सुरेंद्र शर्मा
सुरेंद्र शर्मा (Surendra Sharma), एक भारतीय कवि, लेखक और हास्य लेखक हैं. वह अक्सर अपनी और अपनी पत्नी के हास्य रेखाचित्र लिखते और से देखने -सुनने वालों के सामने प्रस्तूत करते है.
वह हरियाणवी बोली में, अपने परहेज चार लैना सुना रहा हूं के लिए काफी फेमस हैं. साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 2013 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था (Surendra Sharma Padma Shree).
अक्टूबर 2018 में, उन्हें हिंदी अकादमी, दिल्ली सरकार के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया. इससे पहले, उन्होंने हरियाणा साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष का पद संभाला था, जो हरियाणा सरकार के अधीन चलाया जाता है. वह केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सदस्य भी हैं (Surendra Sharma Carer).
सुरेंद्र शर्मा का जन्म 29 जुलाई 1945 को हरियाणा में हुआ था (Surendra Sharma Age). वह एक ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वह हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के नंगल चौधरी गांव के रहने वाले हैं (Surendra Sharma from Haryana). उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से वाणिज्य में डिग्री हासिल की है (Surendra Sharma Education).
दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी ने साहित्य से जुड़े तीन साल के पुरस्कारों का एक साथ ऐलान किया है. इस दौरान दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा,'पुरस्कारों की घोषणा से हिंदी अकादमी ने साहित्य के क्षेत्र में एक मील का पत्थर दोबारा स्थापित किया है.'
देश के नंबर-1 न्यूज चैनल आजतक के मेगा कॉनक्लेव 'एजेंडा आजतक' के 13 वें संस्करण में एक 'हंसी खुशी' नाम का सत्र भी आयोजित किया गया. जिसमें खासतौर पर आमंत्रित थे देश के दो दिग्गज कवि सुरेन्द्र शर्मा और अशोक चक्रधर. इन दोनों ने अपने अंदाज में लोगों को खूब गुदगुदाया. देखें ये वीडियो.
एजेंडा आजतक के दूसरे दिन सेशन- 'हंसी खुशी' में कवि सुरेंद्र शर्मा और अशोक चक्रधर ने शिरकत की. सुनिए इस दौरान कवि सुरेंद्र शर्मा ने क्या कहा.