आजसू नेता सुदेश महतो (Suresh Mahto) झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं. वे सिल्ली से झारखंड विधानसभा के सदस्य हैं. उन्होंने 2000 में 25 वर्ष की आयु में पहला विधानसभा चुनाव जीता था. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में पार्टी ने उन्हें सिल्ली सीट से ही अपना उम्मीदवार बनाया था. उन्हें हार का सामना करना पड़ा (Assembly Election 2024).
झारखंड के गठन पर उन्हें सड़क निर्माण मंत्री के रूप में शामिल किया गया था. उन्होंने 29 दिसंबर 2009 को झारखंड राज्य के उपमुख्यमंत्री का पदभार संभाला. 2019 में वे सिल्ली के विधायक बने. महतो ने झारखंड विधानसभा में सिल्ली विधानसभा क्षेत्र का लगातार तीन बार प्रतिनिधित्व किया. वे 2000, 2005 और 2009 में चुने गए. उन्हें राज्य में युवा ऊर्जावान नेता माना जाता है और उनके समर्थक उन्हें बॉस के नाम से जानते हैं.
झारखंड की पहचान और इतिहास को संरक्षित करने के लिए, महतो ने बिरसा मुंडा की एक प्रतिमा बनाने की योजना की घोषणा की, जिसे उलगुलान की प्रतिमा के रूप में जाना जाएगा और कोयलांचल के समाज सुधारक, झारखंड आंदोलन के नेता बिनोद बिहारी महतो की एक प्रतिमा, जिसे क्रांति की प्रतिमा के रूप में जाना जाएगा, लेकिन दोनों को अब तक अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है.
वह सिल्ली में बिरसा मुंडा तीरंदाजी अकादमी चलाते हैं, जिसे 2016 में राष्ट्रपति पुरस्कार मिला और भारत के लिए एशियाड ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली खिलाड़ी मधुमिता कुमारी ने भी उन्हीं की अकादमी से प्रशिक्षित हुई हैं.
JLKM vs AJSU in Jharkhand Polls: जेएलकेएम ने राज्य की 71 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे और उसे जीत सिर्फ एक सीट पर मिली. लेकिन उसने कम से कम 14 सीटों पर चुनाव परिणाम प्रभावित किया, जिसका बड़े पैमाने पर इंडिया ब्लॉक को फायदा हुआ. दूसरी ओर, कुर्मी समुदाय (ओबीसी) का प्रतिनिधि होने का दावा करने वाली ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन में 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 231 वोटों के मामूली अंतर से केवल एक सीट जीतने में सफल रही.