सुपरसोनिक मिसाइल
सुपरसोनिक मिसाइल (Supersonic Missile) सबसे तेज गति वाला मिसाइल होता है जो ध्वनि की गति यानी मैक-1 (Mach-1) से अधिक है. अधिकांश सुपरसोनिक मिसाइलें मैक-2 (Mach-2) और मैक-3 (Mach-3) के बीच की गति से उड़ती है, जो कि 2,300 मील प्रति घंटे तक होती है (Speed of Supersonic Missile).
Russia ने हाल ही में भूमध्यसागर में अपनी तीन मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है. इसमें हाइपरसोनिक मिसाइल जिरकॉन, सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल ओनिक्स और क्रूज मिसाइल कैलिबर शामिल है. इन मिसाइलों की बदौलत रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है. जानिए इनकी ताकत...
इधर भारत ने नई मिसाइल का परीक्षण किया. उधर चीन ने अपनी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल DF-100 की रेंज बढ़ा ली. अब यह मिसाइल 3 से 4 हजार किलोमीटर की रेंज तक हमला कर सकती है. वह भी 4700 km/hr की स्पीड से. चीन ने यह मिसाइल सटीक स्ट्रैटेजिक हमले के लिए बनाई है.
China ने हाल ही में अपने एंटी-शिप क्रूज मिसाइल YJ-12B से समंदर में टारगेट्स हिट किए. ये टारगेट्स पुराने जंगी जहाज थे. जिन्हें मिसाइल ने सफलतापूर्वक हिट किया. मिसाइल हमले से जहाज पानी में डूब गया. आइए जानते हैं चीन की इस मिसाइल की ताकत, रेंज और स्पीड...
भारत की नई SMART मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया. लेकिन ये स्मार्ट मिसाइल है क्या? इसका ये नाम क्यों रखा गया है? ये मिसाइल क्या-क्या कर सकती है? इसके देश की सेनाओं को किस तरह का फायदा होगा? क्या इससे चीन और पाकिस्तान के टारगेट निशाने पर आएंगे? आइए जानते हैं इसके बारे में...
Indian Air Force बहुत जल्द सुखोई Su-30MKI फाइटर जेट से Rudram-3 मिसाइल का परीक्षण करने जा रहा है. प्लानिंग ये है कि इस स्वदेशी घातक मिसाइल को इस साल के अंत तक फाइटर जेट में लगा दिया जाएगा. तब तक इसके परीक्षण होंगे. आइए जानते हैं इस मिसाइल की स्पीड, रेंज और मारक क्षमता...
भारतीय सेना को बहुत जल्द मौत का नया सामान मिलने वाला है. इसका नाम है MPATGM. यह एक ऐसा हथियार है, जिससे दुश्मन के टैंक डरकर भागेंगे. यह एक गाइडेड एंटी-टैंक मिसाइल है. इसे भविष्य में अर्जुन टैंक में भी लगाया जा सकता है. यानी टैंक गोले के साथ-साथ मिसाइल भी दागेगा.
दुनिया को पता है कि पूरे मिडिल-ईस्ट में सबसे ज्यादा मिसाइलें ईरान के पास हैं. करीब 3000. इनकी रेंज 300 से 3000 km तक है. ईरान से इजरायल के बीच की दूरी 1800 km के आसपास है. अगर ईरान अपनी सीमा से मिसाइलें दागे तो वो इजरायल को नुकसान पहुंचा सकती हैं. ईरान की ये आठ मिसाइलें बेहद खतरनाक हैं...
Ukraine को हराने के लिए Russia ने अपनी नौसैनिक मिसाइल को बदल कर जमीनी हमला करने लायक बना जिया है. यह एक सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल थी. जो अब जमीन पर टारगेट को हिट करेगी. यानी यूक्रेन के लिए खतरा बढ़ गया है. देखना ये है कि क्या यूक्रेन इस मिसाइल की काट निकाल पाता है या नहीं.
अमेरिका ने फैसला लिया है कि वो रूस के खिलाफ जंग लड़ रहे यूक्रेन को अत्याधुनिक HAWK मिसाइल देगा. यह मिसाइल 50 km की रेंज तक आने वाले सभी आसमानी खतरों को मारकर गिरा सकती है. इसकी स्पीड 3334 km/hr होती है. यानी टारगेट के बचने का चांस बेहद कम.
अमेरिका चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाने जा रहा है. अमेरिका एशिया-पैसिफिक में मीडियम रेंज की मिसाइल तैनात करने जा रहा है. ये मिसाइलें जापान, दक्षिण कोरिया, फिलिपींस में से कहीं भी तैनात की जा सकती हैं. इनकी रेंज 500 से 2700 किलोमीटर होगी. इससे चीन की हरकतों पर विराम लगेगा.
