा के तट से टकराया. इसके चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई. देखें 'आज सुबह'.
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए कल की रात भारी थी. वजह था दाना तूफान. बंगाल की खाड़ी में पनपे इस तूफान ने कल रात से लेकर आज तड़के तक भारत के पूर्वी तट पर भयंकर तबाही मचाई है. इस चक्रवाती तूफान ने ओडिशा के धामरा के पास लैंडफॉल किया और तेज हवाओं ने पूरा इलाका तबाह कर दिया.