तेलंगाना विधान सभा चुनाव 2023 का परिणाम आ चुका है. वहां के 119 सीटों में कांग्रेस ने 64 सीटों के साथ बहुमत हासिल की है, वही बीएचआरएस को 39 सीटें मिली हैं. वहीं, बीजेपी को मात्र 8 सीटें मिली हैं. तेलंगाना में 119 सीटों के लिए 30 नवंबर को वोटिंग हुई थी (Telangana Assembly Election 2023 Result).
बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने को लेकर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया है और हर विधायक अकबरुद्दीन के सामने शपथ लेगा, लेकिन मैं, राजा सिंह जब तक जीवित हूं शपथ नहीं लूंगा.
बीजेपी को राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सीएम के नाम का ऐलान करना है. इसके लिए आज राज्यों से लेकर दिल्ली तक तेज हलचल है. माना जा रहा है कि आज और कल में मुख्यमंत्रियों को लेकर घोषणा हो सकती है. इस बीच कांग्रेस ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है कि बीजेपी अपने मुख्यमंत्रियों के नाम का ऐलान क्यों नहीं कर रही है? देखें दंगल.
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जीतते ही वहां कलमा लिखा तिरंगा फहराया गया. लेकिन ये दावा गलत साबित हुआ है.
तेलंगाना में कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने शपथ ले ली है. लेकिन बीजेपी के 3 राज्यों में मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस खत्म नहीं हुआ है. तमाम कयासबाजी के बीत पूर्व सीएम वसुंधरा राजे देर रात दिल्ली पहुंची. उन्होंने से जेपी नड्डा से मिलने के लिए वक्त मांगा है. मध्यप्रदेश में भी अटकलों का बाजार गर्म है. छत्तीसगढ़ में रेणुका सिंह का नाम शामिल हो गया है. देखें न्यूजरूम.
तेलंगाना में कांग्रेस को प्रचंड जीत मिली है. पार्टी 2013 में तेलंगाना के गठन के बाद से पहली बार सरकार बनाने में सफल रही. कांग्रेस के तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने सीएम पद की शपथ ली.
तेलंगाना में मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने आज रेवंत रेड्डी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली. भट्टी राज्य के नए डिप्टी सीएम होंगे. मल्लू ने राज्य में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए अहम भूमिका निभाई थी. जब केसी वेणुगोपाल ने सीएलपी नेता के रूप में रेवंत रेड्डी के नाम की घोषणा की तो भट्टी विक्रमार्क स्पष्ट रूप से नाखुश दिखे.
कांग्रेस की 2024 के लोक सभा चुनाव की तैयारियों के लिए बहुत हद विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार रहा होगा. चुनावी हार के बाद तो नये सिरे से मैदान में उतरने के लिए मजबूत कंधों के भी लाले पड़ने वाले हैं. लगता है जैसे कांग्रेस की चुनौतियां 2014 जैसी हो गयी हैं, या कहें कि उससे भी कहीं ज्यादा?
मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने के लिए रेवंत रेड्डी के सामने खड़े प्रमुख दावेदारों में कांग्रेस प्रदेश समिति के पूर्व प्रमुख कुमार रेड्डी और कांग्रेस विधायी दल के नेता भट्टी विक्रमार्क थे. दोनों का दावा था कि उनके जिलों में पार्टी के पक्ष में बेहतरीन नतीजे आए हैं.
विपक्षी गठबंधन INDIA को लेकर विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस नेतृत्व नीतीश कुमार के निशाने पर रहा. विधानसभा की चुनावी हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस गठबंधन सहयोगियों के निशाने पर आ गयी है - क्या कांग्रेस वास्तव में विपक्ष के बिखराव के लिए जिम्मेदार है?
कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बैठक में बताया कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री होंगे. वह अनुभवी हैं, उन्होंने सभी के साथ काम किया है और वह पहले ही तेलंगाना के लोगों को वादा कर चुके हैं कि वह उनके लिए काम करेंगे.
