त्रिभुवनेश्वर सरन सिंह देव (Tribhuvaneshwar Saran Singh Deo) यानी टीएस सिंहदेव (TS Singh Deo) छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर (Ambikapur) से एक राजनीतिज्ञ हैं. वह कांग्रेस (Congress) के सदस्य है और छत्तीसगढ़ के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री हैं (TS Singh Deo Health Minister, Chhattisgarh).
माना जाता है कि वह अंबिकापुर में मुख्यालय के साथ सरगुजा के वर्तमान महाराजा भी हैं (TS Singh Deo, Titular Maharaja). वह सरगुजा के सिंहासन पर बैठने वाले अंतिम राजा थे. उन्हें अक्सर अपने स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र में 'टीएस बाबा' (TS Baba) के रूप में जाना जाता है.
वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे प्रमुख और वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. राजघराने से होने के कारण वह छत्तीसगढ़ के सबसे अमीर विधायक हैं. वह छत्तीसगढ़ की चौथी विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे हैं. वह 2008 से अंबिकापुर (जिला सरगुजा) से छत्तीसगढ़ विधानसभा के निर्वाचित सदस्य हैं. वह भाजपा (BJP) सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने में बहुत सक्रिय राजनेता रहे हैं, जिस कारण उन्हें 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को भारी बहुमत से सत्ता में लाने में मदद की. 2013 के विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस सबसे धनवान उम्मीदवार रहे थे (TS Singh Deo Political Career).
उनका जन्म 31 अक्टूबर 1952 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (Allahabad/Prayagraj) में हुआ था (TS Singh Deo Born). उनके माता-पिता मदनेश्वर शरण सिंह देव और देवेंद्रकुमारी सिंह देव थें (TS Singh Parents).
छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव की पत्नी इंदिरा सिंह बीते 6 महीनों से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थीं. उनका इलाज दिल्ली और मुंबई के प्रमुख अस्पतालों में चल रहा था. इंदिरा सिंह देव को 13 जून 2024 को एयर एम्बुलेंस के माध्यम से मुंबई से अंबिकापुर लाया गया था.
कांग्रेस ने 16 सीनियर नेताओं की एक कमेटी बनाई है, जो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करेगी. इस कमेटी की कमान पी चिदंबरम को दी गई है. टीएस सिंह देव को कमेटी का संयोजक बनाया गया है.
मध्य प्रदेश में कमलनाथ का पत्ता तो फिलहाल साफ हो गया है, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे क्या फैसला लेते हैं, अभी देखना है - सबसे ज्यादा दिलचस्प तो ये देखना होगा कि क्या अशोक गहलोत और भूपेश बघेल के दोनों के साथ एक जैसा सलूक होता है या अलग अलग?
छत्तीसगढ़ में चुनाव हारने के मामले को लेकर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पार्टी की हार का जिम्मेदार मैं खुद को मानता हूं. उनका कहना है कि वो अभी रिटायर नहीं हो रहे हैं और आगे भी चुनाव लड़ेंगे. देखें वीडियो.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए. राजस्थान और मध्यप्रदेश की तरह छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी को बहुमत मिल गया है. इसी के साथ कांग्रेस ने हिंदी बेल्ट के एक और राज्य से सत्ता गंवा दी है. बीजेपी ने यह चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा था, ऐसे में बीजेपी नेता उन्हें जीत की मुख्य वजह बता रहे हैं. छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव का कहना है कि मैं खुद को इस हार का जिम्मेदार मानता हूं.उनका कहना है कि रिटायर नहीं होंगे और आगे भी चुनाव लडेंगे. देखें ये वीडियो.
छत्तीसगढ़ में चुनाव हारने के मामले को लेकर पार्टी के सीनियर नेता टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पार्टी की हार का जिम्मेदार मैं खुद को मानता हूं. उन्होंने कहा कि अभी मैं रिटायर नहीं हो रहा हूं. मैं आगे भी चुनाव लड़ूंगा और पार्टी के लिए लोगों के बीच जाकर काम करूंगा. वहीं कुमारी शैलजा ने कहा कि हार के बाद हम निराश जरूर हुए हैं, लेकिन हताश नहीं हुए. हम हार के कारणों की समीक्षा कर रहे हैं. आने वाले चुनावों में हम लोगों के बीच जाकर मजबूती से काम करेंगे.
