सुब्रमण्यम स्वामी, राजनेता
सुब्रमण्यम स्वामी एक भारतीय राजनेता, अर्थशास्त्री और सांख्यिकीविद् हैं, जो भारतीय संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा में मनोनीत सदस्य के रूप में कार्य करते हैं (Subramanian Swamy, BJP Rajya Sabha Member). राजनीति में आने से पहले, वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली में गणितीय अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे (Subramanian Swamy Professor, IIT Delhi). वह अपने हिंदू राष्ट्रवादी विचारों के लिए जाने जाते हैं. स्वामी भारत के योजना आयोग के सदस्य थे और चंद्रशेखर सरकार में कैबिनेट मंत्री थे (Subramanian Swamy Ministry). 1994 और 1996 के बीच, स्वामी पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव के अधीन श्रम मानक और अंतरराष्ट्रीय व्यापार आयोग के अध्यक्ष थे. वे 1977 से 2013 तक जनता पार्टी के सदस्य रहे, 2013 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. उन्होंने विदेशी मामलों पर भारत के चीन, पाकिस्तान और इजराइल के साथ व्यवहार और संबंध पर बड़े पैमाने पर लिखा है. उन्हें 26 अप्रैल 2016 को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था (Subramanian Swamy Political Career).
सुब्रमण्यम स्वामी का जन्म 15 सितंबर 1939 को मैलापुर, तमिलनाडु में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ. उनके पिता, सीतारामन सुब्रमण्यम, एक नौकरशाह थे और उनकी माँ, पद्मावती, एक गृहिणी थीं. उनका एक छोटा भाई, राम सुब्रमण्यम और साथ ही दो छोटी बहनें हैं (Subramanian Swamy Birth and Family). स्वामी ने हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक की डिग्री ली. इसके बाद, उन्होंने भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता से सांख्यिकी में स्नातकोत्तर किया. स्वामी ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से 1965 में अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की. हार्वर्ड में डॉक्टरेट करने के दौरान, उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक क्रॉस-पंजीकृत छात्र के रूप में भाग लिया (Subramanian Swamy Education).
इसी दौरान, स्वामी एक भारतीय पारसी महिला रोक्सना कपाड़िया से मिले, जो हार्वर्ड विश्वविद्यालय में गणित में पीएचडी की पढ़ाई कर रही थीं. उनकी शादी जून 1966 में हुई और उनकी दो बेटियां हैं, गीतांजलि स्वामी और सुहासिनी हैदर (Subramanian Swamy Wife and Daughters).
स्वामी 1974 से 1999 के बीच पांच बार संसद के निर्वाचित सदस्य रहे. वे 1974-76 में उत्तर प्रदेश से जनसंघ पार्टी के टिकट पर राज्यसभा के सदस्य चुने गए. 1977-80 में, मुंबई उत्तर-पूर्व से जनता पार्टी के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गए. 1980-84 में, मुंबई उत्तर-पूर्व से जनता पार्टी के टिकट पर दूसरी बार लोकसभा सदस्य चुने गए. 1988-94 में, उत्तर प्रदेश से जनता पार्टी के टिकट पर राज्य सभा के सदस्य चुने गए. 1998-99 में, मदुरै से जनता पार्टी के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गए. 2016 में, राज्य सभा के मनोनीत सदस्य निर्वाचित हुए (Subramanian Swamy Electoral History).
स्वामी बड़े और महत्वपूर्ण मामलों में अदालतों में याचिका दायर करने और न्याय की मांग करने के चलते सुर्खियों में रहते हैं. वह जयललिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से लेकर नेशनल हेरल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ तीखे आरोप लगाने और कानूनी मुकदमा करने को लेकर लगातार चर्चा में रहे हैं (Subramanian Swamy Court Petitions).
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @Swamy39 है. उनके फेसबुक पेज का नाम Dr Subramanian Swamy है.
दिल्ली की नई सरकार चुनने के लिए जारी मतदान के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने एक्स पोस्ट कर बता दिया है कि उन्होंने किसके लिए मतदान किया. इसे पूर्व आईएएस केबीएस सिद्धू ने नियमों का उल्लंघन बताया है.
चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी, अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन और अन्य की याचिकाओं पर फैसला 22 नवंबर को सुरक्षित रखा था. इन याचिकाओं में संविधान की प्रस्तावना से सोशलिस्ट और सेकुलर जैसे शब्दों को शामिल किए जाने को चुनौती दी गई थी.
याचिकाकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल होने से पहले हमने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. लिहाजा इस याचिका पर पहले सुनवाई का अधिकार बनता है. इस पर दिल्ली हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई 9 अक्टूबर को करने की बात कहते हुए कहा कि दो अदालतों के लिए एक ही मुद्दे पर सुनवाई हो रही है.
तिरुपति प्रसाद विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में दो याचिका दायर की हैं. एक याचिका वाईवी सुब्बा रेड्डी और दूसरी याचिका भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दायर की है. दोनों याचिकाओं प्रसाद का लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली घटिया सामग्री और जानवरों की चर्बी के कथित आरोपों की जांच करने और स्वतंत्र जांच करने के लिए अदालत की निगरानी में समिति बनाने की मांग की है.
तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी का मामला पूरे देश में तूल पकड़ चुका है. इस खुलासे के बाद बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की है. स्वामी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच हाई लेवल और स्वतंत्र निकाय से कराने की गुहार लगाई है.
सुप्रीम कोर्ट मे दाखिल की गई याचिका में कहा गया है कि भगवान वेंकटेश्वर के निवास स्थान तिरुमला तिरुपति के भोग प्रसाद वाले लड्डुओं में घटिया सामग्री और पशु की चर्बी के कथित आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बनाने का निर्देश जारी किया जाए.
सुप्रीम कोर्ट में संविधान की प्रस्तावना में शामिल 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्द को हटाने की मांग को लेकर तीन याचिकाएं दायर हैं. इनमें से एक याचिका बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी की भी है. ऐसे में समझते हैं कि इन दोनों शब्दों को हटाने की मांग क्यों हो रही है?
बीजेपी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने संविधान की प्रस्तावना से दो शब्द 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' को हटाने की मांग की है. अपनी इसी मांग को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इसी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुब्रमण्यम स्वामी के अलावा दो और याचिकाएं भी दायर हैं. इसीलिए जस्टिस संजीव खन्ना ने इन याचिकाओं पर सुनवाई के लिए 12 अगस्त के बाद की तारीख पर सुनवाई करने को कहा है.
1996 की बात है, जब बीजेपी ने ज्यादा सीटें हासिल की लेकिन सहयोगी नहीं मिल पाए. अटल बिहारी वाजपेयी 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने, लेकिन सहयोगी नहीं मिलने के कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद अटल-आडवाणी ने एनडीए का गठन किया और कई छोटे दलों को अपनी ओर आकर्षित किया.
राहुल गांधी को इसी साल मार्च में आपराधिक मानहानि मामले में सूरत की कोर्ट ने दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. इसके बाद जन-प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हो गई थी. संसद सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी ने अपना डिप्लोमेटिक पासपोर्ट सरेंडर कर दिया था. अब राहुल को अमेरिका दौरे पर जाना है. ऐसे में उन्हें इसके लिए पासपोर्ट चाहिए.
राहुल गांधी को नए पासपोर्ट के लिए कोर्ट की NOC की जरूरत है. इस मामले में अदालत ने सुब्रमण्यम स्वामी से जवाब मांगा. अपने जवाब में स्वामी ने तर्क दिया है कि राहुल गांधी के पास 10 साल के लिए पासपोर्ट जारी करने का कोई वैध या प्रभावी कारण नहीं है. राहुल गांधी 10 साल के लिए पासपोर्ट जारी करने के लिए योग्यता से रहित हैं.
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राम सेतु को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में मान्यता देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. इस मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई. यहां केंद्र ने कोर्ट को बताया कि राम सेतु को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के लिए प्रक्रिया चल रही है. स्वामी ने याचिका में राम सेतु को न तोड़ने की मांग की है.
सुब्रमण्यम स्वामी का राज्यसभा सांसद के तौर पर कार्यकाल समाप्त हो गया है, जिसके बाद उन्हें सरकारी बंगला खाली करने को कहा गया था. स्वामी ने खुद को मिली Z कैटेगरी की सुरक्षा मिलने का हवाला देते हुए सरकारी बंगल का दोबारा आवंटन करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया था.
पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने आवास की सुरक्षा के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है. इसके लिए उन्होंने संविधान की धारा 14 और 21 का हवाला दिया है.
भाजपा नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित करने के निर्देश दिए जाने की मांग की है. इस याचिका पर सुनवाई के लिए बुधवार को SC सुनवाई के लिए तैयार हो गया है.