वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर धाम (Swarved Mahamandir) का 98वां वार्षिकोत्सव मनाया जा रहा है. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी भी पहुंचे. स्वर्वेद महामंदिर का निर्माण कार्य संपन्न हो चुका है और अगले साल यानी 2024 में इसका लोकार्पण किया जाएगा. स्वर्वेद महामंदिर को कमल के फूल जैसा स्वरुप दिया गया है.
स्वर्वेद मंदिर को 'विहंगम योग' यानि कि योग साधकों के लिए बनाया गया है. इस मंदिर में 3000 लोगों के एक साथ बैठ कर प्राणायाम, ध्यान और योग करने की सुविधा होगी. स्वर्वेद मंदिर यूपी का एक बहुत बड़ा ध्यान केंद्र होगा.
विहंगम योग की 50 से अधिक देशों में शाखाएं हैं. इस योगालय की स्थापना सदगुरु सदाफल देव जी महाराज ने 1924 में की थी और इसके लगभग 60,00,000 सदस्य हैं (Vihangam Yoga).
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अकेले चुपचाप नहीं बैठ जाना है. एक कार्य पूरा हुआ तो अगले कार्य की शुरुआत कर देनी है, लेकिन हर कार्य देश के नाम, सनातन धर्म के नाम पर होना चाहिए. एक सच्चा संत देश और समाज की परिस्थितियों से हाथ पर हाथ रखकर चुपचाप बैठा नहीं रह सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में दुनिया के सबसे मेडीटेशन सेंटर स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन कर दिया है... इस मंदिर को कमल के फूल की तरह डिजायन किया गया है...मंदिर की दीवारों पर वेदों के 4000 दोहे लिखे गए हैं...इस मंदिर को दुनिया का सबसे बड़ा मेडीटेशन सेंटर बताया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के स्वर्वेद महामंदिर का सोमवार को उद्घाटन किया. इस मंदिर की खासियत है कि यहां ध्यान के लिए 20,000 लोग बैठ सकते हैं. मंदिर की नक्काशी बेहद सुंदर है. देखें Inside View.
पीएम मोदी ने सोमवार को वाराणसी में स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन कर दिया है. इस महामंदिर का उद्घाटन के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि महामंदिर बनकर तैयार होना, इसी ईश्वरीय प्रेरणा का उदाहरण है. काशी के लोगों ने संतों के सान्निध्य में मिलकर विकास और नवनिर्माण के कितने ही नए कीर्तिमान गढ़े हैं.
पीएम मोदी का वाराणसी दौरे का आज दूसरा दिन है. काशी दौरे के दूसरे दिन पीएम ने सीएम योगी और अन्य धर्मगुरुओं के साथ मिलकर स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन किया. बता दें कि ये भारत का सबसे बड़ा साधना स्थल है. देखें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में दुनिया के सबसे मेडीटेशन सेंटर स्वर्वेद महामंदिर का आज उद्घाटन किया. इस मंदिर को कमल के फूल की तरह तैयार किया गया है. जिसकी दीवारों पर 4000 वेदों के दोहे लिखे गए हैं. यह दुनिया का सबसे बड़ा मेडीटेशन सेंटर बनाया गया है, जिसकी नक्काशी बेहद खूबसूरत मानी जा रही है.