Chhattisgarh News: कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने छत्तीसगढ़ में पार्टी की हार के लिए कांग्रेस के दो बड़े नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है, इनमें कुमारी शैलजा और टीएस सिंह देव शामिल हैं. बृहस्पत सिंह ने कहा कि शैलजा सिर्फ टीएस सिंह देव को हीरो की तरह प्रमोट करती रहीं. पार्टी हित में कोई काम नहीं किया, सिर्फ षड्यंत्र रचा. पार्टी इन्हें तुरंत बाहर का रास्ता दिखाए.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला करना ज्यादा मुश्किल नहीं है, मुश्किल है सिर्फ ये तय करना है कि वो ओबीसी चेहरा होगा या आदिवासी नेता. बाकी तो पहले से ही तय लग रहा है - और एक नेता को तो अमित शाह 'मोदी की गारंटी' भी दे चुके हैं.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद अब छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने बीजेपी पर निशाना साधा है. आज तक से बात करते हुए सिंहदेव ने कहा कि बीजेपी को ध्रुवीकरण की राजनीति (POLARISATION POLITICS) नहीं करनी चाहिए.
छत्तीसगढ़ काउंटिंग से पहले एग्जिट पोल्स में कांग्रेस को आगे दिखाया जा रहा है. ऐसे में प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव से सीएम पद को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो हाई कमान तय करेगा वही सबको मंजूर होगा. ऐसे में साफ है सीएम पद को लेकर उन्होंने अपनी दावेदारी खारिज नहीं की है. देखें वीडियो
क्या इस बार टीएस सिंह देव छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री होंगे? इसके जवाब में छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा, "हाईकमान जिन्हें कहेंगे... हमने आपस में सभी राज्य नेताओं के साथ बात भी की है.
राहुल गांधी पांच साल तक राजस्थान का झगड़ा नहीं सुलझा पाये. मध्य प्रदेश में तो सवा साल बाद ही ये मौका भी खत्म हो गया था, छत्तीसगढ़ में भी टीएस सिंह देव को ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनाने का उनका वादा अधूरा ही रहा. ताजा मुश्किल ये है कि टीएस सिंह देव ने अभी से अपना इरादा जाहिर कर दिया है.
छत्तीसगढ़ में सीएम पद को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के बीच मतभेद एक बार फिर आज दिखाई दिए. सिंह देव ने क्रिकेट के बहाने जुबानी तीर छोड़े हैं. उन्होंने कहा कि सेमिफाइनल में कैप्टन भले ही विराट कोहली हो, लेकिन मैन ऑफ द मैच शमी रहे हैं. देखें वीडियो
छत्तीसगढ़ चुनाव की दूसरे चरण का मतदान शुरू हो चुका है. इस दौरान प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने आजतक से बात करते हुए बताया कि भूपेश सरकार के 5 साल के कार्यकाल में क्या बुनियादी काम हुए. देखें वीडियो.
देश, दुनिया, राज्य, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ-साथ खबरों का लाइव अपडेशन..
छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर में पंचायत आजतक का मंच सजा हुआ है. यहां पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने शिरकत की. रमन सिंह ने इस दौरान कई सारी बातें की. साथ ही बताया कि टीएस सिंहदेव ने पीएम मोदी की तारीफ क्यों की थी. देखें
छत्तीसगढ़ चुनाव की बिसात बिछ चुकी है. सभी पार्टियां अपना जोर लगा रही हैं. इस डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने आजतक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस राज्य में किन मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी. देखें वीडियो.
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज है और इसके साथ ही काम पूरा होने की गारंटी पर गदर मचा हुआ है. राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में BJP पर आरोप लगाया है कि उनके वादे पूरे नहीं होते, इधर पीएम मोदी ये दावा करते रहे हैं कि मोदी है तो हर गारंटी पूरी होने की गारंटी है. किस दल ने कितने वादे किए पूरे? देखें दंगल.
2003 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस 15 सालों तक सत्ता से बाहर रही. 2018 में भूपेश बघेल के नेतृत्व एक बार फिर वापसी का मौका मिला. लेकिन यह जीत कांग्रेस के लिए एक मुसीबत बनकर आई. सीएम पद को लेकर पार्टी नेताओं के बीच शुरू हुई प्रतिस्पर्धा में अंत में भूपेश बघेल ने बाजी मारी. देखें वीडियो.
छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए कांग्रेस अब तक 83 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है. कांग्रेस ने डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के धुर विरोधी बृहस्पति सिंह का टिकट काट दिया है. पार्टी ने सिंहदेव के एक करीबी को भी बेटिकट कर दिया है. ये सिंहदेव-बघेल में पावर बैलेंस की कोशिश है?
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने लिस्ट जारी होने के बाद इस पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, 'कांग्रेस ने शुभ समय पर अपनी पहली लिस्ट जारी है. यह नवरात्रि का शुभ समय है. सूची जारी करने के लिए नवरात्र का पहला दिन ही तय किया गया था. अंबिकापुर से डीईओ टीएस सिंह, दुर्ग ग्रामीण से ताम्रध्वज साहू और सक्ती से चरण दास महंत जैसे दिग्गजों को भी टिकट दिया गया है.