भारत के दुश्मन चाहकर भी अंतरिक्ष से भारत पर हमला नहीं कर सकते. भारत ने आज ही के दिन पांच साल पहले 'मिशन शक्ति' को पूरा किया था. जब अंतरिक्ष में एक छोटे सैटेलाइट को मिसाइल से मार गिराया गया था. इसी का साथ भारत दुनिया का चौथा देश बन गया, जिसके पास ये शक्ति थी.
चीन ने अपना रक्षा बजट 7.2% बढ़ा दिया है. भारत के बजट से यह तीन गुना ज्यादा है. लेकिन अमेरिका के बजट से चार गुना कम. लेकिन क्या शी जिनपिंग चीन की सेना को 2050 तक ऐसे ही बजट के सहारे सबसे ताकतवर सेना बना पाएंगे? क्या चीन दुनिया का सबसे ताकतवर मिलिट्री देश बन जाएगा?
LCA Tejas फाइटर जेट में भविष्य के हथियारों और सेंसर के लिए भारतीय वायुसेना ने एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) से समझौता किया है. आइए जानते हैं कि भविष्य में इस शानदार फाइटर जेट में कौन-कौन से हथियार लगने वाले हैं?
DRDO ने 12 जनवरी 2024 की दोपहर ओडिशा के चांदीपुर में नेक्स्ट जेनरेशन आकाश मिसाइल (Akash-NG) मिसाइल का सफल परीक्षण किया. मिसाइल ने कम ऊंचाई पर आ रहे तेज गति के दुश्मन टारगेट को ध्वस्त कर दिया. आइए जानते हैं इस मिसाइल की ताकत...
Indian Air Force के LCA तेजस फाइटर जेट से हाल ही में अस्त्र मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया. मिसाइल ने सटीक निशाना लगाया. इस मिसाइल की वजह से एशिया में डर का माहौल बना चुका है. अस्त्र मिसाइल बेयॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) है. यानी जहां पायलट की नजर नहीं जाती वहां पर भी यह मिसाइल दुश्मन धराशायी कर देगी. आइए जानते हैं इस मिसाइल की ताकत...
भारत बनाने जा रहा रूस जैसी घातक मिसाइल
भारत बनाने जा रहा है रूस जैसा मिसाइल, जिससे कांप जाएगी PAK-चीन की रूह. आसमान से हमला करने की हिम्मत तो छोड़िए, सोचेंगे भी नहीं. यह एक लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली एयर डिफेंस प्रणाली होगी. जिसकी रेंज 400 किलोमीटर होगी.
पाकिस्तान या चीन. अब दोनों की बैलिस्टिक मिसाइल समुद्री रास्ते से भी भारत पर हमला नहीं कर सकतीं. क्योंकि भारतीय नौसेना के पास अब ऐसा हथियार है, जो दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों को वायुमंडल के नजदीक ही खत्म कर देगा. यानी दुश्मन की नापाक मिसाइल भारत की धरती को छूने से कई किलोमीटर ऊपर आसमान में बर्बाद हो जाएगी.
नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वो कभी एंटी-सैटेलाइट टेस्ट नहीं करेंगे. यानी सैटेलाइट्स पर मिसाइल से हमला नहीं करेंगे. अब इस तरह की कसम खाने वाले कुल 13 देश हो गए हैं. आइए जानते हैं कि टेस्ट से मना करने वाले देशों की दलील क्या है? वो क्यों इस तरह के टेस्ट से बचना चाहते हैं?
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय थल सेना के लिए नेक्स्ट जेनरेशन आकाश मिसाइल और 12 वेपन लोकेटिंग रडार्स स्वाति की खरीद की मंजूरी दी है. इन्हें खरीदने की कुल लागत करीब 9100 करोड़ रुपए हैं. माना जा रहा है कि इसमें से अधिकतर पैसे सिर्फ आकाश मिसाइलों के लिए निर्धारित किए गए हैं.
भारत ने एक ऐसा महाहथियार बना लिया है, जो रूस के S-400 सिस्टम की तरह ही हवाई कवच बनाएगा. दुश्मन की तरफ से तेज गति से भेजा गया फाइटर जेट, मिसाइल, ड्रोन या हेलिकॉप्टर इसकी मार से बच नहीं पाएगा. खास बात ये है कि इसे आसानी से उठाकर ले जा सकते है. हर सीमा पर तैनात कर सकते हैं.