तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) अमेरिकी राजनीतिज्ञ, सैन्य अधिकारी और पूर्व कांग्रेस सदस्य हैं. उन्हें 12 फरवरी 2025 को अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस डाइरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया. वह हवाई (Hawaii) राज्य से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (U.S. House of Representatives) की सदस्य रही हैं और 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार भी रहीं. उनकी पहचान एक प्रगतिशील नेता, स्वतंत्र विचारक और अमेरिकी राजनीति में एक अद्वितीय व्यक्तित्व के रूप में होती है.
तुलसी गबार्ड का जन्म 12 अप्रैल 1981 को अमेरिका के सामोआ (American Samoa) में हुआ था, लेकिन उनका परिवार बाद में हवाई चला गया. उन्होंने हवाई पैसिफिक यूनिवर्सिटी (Hawai'i Pacific University) से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया.
21 वर्ष की उम्र में, तुलसी गबार्ड हवाई की राज्य विधायिका (Hawaii State Legislature) में चुनी जाने वाली सबसे कम उम्र की महिला बनीं. 2003 में, उन्होंने अमेरिकी सेना के नेशनल गार्ड (Army National Guard) में सेवा की. साल 2004-2005 के दौरान, उन्होंने इराक युद्ध में सैन्य चिकित्सा यूनिट के हिस्से के रूप में सेवा दी.
वह पहली हिंदू और पहली अमेरिकी सामोअन मूल की कांग्रेस सदस्य बनीं. उन्होंने अमेरिकी सैन्य नीति, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य सेवा सुधार, और नागरिक स्वतंत्रता से जुड़े मुद्दों पर सक्रिय रूप से काम किया है.
2019 में, उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की घोषणा की थी. उनका अभियान शांति, सैन्य हस्तक्षेप को कम करने और घरेलू नीतियों पर केंद्रित था. हालांकि, उन्हें मुख्यधारा के डेमोक्रेटिक नेताओं से समर्थन नहीं मिला और 2020 में उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली.
साल 2022 में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी और खुद को एक स्वतंत्र (Independent) नेता घोषित किया.
अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया विभाग की निदेशक तुलसी गबार्ड ने भारत दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें महाकुंभ का पवित्र गंगाजल भेंट किया, जबकि तुलसी गबार्ड ने मोदी को तुलसी की माला दी. देखें.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें तुलसी गबार्ड का भारत में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. साथ ही कहा कि अमेरिका और भारत दोनों आतंकवाद का मुकाबला करने, समुद्री और साइबर सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड से दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने गबार्ड को पवित्र त्रिवेणी का जल और महाकुंभ के प्रतीक के रूप में एक कलश भेंट किया. प्रधानमंत्री ने महाकुंभ और त्रिवेणी संगम के महत्व के बारे में विस्तार से बताया. देखें.
'खालिस्तानी संगठन SFJ पर एक्शन ले अमेरिका', तुलसी गबार्ड से मुलाकात में बोले राजनाथ सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड से दिल्ली में मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने गबार्ड को पवित्र त्रिवेणी का जल और महाकुंभ के प्रतीक के रूप में एक कलश भेंट किया. प्रधानमंत्री ने महाकुंभ और त्रिवेणी संगम के महत्व के बारे में विस्तार से बताया.
अमेरिका की इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान प्रायोजित हमलों पर चिंता जताई है. उन्होंने इसे "कट्टरपंथियों का आतंकवाद" करार दिया और कहा कि यह खतरा भारत, अमेरिका सहित कई मिडिल ईस्ट देशों को प्रभावित कर रहा है.
अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस निदेशक तुलसी गबर्ड भारत दौरे पर हैं. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर इस्लामिक जिहाद को हराएंगे. खुफिया साझेदारी और गहरी होगी. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की दोस्ती से रिश्ते मजबूत होंगे. भारत ने खालिस्तानी समर्थकों पर चिंता जताई.
रायसीना डायलॉग में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) दिल्ली पहुंची हैं. उन्होंने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है. राजनाथ सिंह ने तुलसी गबार्ड के साथ बैठक के दौरान प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस की भारत विरोधी गतिविधियों का मुद्दा उठाया. वहीं, वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले सोमवार को जंतर-मंतर पर बड़ा प्रोटेस्ट हो रहा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबर्ड से मुलाकात की. बैठक में भारत ने अमेरिका में 'सिख्स फॉर जस्टिस' (एसएफजे) की भारत विरोधी गतिविधियों का मुद्दा उठाया. भारत ने खालिस्तानी समर्थकों पर चिंता जताते हुए एसएफजे को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की.
अजीत डोभाल और तुलसी गबार्ड ने मुलाकात के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जिनमें भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक भागीदारी के लिए इंटेलिजेंस शेयरिंग पर चर्चा भी शामिल थी.
सिख फॉर जस्टिस चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है और वह आतंकवाद के आरोपों में भारत में वॉन्टेड अपराधी है. उसे UAPA के तहत देश में आतंकवादी घोषित किया गया है.
तुलसी गबार्ड ने कहा कि उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी भारत की अर्थव्यवस्था और भारत के लोगों के लिए उपलब्ध अवसरों के सर्वोत्तम हित देख रहे हैं. ठीक इसी तरह राष्ट्रपति ट्रंप भी अमेरिका, हमारे आर्थिक हितों और देश के लोगों के हितों को आगे रख रहे हैं.