अभिनेत्री सुनीता राजवार (Sunita Rajwar) मनोरंजन जगत में कई सालों से सक्रिय हैं, लेकिन वेब सीरीज पंचायत में क्रांति देवी की भूमिका निभाने के लिए वह दर्शकों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय हुईं. उनकी फिल्मों 'केदारनाथ' में दद्दो, 'स्त्री' में जनना की मां, 'बाला' में मंजू बाजपेयी, और 'शुभ मंगल सावधान' में चंपा त्रिपाठी की भूमिका यादगार है.
सुनीता राजवार फिल्म, टेलीविजन और स्टेज प्रोडक्शन में करती हैं. उन्होंने 1997 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD), नई दिल्ली से स्नातक की उपाधि हासिल की.
उनकी संजय खंडूरी के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'एक चालीस की लास्ट लोकल' थी जिसमें वह गैंगस्टर चकली की भूमिका में हैं. इस रोल के लिए उन्हें ब्रेकथ्रू परफॉरमेंस - फीमेल श्रेणी में मैक्स स्टारडस्ट अवार्ड 2008 के लिए नामांकित किया गया था.
राजवार का जन्म बरेली में हुआ था और उनका पालन-पोषण उनके गृह नगर हल्द्वानी में हुआ है. उन्होंने निर्मला कॉन्वेंट स्कूल और नैनीताल में कुमाऊं विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है. उन्होंने 1997 में नई दिल्ली में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक की है.
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा छोड़ने के बाद वह मुंबई चली गईं और कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया जिसमें- मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं, बुड्ढा मर गया, द व्हाइट एलीफेंट शामिल है. राजवार ने कई प्ले और टीवी सीरीज में भी अभिनय किया है.
'पंचायत' और 'गुल्लक' सीरीज से मशहूर हुईं एक्ट्रेस सुनीता राजवार भी कुंभ के मेले में पहुंची जहां वो कुछ समय के लिए ठहरी भी थीं. सुनीता ने अपने इंस्टाग्राम पर कुंभ के मेले की वीडियो भी शेयर की.
सोनी लिव पर 'गुल्लक 4' आ चुका है. और नया कंटेंट आया है तो देखना चाहिए ही. मगर सवाल ये है कि पहले तीन सीजन में लाफ्टर-नॉस्टैल्जिया-पारिवारिक खुरपेंच की भरपूर दौलत लेकर आई इस 'गुल्लक' में इस बार भी वजन है या सिर्फ खनकने की आवाज है?
'पंचायत' शो में नीना के किरदार मंजू देवी और सुनीता राजवार के किरदार क्रांति देवी के बीच अनबन देखने को मिलती है. अब नीना ने सुनीता से जुड़ा एक मजेदार किस्सा सुनाया है.
सीरीज 'पंचायत' की एक्ट्रेस सुनीता राजवार ने इंडस्ट्री में कैरेक्टर आर्टिस्ट्स के साथ होने वाले व्यवहार पर बात की है. एक्ट्रेस ने बताया कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में आर्टिस्ट को काफी कुछ सहना पड़ता है. छोटे रोल में दिखने वाले एक्टर्स के साथ इंडस्ट्री में 'जानवरों जैसा सुलूक' किया जाता है