बीजेपी नेतृत्व राज्य नेताओं से परामर्श करके ही मुख्यमंत्री पद के चेहरे को चुनेगा. इसकी वजह से दिल्ली में हलचल तेज है. मध्यप्रदेश के सीएम को लेकर दिल्ली के संसद भवन में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में मध्य प्रदेश के बीजेपी प्रभारी वीडी शर्मा भी शामिल हैं. देखें ब्रेकिंग न्यूज.
मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की है. तीनों राज्यों में बीजेपी ने सीएम चेहरे का ऐलान नहीं किया था. ऐसे में सीएम पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. राज्यों से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर भी जारी है.
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे सबके सामने हैं. लेकिन सीएम पद को लेकर सस्पेंस अभी भी बरकरार है. जयपुर, भोपाल और रायपुर से लेकर दिल्ली तक हलचल है. सभी की नजरें टिकी हैं कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सीएम कौन बनेगा. उधर तेलंगाना में भी आज हलचल है. माना जा रहा है कि आज राज्य को नया सीएम मिल जाएगा. देखें आज सुबह.
तेलंगाना में रेवंत रेड्डी का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है. रेवंत रेड्डी तेलंगाना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. सूत्रों के मुताबिक, रेवंत रेड्डी आलाकमान की पहली पसंद हैं. वे कल या गुरुवार को सीएम पद की शपथ ले सक
4 राज्यों में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अभी भी फैसला होना बाकी है. जहां साउथ इंडिया के तेलंगाना में कांग्रेस का जादू चला है, वहीं हिंदी पट्टी के 3 राज्यों में कमल खिला है. लेकिन सीएम के नाम पर अभी सस्पेंस है. इन राज्यों में सीएम पद के लिए कौन है रेस में और किस मिल सकता है मौका जानने के लिए देखें ये कार्यक्रम.
विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद से राजनीतिक गलियारों में एक ही चर्चा है कि 4 राज्यों में मुख्यमंत्री कौन बनेगा. कांग्रेस के पास तेलंगाना है तो बीजेपी को राजस्थान, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के लिए सीएम चुनना है. इसमें सबसे अधिक नजरें राजस्थान पर टिकी हुई हैं, जहां वुसंधरा राजे कई बीजेपी नेता सीएम पद के रेस में हैं. देखें नॉन-स्टॉप 100.
तेलंगाना में सरकार गठन को लेकर कांग्रेस ने प्रक्रिया तेज कर दी है. कांग्रेस के ऑब्जर्वर डीके शिवकुमार और माणिक राव ठाकरे दिल्ली आ गए हैं. आज वो अपनी रिपोर्ट कांग्रेस के हाई कमान को सौंप सकते हैं. उसके बाद हाई कमान तय करेगा कि तेलंगाना की कमान किसके हाथ में देनी है. देखें वीडियो.
3 राज्यों में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है. ऐसा माना जा रहा है कि उनकी इस जीत में महिला मतदाताओं की अहम भूमिका रही. ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी को महिला वोटर्स का आशीर्वाद मिला है. देखें वीडियो.
विधानसभा चुनावों के नतीजे आ चुके हैं. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत से सराकर बनाई है. वहीं तेलंगाना में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भाषण देकर देश को संबोधित किया. देखें वीडियो.
तेलंगााना में केसीआर के साथ AIMIM प्रमुख ओवैसी को भी अनुकूल नतीजे देखने को नहीं मिले है. हालांकि AIMIM ने पिछली बार की तरह 7 सीटें हासिल की है. लेकिन ओवैसी ने कहा है कि हम गलतियों की समीक्षा करेंगे. देखें वीडियो.
हिंदी बेल्ट के तीनों राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. वहीं, कांग्रेस कर्नाटक के बाद दक्षिण के दूसरे राज्य तेलंगाना में सरकार बनाने में सफल रही. 2018 में हिंदी बेल्ट के तीनों राज्यों में कांग्रेस को जीत मिली थी. हालांकि, 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद एमपी में कांग्रेस सरकार गिर गई थी.